पिंपरी-चिंचवड निकाय चुनाव में पवार परिवार की एकजुटता दिखी, अजित पवार और शरद पवार गुटों का गठबंधन, 'घड़ी' और 'तुतारी' एक साथ।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पिंपरी-चिंचवड नगर निगम चुनाव के लिए अपनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शरद पवार के नेतृत्व वाली
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पिंपरी-चिंचवड नगर निगम चुनाव के लिए अपनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के बीच गठबंधन की घोषणा की। यह घोषणा रविवार को एक चुनावी रैली के दौरान की गई, जहां अजित पवार ने कहा कि पिंपरी-चिंचवड नगर निगम चुनाव के लिए 'घड़ी' (अजित पवार गुट का चुनाव चिन्ह) और 'तुतारी' (शरद पवार गुट का चुनाव चिन्ह) एक हो गए हैं। उन्होंने इसे परिवार की एकजुटता बताया और कहा कि उम्मीदवारों की सूची तय करते समय दोनों गुटों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया। इस गठबंधन से परिवार फिर से एक साथ आ गया है। अजित पवार ने कार्यकर्ताओं से विकास पर ध्यान देने और विवादास्पद बयानबाजी से बचने की अपील की।
यह गठबंधन 2023 में पार्टी विभाजन के बाद पहली बार दोनों गुटों का साथ आने का मामला है, जब अजित पवार ने अलग गुट बनाकर महायुति गठबंधन में शामिल हो गए थे। पिंपरी-चिंचवड नगर निगम चुनाव 15 जनवरी को होने हैं, और मतगणना 16 जनवरी को होगी। राज्य में कुल 29 नगर निगमों के चुनाव एक साथ हो रहे हैं, जिनमें पुणे और पिंपरी-चिंचवड शामिल हैं। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 दिसंबर है। अजित पवार ने रैली में कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए कुछ फैसले लेने पड़ते हैं, और सीट बंटवारे पर चर्चा चल रही है, जिसकी घोषणा जल्द होगी। पिंपरी-चिंचवड नगर निगम लंबे समय से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है, जहां 2017 से अविभाजित एनसीपी का नियंत्रण था। अजित पवार ने रैली में विकास कार्यों का जिक्र किया और कहा कि हिन्जेवाड़ी में आईटी पार्क लाने का श्रेय शरद पवार को जाता है, जिसने शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने उम्मीदवारों की सूची में युवा और अनुभवी नेताओं का संतुलन रखने की बात कही। रैली में कुछ वार्डों के लिए उम्मीदवारों के नाम भी घोषित किए गए, जैसे वार्ड 12 में पंकज भालेकर, शरद भालेकर, सीमा भालेकर और चारुलता सोनावणे, तथा वार्ड 1 में यश साने, विकास साने, साधना नेताजी काशिद और संगीता तम्हाणे।
अजित पवार ने कहा कि इस गठबंधन से कार्यकर्ताओं में भावुकता है, क्योंकि वर्षों से एकता की उम्मीद थी। उन्होंने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग उम्मीदवारों को निर्माण परियोजनाएं रोकने की धमकी दे रहे हैं। गठबंधन की घोषणा के बाद सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है, और दोनों गुटों के नेता इस पर सहमति बनाने में जुटे हैं। पिंपरी-चिंचवड में यह गठबंधन भाजपा के खिलाफ मजबूत चुनौती पेश कर सकता है, क्योंकि यहां भाजपा का प्रभाव बढ़ा है। इस घोषणा से पहले पुणे नगर निगम चुनाव को लेकर दोनों गुटों में बातचीत चली थी, लेकिन चिन्ह को लेकर मतभेद के कारण वहां गठबंधन नहीं हो सका। पुणे में शरद पवार गुट महाविकास आघाड़ी के साथ सीट बंटवारे की चर्चा में वापस लौट गया है। हालांकि, पिंपरी-चिंचवड में सहमति बन गई, जो स्थानीय स्तर पर विकास और एकता के लिए लिया गया फैसला बताया जा रहा है। अजित पवार ने तलवाड़े और चिखली में रैलियों को संबोधित करते हुए इसकी औपचारिक घोषणा की।
पिंपरी-चिंचवड नगर निगम महाराष्ट्र के सबसे अमीर नगर निगमों में से एक है, और यहां का चुनाव राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। 2023 के विभाजन के बाद चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को मूल एनसीपी और 'घड़ी' चिन्ह आवंटित किया था, जबकि शरद पवार गुट को 'तुतारी' चिन्ह मिला। इस गठबंधन में उम्मीदवार दोनों चिन्हों पर लड़ सकते हैं। अजित पवार ने कहा कि यह फैसला राज्य के व्यापक हित में लिया गया है। घोषणा के दिन ही पवार परिवार बरामती में था, जहां शरदचंद्र पवार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उद्घाटन हुआ। यह गठबंधन केवल पिंपरी-चिंचवड तक सीमित है, लेकिन अन्य नगर निगमों में भी चर्चा चल रही है। अजित पवार ने कार्यकर्ताओं से कड़ी मेहनत करने और विकास पर फोकस रखने को कहा। इस गठबंधन से एनसीपी के वोट बैंक एकजुट होने की संभावना है, जो चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकता है। महाराष्ट्र में निकाय चुनावों का कार्यक्रम घोषित हो चुका है, और सभी दल तैयारी में जुटे हैं। पिंपरी-चिंचवड में यह गठबंधन एनसीपी के लिए मजबूती ला सकता है, जहां पहले अविभाजित पार्टी का दबदबा था। अजित पवार ने रैलियों में उम्मीदवारों के नाम घोषित कर प्रचार शुरू कर दिया है। सीट बंटवारे की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है, जिससे उम्मीदवारों की अंतिम सूची स्पष्ट होगी।
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