बृजभूषण शरण सिंह का वायरल वीडियो- 8वीं कक्षा में दो बार फेल होने और नकल कर पास होने की बात कही।
उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से पूर्व भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का एक वीडियो 31 जुलाई 2025 को सोशल....
उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से पूर्व भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का एक वीडियो 31 जुलाई 2025 को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में वे गोंडा के बालपुर में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए अपनी स्कूली शिक्षा के अनुभव साझा कर रहे हैं। उन्होंने खुलासा किया कि वे कक्षा 8 में दो साल तक लगातार फेल हुए और केवल खेलकूद विषय में पास हो सके। इसके बाद, उन्होंने एक सहपाठी को धमकी देकर नकल के जरिए परीक्षा पास की। इस बयान ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं और चर्चा को जन्म दिया है। बृजभूषण के इस बयान को कुछ लोग उनकी स्पष्टवादिता के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य ने इसे गलत उदाहरण बताकर उनकी आलोचना की है।
घटना गोंडा के बालपुर में आयोजित एक प्रतिभा सम्मान समारोह की है, जहां बृजभूषण शरण सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। समारोह में हजारों छात्र-छात्राएं, उनके अभिभावक और स्थानीय लोग मौजूद थे। वीडियो में बृजभूषण भोजपुरी में बोलते हुए अपनी स्कूली जिंदगी की कहानी बता रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं कक्षा 8 में दो बार फेल हुआ। फेल भी ऐसा हुआ कि मैं नीचे से टॉप पर था। मैं सिर्फ खेलकूद में पास हुआ। बाकी विषयों में पास होने के लिए मैंने नकल की।” उन्होंने आगे बताया कि अंग्रेजी की परीक्षा में उन्हें खास परेशानी हुई, क्योंकि वह उनका कमजोर विषय था।
बृजभूषण ने अपनी कहानी को विस्तार से साझा करते हुए बताया कि तीसरे प्रयास में उन्होंने अपने सहपाठी अशोक तिवारी (जो अब जीवित नहीं हैं) को धमकी दी थी। उन्होंने कहा, “मैंने अशोक से कहा कि पहले मेरा पेपर लिखो, नहीं तो स्कूल के बाहर तुम्हारे हाथ-पैर तोड़ दूंगा।” अशोक ने डर के कारण उनका पेपर लिखा, और बृजभूषण ने पेंसिल से लिखे जवाबों को पेन से नकल करके परीक्षा पास की। उन्होंने यह भी बताया कि एक पुलिसकर्मी ने उनकी मदद की और कहा, “यह पढ़ाई में कमजोर है, लेकिन खेल में अच्छा है, इसे मदद मिलनी चाहिए।” इस बयान ने उनके दबंग व्यक्तित्व को उजागर किया, जिसे वे खुद स्वीकार करते हैं।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कुछ लोगों ने इसे बृजभूषण की ईमानदारी और स्पष्टवादिता माना, जबकि कई अन्य ने इसे गलत संदेश देने वाला बताया। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “छात्रों के सामने नकल और धमकी की बात करना गलत है। यह बच्चों को गलत रास्ते पर ले जा सकता है।” वहीं, कुछ यूजर्स ने इसे मजेदार अंदाज में लिया और कहा कि बृजभूषण ने अपनी कमजोरियों को खुलकर स्वीकार किया। इस वीडियो ने उनके दबंग और विवादास्पद व्यक्तित्व को फिर से चर्चा में ला दिया।
बृजभूषण शरण सिंह का नाम पहले भी कई विवादों से जुड़ा रहा है। वे 1991 से 2019 तक छह बार लोकसभा सांसद रहे और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के रूप में लंबे समय तक सक्रिय रहे। उनकी राजनीतिक और सामाजिक छवि हमेशा से दबंग रही है, और उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। 2023 में, सात महिला पहलवानों, जिनमें एक नाबालिग शामिल थी, ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी के आरोप लगाए। इन आरोपों के कारण दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का लंबा प्रदर्शन हुआ, जिसमें विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक जैसे ओलंपिक पदक विजेता शामिल थे। दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ IPC की धारा 354, 354A, 354D और 506 के तहत मामला दर्ज किया। हालांकि, नाबालिग पहलवान के मामले में दिल्ली पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की, क्योंकि शिकायतकर्ता के पिता ने व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण झूठी शिकायत की बात स्वीकार की थी।
