Varanasi News: नगर निगम के 1132 करोड़ और जलकल के 295 करोड़ के पुनरिक्षित बजट को सदन की मिली स्वीकृति।
वाराणसी वेस्ट सल्यूशन द्वारा नागरिकों से यूजर चार्ज लेने पर आपत्ति जताई। साथ ही शहर ...

वाराणसी। सदन की बैठक में नगर निगम 1132.93 करोड़ और जलकल के 295 करोड़ के पुनरीक्षित बजट को सदन सदस्यों की स्वीकृति के बाद पारित कर दिया गया। इस बीच बजट के कई मदो में बिना सदन की जानकारी के बढोत्तरी करने पर अधिकारियों पर पार्षदों सवाल उठाया। जिसपर अध्यक्ष ने आगे से ऐसा न करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। वही वाराणसी वेस्ट सल्यूशन द्वारा नागरिकों से यूजर चार्ज लेने पर आपत्ति जताई। साथ ही शहर में खरब स्ट्रीट लाइटों के ठीक न होने का मुद्दा भी उठाया।
नगर निगम सदन की बैठक महापौर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में मंगलवार को अपने निर्धारित समय से आधा घंटा देर से 12.30 शुरू हुई। सदन में नगर निगम का पुनरीक्षित बजट उप सभापति नरसिंह दास ने प्रस्तुत किया। जिसपर पार्षद सुरेश चौरसिया ने वेतन और पेंशन मद में बढोत्तरी पर आपत्ति जताई। उन्होंने पूछा कि नए कर्मचारियों की भर्ती नही हो रही है फिर इस मद में खर्च कम होने की बजाय बढ़ क्यो गया। जिसपर लेखाधिकारी ने बताया कि वेतन और पेंशन में वृद्धि हुई है और होती रहती है। इसी आधार पर 2006 से रिवीजन किया गया। जिस आधार पर वेतन और पेंशन मद में वृद्धि की गई है। इसी प्रकार डीजल और पेट्रोल के मद में बढोत्तरी पर भी सुरेश चौरसिया ने सवाल उठाया कि जब सफाई व्यवस्था संभालने वाली वाराणसी वेस्ट को गाड़िया नगर निगम ने उपलब्ध कराई है लेकिन डीजल वो खुद वहन करेगा। फिर भी इस मद में बढोत्तरी की बात समझ नही आती।
जवाब देते हुवे नगर आयुक्त ने बताया कि कुछ पैसे पहले से बकाया थे जिनका भुगतान बाद में किया गया। इसलिए इस मद बढोत्तरी कर आठ से 10 करोड़ की गई है। वही पार्षदों ने कार्यकारिणी में प्रस्तुत किये गए बजट में बिना सदन की अनुमति के कुछ मदो में बढोत्तरी कर सदन में देने पर आपत्ति जताई। जिसपर अध्यक्ष ने आगे से बिना सदन की अनुमति के ऐसा न करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। उप सभापति नरसिंह दास ने इस दौरान नगर आयुक्त से अनुरोध किया कि दीपावली से पूर्व सभी कर्मचारियों का मानदेय दे दिया जाए। इसके बाद सभी सदस्यों की सहमति के बाद नगर निगम का पुनरीक्षित बजट पारित कर दिया गया। इसके बाद पार्षदों ने अपने क्षेत्र की समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया।
इस क्रम में पार्षद इंद्रेश सिंह ने कहा कि यह केवल मेरे वार्ड की समस्या नही है बल्कि सभी वार्डो की समस्या है। नगर वासी जब गृह, सीवर और जलकर के लिए भुगतान करता है। फिर उनसे यूजर चार्ज क्यो वसूला जा रहा। मेरे वार्ड में 3500 मकान होंगे और मात्र 14 सफाई कर्मी है। जो कि मात्र बीस प्रतिशत सफाई कर पाते है। फिर भी 90 प्रतिशत कार्य की रिपोर्ट लगाकर वाराणसी वेस्ट सल्यूशन को भुगतान किया जाता है। जो नगरवासियो का दोहन है। वही पार्षदों ने कहा कि शहर की लाइटे खराब है फिर भी इसका मरम्मत बजट दो करोड़ से सात करोड़ क्यो किया गया। जिसका जवाब अधिशासी अभियंता प्रकाश नही दे पाए।
पार्षद राजेश यादव ने ज्वलनशील पदार्थो की बिक्री करने वाले ब्यापारियों का लाइसेंस नही बनाने पर उनका व्यापार प्रभावित होने की बात उठाई। जिसपर लाइसेंस अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि लाइसेंस जारी किया जा रहा है। इस पर पार्षद अमरदेव यादव ने कहा यदि जारी हो रहा है तो पुछले दस दिनों में कोई लाइसेंस जारी किया गया है तो दिखा दीजिए। जिसका उत्तर अधिकारी नही दे पाए। पार्षदों ने इस दौरान फॉगिंग न होने के साथ ही जलकल द्वारा सीवर निर्माण का कार्य न कराने का भी मुद्दा उठाया। जिसपर अध्यक्ष ने कार्य को समय से कराकर पार्षदों को सूचित करने का निर्देश दिया।
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पूर्व पार्षद शम्भू नाथ बाटुल को शोकसभा कर दी गई श्रद्धांजलि
नगर निगम के बजट सत्र में चर्चा और बजट पारित करने के बाद उप सभापति नरसिंह दास ने पूर्व पार्षद शम्भू नाथ बाटुल का शोक प्रस्ताव रखते हुवे बताया कि शम्भू नाथ बहुत ही जुझारू नेता और जागरूक पार्षद थे। जिनका आज सुबह बीमारी के चलते देहांत हो गया। शोक प्रस्ताव का सभी ने समर्थन किया। जिसके बाद दो मिनट का मौन रखकर शम्भू नाथ बाटुल को श्रद्धांजलि दी गई और सदन की बैठक समाप्त कर दी गई।
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