Book Little Yogi:- डॉ कौशलेंद्र की नई किताब 'नन्हा योगी' का विमोचन लेखक के माता- पिता ने किया।
भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और आधुनिकता का संगम प्रस्तुत करने वाली बाल-कथा "नन्हा योगी" का विमोचन आज संपन्न हुआ। पुस्तक का विमोचन....

भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और आधुनिकता का संगम प्रस्तुत करने वाली बाल-कथा "नन्हा योगी" का विमोचन आज संपन्न हुआ। पुस्तक का विमोचन लेखक के माता-पिता प्रभा सिंह और सर्व जीत सिंह के हाथों हुआ। इस अवसर पर सर्वजीत सिंह ने बताया कि मुझे खुशी है कि उनका पुत्र अपनी लेखनी और ज्ञान के माध्यम से समाज के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। इस पुस्तक के लेखक डॉ. कौशलेंद्र विक्रम सिंह, जो राजकीय महाविद्यालय पिहानी हरदोई में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, मूलतः बहराइच जनपद के हुजूरपुर कस्बे के ग्राम शाहपुर के रहने वाले हैं। "अनचाहे अंतराल" उनका लोकप्रिय उपन्यास है।
उन्होंने "नन्हा योगी" को एक ऐसे चरित्र के रूप में प्रस्तुत किया है, जो बच्चों को रोचक कहानियों के माध्यम से नैतिकता, विवेक और भारतीय संस्कृति का ज्ञान देता है। "नन्हा योगी" में कुल ग्यारह कहानियाँ शामिल हैं, जो बच्चों के सामने आधुनिक समाज की चुनौतियों को सरल और प्रेरणादायक तरीके से प्रस्तुत करती हैं। इन कहानियों में डिजिटल लत, जंक फूड, सामाजिक विखंडन, जुए की लत और नैतिक शिक्षा की कमी जैसी समस्याओं को दर्शाया गया है। नन्हा योगी का मुख्य पात्र एक असाधारण बालक है, जो आध्यात्मिक शक्ति और विवेक से युक्त है। दो बाल मित्रों ओजस और कौस्तुभ के साथ नन्हा योगी कई साहसिक कार्य करता है। प्रत्येक कहानी में नन्हा योगी अपनी सूझबूझ, वेदों-उपनिषदों के ज्ञान और साहस से इन बुराइयों का समाधान करता है।
कथानक को रोचक बनाया गया है जो बच्चों को बाँधे रखेगा और सीखने के लिए प्रेरित करेगा। पुस्तक सजीव चित्रों और रंगीन पृष्ठों से सुसज्जित है, जो बच्चों की पढ़ने की रुचि को बढ़ाएंगी। इस अवसर पर लेखक डॉ. कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि आज के बच्चे तकनीक और आधुनिकता की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन अगर उनके साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा न हो, तो यह समाज के लिए घातक हो सकता है। 'नन्हा योगी' के माध्यम से मैंने यह प्रयास किया है कि बच्चे मनोरंजन के साथ-साथ जीवन के महत्वपूर्ण सबक भी सीखें।
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कहानी में रोमांच, एक्शन और हास्य का मिश्रण है, जिससे बच्चे बिना बोर हुए इसे पढ़ सकते हैं। नन्हा योगी की चतुराई और सूझबूझ बच्चों को सोचने और समस्या सुलझाने की प्रेरणा देती है। "नन्हा योगी" केवल एक कहानी नहीं है, बल्कि बच्चों को एक बेहतर इंसान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उन्हें मौजूदा समाज की चुनौतियों से निपटने, बुद्धिमत्ता से सोचने और नैतिक रूप से सशक्त बनने की प्रेरणा देती है। "नन्हा योगी" एमेजॉन, फ्लिपकार्ट और अन्य ऑनलाइन स्टोर्स और प्रमुख बुकस्टोर्स पर उपलब्ध है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य, अधिकारियों, प्राध्यापकों और शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी है।
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