Hardoi: सांडी के तेरापुरसौली गंगा घाट पर श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया गंगा उत्सव।
जिला गंगा समिति, हरदोई के तत्वावधान में दिनांक 04 नवम्बर 2025 को विकासखण्ड सांडी के तेरापुरसौली गंगा घाट पर गंगा उत्सव का भव्य आयोजन
हरदोई। जिला गंगा समिति, हरदोई के तत्वावधान में दिनांक 04 नवम्बर 2025 को विकासखण्ड सांडी के तेरापुरसौली गंगा घाट पर गंगा उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन श्रद्धा, उत्साह और जनभागीदारी का अद्भुत संगम रहा। उत्सव का शुभारंभ जनता इंटर कॉलेज, पुरसौली में विभिन्न जनजागरूकता कार्यक्रमों के साथ हुआ, जिसमें विद्यार्थियों के मध्य प्रश्नोत्तरी, रंगोली प्रतियोगिता, पौधरोपण,प्रभातफेरी एवं हस्ताक्षर अभियान जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों में गंगा संरक्षण एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश दिया गया।
दोपहर बाद तेरापुरसौली गंगा घाट पर गंगा महाआरती एवं दीपदान कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, स्कूली बच्चों तथा स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। घाट परिसर को दीपों की पंक्तियों से अलंकृत किया गया, वहीं स्थानीय गंगादूतों और सेवकों द्वारा 1100 दीपों से “गंगा उत्सव 2025” लिखकर एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिसने सभी उपस्थित जनों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के दौरान प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागियों को जिला युवा अधिकारी प्रतिमा वर्मा, प्रधानाचार्य राजेश तिवारी (जनता इंटर कॉलेज, पुरसौली), जिला परियोजना अधिकारी अश्वनी कुमार मिश्र एवं क्षेत्रीय वन अधिकारी श्री प्रत्युष श्रीवास्तव द्वारा ट्रॉफी, स्मृति-चिह्न एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
गंगा महाआरती एवं दीपदान के मुख्य अतिथि अनिल राजपूत, ब्लॉक प्रमुख, सांडी रहे, जबकि विशिष्ट अतिथियों में सुभाष पांडेय (क्षेत्रीय सह-संयोजक), आकाश तिवारी (जिला संयोजक, नमामि गंगे, भाजपा) तथा प्रतिमा वर्मा, जिला युवा अधिकारी सम्मिलित रहीं। अतिथियों द्वारा गंगादूतों, गंगा प्रहरियों एवं गंगा सेवकों को नमामि गंगे ट्रैक सूट वितरित किए गए।
गंगा आरती का संचालन ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन से प्रशिक्षित कैलाश चंद्र, भवानी प्रसाद शर्मा एवं प्रियांशु अवस्थी द्वारा किया गया, जिनकी आरती व भजन-धुनों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। इस अवसर पर स्थानीय युवा मंडल के सदस्य, वन विभाग के अधिकारी-कर्मी, जनमानस एवं सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। गंगा आरती के समापन पर सभी ने माँ गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के लिए सामूहिक संकल्प लिया। गंगा उत्सव का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और जनजागरूकता की दिशा में भी एक सार्थक पहल सिद्ध हुआ।
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