इसके अलावा, बृजभूषण 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भी आरोपी थे और दाऊद इब्राहिम गिरोह के शूटरों को शरण देने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून TADA के तहत गिरफ्तार हुए थे। हालांकि, दोनों मामलों में उन्हें बरी कर दिया गया। 2021 में, एक जूनियर कुश्ती टूर्नामेंट में उन्होंने एक युवा पहलवान को मंच पर थप्पड़ मारने की घटना को भी जायज ठहराया था, जिसमें उन्होंने आयु धोखाधड़ी का हवाला दिया था। इन सभी विवादों ने उनकी छवि को एक दबंग और विवादास्पद नेता के रूप में स्थापित किया है।
इस वायरल वीडियो के बाद, बृजभूषण के बयान ने शिक्षा और नैतिकता पर सवाल उठाए हैं। शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि एक पूर्व सांसद और प्रभावशाली व्यक्ति का इस तरह का बयान बच्चों के लिए गलत उदाहरण पेश करता है। प्रोफेसर अनिल शर्मा, एक शिक्षाविद, ने कहा, “छात्रों को मेहनत और ईमानदारी की प्रेरणा देनी चाहिए, न कि नकल और धमकी की कहानियां। यह बयान न केवल व्यक्तिगत स्तर पर गलत है, बल्कि सामाजिक तौर पर भी गलत संदेश देता है।” दूसरी ओर, बृजभूषण के समर्थकों का कहना है कि उन्होंने अपनी कमजोरियों को खुलकर स्वीकार किया, जो उनकी स्पष्टवादिता को दर्शाता है।
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे उनके दबंग व्यक्तित्व का हिस्सा मानते हैं, जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनकी पहचान रहा है। एक यूजर ने लिखा, “बृजभूषण हमेशा से दबंग रहे हैं, और यह वीडियो उनकी बेबाकी को दिखाता है।” वहीं, एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की, “यह शर्मनाक है कि एक नेता बच्चों को नकल की कहानी सुना रहा है। क्या यही हमारी शिक्षा व्यवस्था का भविष्य है?” इस बयान ने उनके राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव पर भी सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब वे पहले से ही कई विवादों से घिरे हैं।
बृजभूषण ने यह भी बताया कि उनकी पढ़ाई में कमजोरी के बावजूद, उन्होंने खेल में अपनी ताकत पहचानी और उस पर ध्यान केंद्रित किया। वे भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के रूप में लंबे समय तक सक्रिय रहे और उत्तर प्रदेश में कुश्ती को बढ़ावा देने में योगदान दिया। हालांकि, उनके कार्यकाल में यौन उत्पीड़न के आरोपों ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया। 2024 में, उनके करीबी सहयोगी संजय सिंह WFI के अध्यक्ष बने, लेकिन बृजभूषण का प्रभाव अभी भी संगठन पर बना हुआ है।
यह वीडियो 2023 में उनके द्वारा दिए गए एक अन्य बयान की याद दिलाता है, जिसमें उन्होंने भी कक्षा 8 में तीन बार फेल होने और नकल की बात स्वीकारी थी। उस समय भी उनकी टिप्पणी ने विवाद खड़ा किया था। इस बार, गोंडा में उनके बयान ने न केवल उनकी व्यक्तिगत कहानी को उजागर किया, बल्कि शिक्षा व्यवस्था और नैतिकता पर भी सवाल उठाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि बृजभूषण का दबदबा गोंडा और कैसरगंज में अभी भी बरकरार है, और उनके समर्थक उनकी स्पष्टवादिता की सराहना करते हैं।
निष्कर्षतः, बृजभूषण शरण सिंह का यह वायरल वीडियो उनके विवादास्पद व्यक्तित्व को फिर से सामने लाता है। कक्षा 8 में फेल होने और नकल करके पास होने की उनकी कहानी ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। जहां कुछ लोग इसे उनकी ईमानदारी मान रहे हैं, वहीं अन्य इसे गलत उदाहरण के रूप में देखते हैं।
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