अजब- गजब: कार की छत पर 2 किलोमीटर का सफर, वायरल वीडियो ने मचाई धूम, चित्रकूट में लंगूर की शाही सवारी।
चित्रकूट में एक अनोखी और मनोरंजक घटना ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। 2 जुलाई 2025 को, एक लंगूर को दिल्ली-प्रयागराज ...
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में एक अनोखी और मनोरंजक घटना ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। 2 जुलाई 2025 को, एक लंगूर को दिल्ली-प्रयागराज हाइवे पर एक फोर-व्हीलर गाड़ी की छत पर शाही अंदाज में बैठकर शहर की सड़कों पर घूमते हुए देखा गया। इस लंगूर ने लगभग 2 किलोमीटर तक कार की छत पर सवारी की, जिसे स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों ने आश्चर्य और उत्साह के साथ देखा। कई लोगों ने इस दृश्य को अपने मोबाइल कैमरों में कैद किया, और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
यह मजेदार घटना चित्रकूट के दिल्ली-प्रयागराज हाइवे पर हुई, जो शहर के प्रमुख मार्गों में से एक है। एक सफेद रंग की मारुति सुजुकी डिजायर कार, जो स्थानीय निवासी रमेश तिवारी की थी, हाइवे पर धीमी गति से चल रही थी। अचानक, एक लंगूर, जिसे स्थानीय लोग प्यार से ‘हनुमान जी’ कहकर बुला रहे थे, कार की छत पर चढ़ गया। लंगूर ने बड़े ही आत्मविश्वास के साथ कार की छत पर अपनी जगह बनाई और अगले 2 किलोमीटर तक सवारी करता रहा। कार चालक ने बताया कि उसे लंगूर की मौजूदगी का पता तब चला, जब राहगीरों ने हॉर्न बजाकर और इशारे करके उसे सतर्क किया।
चालक रमेश तिवारी ने एक स्थानीय समाचार चैनल को बताया, “मैं धीरे-धीरे गाड़ी चला रहा था, ताकि लंगूर को कोई नुकसान न हो। लोग हंस रहे थे और वीडियो बना रहे थे। मुझे लगा कि यह कोई सामान्य लंगूर नहीं, बल्कि हनुमान जी का आशीर्वाद है।” वीडियो में लंगूर को शांत और आत्मविश्वास से भरा हुआ देखा जा सकता है, जैसे वह शहर का मुआयना कर रहा हो। वह कार की छत पर बैठकर कभी इधर-उधर देखता, तो कभी सड़क पर चल रहे लोगों की ओर नजरें दौड़ाता। यह दृश्य इतना अनोखा था कि तीर्थयात्री और स्थानीय लोग इसे चमत्कार मानकर ‘हनुमान जी’ से जोड़ने लगे।
- चित्रकूट का धार्मिक महत्व
चित्रकूट, जो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर बसा एक पवित्र शहर है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। रामायण के अनुसार, भगवान राम, माता सीता, और लक्ष्मण ने अपने 14 वर्षीय वनवास का एक हिस्सा यहीं बिताया था। यह शहर हनुमान जी के भक्तों के लिए भी खास है, क्योंकि कामतानाथ मंदिर और हनुमान धारा जैसे स्थल हनुमान भक्ति का केंद्र हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस लंगूर की सवारी को हनुमान जी का आशीर्वाद माना जा सकता है। एक तीर्थयात्री ने कहा, “चित्रकूट में हनुमान जी की कृपा हर जगह दिखती है। यह लंगूर कोई साधारण जानवर नहीं, बल्कि उनका दूत हो सकता है।”
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। रिपब्लिक भारत, IBC24 न्यूज, और बंसल न्यूज जैसे मीडिया हाउस ने इसे प्रमुखता से कवर किया। एक एक्स पोस्ट में लिखा गया, “चित्रकूट में लंगूर की शाही सवारी, कार की छत पर 2 किलोमीटर का सफर।” एक अन्य पोस्ट में इसे “हनुमान जी का शाही अंदाज” बताया गया। वीडियो में लंगूर की निश्चिंत मुद्रा और शहर की सड़कों पर उसकी सवारी ने लोगों का दिल जीत लिया। कुछ यूजर्स ने इसे मजेदार बताते हुए मीम्स बनाए, जबकि अन्य ने इसे धार्मिक दृष्टिकोण से जोड़ा। एक यूजर ने लिखा, “चित्रकूट में हनुमान जी ने खुद शहर का दौरा किया। यह वीडियो दिल को छू गया।”
हालांकि, कुछ यूजर्स ने इस घटना को सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से देखा और चालक से सवाल किया कि उसने लंगूर को कार की छत पर क्यों रहने दिया। एक पोस्ट में लिखा गया, “यह मजेदार तो है, लेकिन क्या यह सड़क पर विचलन का कारण नहीं बन सकता?” फिर भी, अधिकांश प्रतिक्रियाएं सकारात्मक और हल्के-फुल्के अंदाज में थीं।
चित्रकूट पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया, क्योंकि इसमें कोई कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं हुई। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “ यह एक प्राकृतिक और मनोरंजक घटना थी। चालक ने समझदारी दिखाई और गाड़ी धीरे चलाई, जिससे कोई हादसा नहीं हुआ।” हालांकि, पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे इस तरह की घटनाओं को रिकॉर्ड करते समय सावधानी बरतें और सड़क पर विचलन पैदा न करें।
चित्रकूट में लंगूरों का दैनिक जीवन में दखल कोई नई बात नहीं है। यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों की उपस्थिति के लिए जाना जाता है। लंगूर अक्सर मंदिरों, घाटों, और सड़कों पर दिखाई देते हैं, और स्थानीय लोग उन्हें हनुमान जी का प्रतीक मानकर उनका सम्मान करते हैं। इस घटना ने चित्रकूट की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को और मजबूत किया। पर्यटकों और तीर्थयात्रियों ने इस वीडियो को देखकर चित्रकूट आने की इच्छा जताई। एक पर्यटक ने कहा, “यह वीडियो देखकर मुझे चित्रकूट की यात्रा करने का मन हो रहा है। यह जगह वाकई खास है।”
यह घटना पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। चित्रकूट के जंगल और पहाड़ी क्षेत्र लंगूरों और अन्य वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि शहरीकरण और सड़क निर्माण के कारण वन्यजीवों का मानव बस्तियों में प्रवेश बढ़ रहा है। वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “लंगूरों को भोजन की तलाश में शहरों की ओर आना पड़ता है। हमें उनके प्राकृतिक आवास को संरक्षित करने और मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए।”
चित्रकूट में लंगूर की इस शाही सवारी ने न केवल लोगों का मनोरंजन किया, बल्कि शहर की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को भी उजागर किया। यह वायरल वीडियो एक साधारण घटना को असाधारण बनाता है, जो चित्रकूट की आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है।
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