देवबंद: कोई भी मुसीबत धर्म पूछकर नहीं आती: मदनी
देवबंद।
जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि कोई भी मुसीबत धर्म पूछकर नहीं आती। जब यह आती है तो एक साथ सबको अपनी चपेट में ले लेती हे। जमीयत धार्मिक भेदभाव से ऊपर उठकर सबकी मदद कर रही है,क्योंकि मानवता की सेवा ही जमीयत का मूल सिद्धांत है।रविवार को जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद वायनाड सहित जहां कहीं भी लोग मुसीबत में है उनकी मद्द के लिए आगे आ रही है।
Also Read: अच्छी खबर: पीलीभीत से मैलानी रेलखंड पर आमान परिवर्तन के बाद रेल सेवा का शुभारंभ...
धर्म और जात-पात से ऊपर उठकर जमीयत ने वायनाड में 11 गैर मुस्लिम परिवारों समेत 51 परिवारों को जीवन जीवन यापन करने के लिए जरुरी वस्तुए उपलब्ध कराई है। ताकि लोग एक बार फिर अपनी जिंदगी को शुरु कर सकें। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि देश में सांप्रदायिक शक्तियां लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांटने का काम तेजी के साथ कर रही हैं। लेकिन इंसानियत को तरजीह देने वाले लोग उनकी इस साजिश को पूरी तरह कामयाब नहीं होने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा जरुरत एक दूसरे का हाथ थामने की है। ताकि नफरत के नाम पर देश को बांटने की साजिश से बचाया जा सके।
What's Your Reaction?