Hardoi News: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह- गुणवत्ताहीन सामग्री देखकर भड़के डीएम, बोले किसी कीमत पर नहीं छोड़ूंगा।
डीएम ने नहीं होने दिया वितरण, कहा कि घर पहुंच जाएंगे मानकों के अनुसार उपहार....
हरदोई: हद हो गई गरीब बेटियों की शादी में उपहार के रूप में दी जाने वाली सामग्री में भी घालमेल करने का प्रयास किया गया। उपहार में दी जाने वाली सामग्री का नमूना कुछ और दिखाया गया था, लेकिन बुधवार को सामग्री कुछ और भेज दी। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने खुद समिति बनाकर बुधवार की शाम जांच कराई तो उपहार की सामग्री की गुणवत्ता खराब मिली। न बर्तन ठीक न कपड़े, जिस पर जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया और उन्होंने जिम्मेदारों को फटकार लगाई। कहा कि गरीब बेटियों की शादी में दिए जाने वाले उपहार में मनमानी नहीं चलेगी और किसी भी कीमत पर ऐसा करने वाले को नहीं छोड़ूंगा। डीएम ने वैवाहिक समारोह में गुणवत्ता हीन सामग्री वितरित नहीं करने दी और फर्म संचालक को एफआइआर की चेतावनी देते हुए दूसरी सामग्री देकर घर घर पहुंचाने का निर्देश दिया।
हुआ यूं था कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजन के उपरांत वर एवं वधुओं को देने के लिए उपहार क्रय किए गए थे। जेम पोर्टल पर उपहार वितरण का टेंडर हासिल करने वाली कार्यदायी संस्था हाथरस जनपद की गायत्री फूड एवं प्राइवेट लिमिटेड ने सैंपल में दिखाए गए उपहारों की बजाए गुणवत्ताहीन उपहारों की आपूर्ति भेज दी, सामग्री देखकर डीएम का पारा चढ़ गया और समिति की जांच में हकीकत भी सामने आ गई।
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डीएम ने कार्यदायी संस्था के संचालक शिवांक गोयल को फटकार लगाते हुए उसके विरुद्ध एफआईआर के निर्देश दिए। कहा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आयोजन में गुणवत्ताहीन सामग्री देकर जिला प्रशासन एवं सरकार की छवि को खराब करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया सामग्री सप्लाई करने वाली फर्म की गड़बड़ियों के चलते वर एवं वधुओं को बिना उपहार दिए विदा किया गया। बताया जल्द ही वर एवं वधुओं तक उपहार पहुंचवा दिए जाएंगे।
- बर्तन कपड़े सब छोटे, कंबल की मोटाई भी रह गई आधी
उपहारों के वितरण से पहले जिला मजिस्ट्रेट द्वारा गुणवत्ता की जांच करने वाली समिति को बर्तनों एवं कपड़ों का आकार छोटा मिला। जो साड़ी व अन्य कपड़े सैंपल में दिखाए गए थे, उनके मुकाबले साड़ियां एवं कपड़े गुणवत्ताहीन थे। बर्तनों का न वो वजन था, न ही आकार जो सैंपल में दिखाए गए थे। कंबल की मोटाई भी आधी रह गई थी। ट्राली बैग भी ब्रांडेड की बजाए गुणवत्ताहीन एवं लोकल मार्केट से लिया गया बताया गया।
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