Gorakhpur News: ग्लोबल रैंकिंग हासिल करने की कार्ययोजना बनाए गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) : CM योगी (Yogi)

CM ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) को अपनी 75 वर्ष की यात्रा के दौरान हुए कार्यक्रमों को धरोहर के रूप में संजोना चाहिए। आज तो डिजिटल का दौर है ऐसे में किसी भी...

Apr 30, 2025 - 23:21
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Gorakhpur News: ग्लोबल रैंकिंग हासिल करने की कार्ययोजना बनाए गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) : CM योगी (Yogi)

सार-

  • दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) के हीरक जयंती समारोह में बोले CM
  • उल्लेखनीय ग्लोबल रैंकिंग हासिल करने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से जुड़ना होगा : CM
  • आगामी कार्ययोजना में किसी क्षेत्र विशेष में विशिष्टता हासिल करने का हो प्रयास : CM

By INA News Gorakhpur.

गोरखपुर: CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने कहा कि अपनी 75 वर्ष की शानदार यात्रा का मूल्यांकन करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) को अब शताब्दी वर्ष अर्थात आगामी 25 वर्षों की कार्ययोजना बनानी चाहिए। इस कार्ययोजना में उन बातों का जरूर ध्यान रखना होगा जिससे हमारा विश्वविद्यालय अच्छी ग्लोबल रैंकिंग वाले विश्वविद्यालय के रूप में अपनी पहचान वैश्विक बना सके।CM योगी (Yogi) बुधवार अपराह्न दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) के हीरक जयंती समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। CM ने हीरक जयंती वर्ष के लिए विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा कि एक मई 1950 को स्थापित इस विश्वविद्यालय की 75 वर्ष की यात्रा के विराम के बाद कल एक मई से अमृतकाल की यात्रा शुरू होगी।शताब्दी महोत्सव में गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) कहां होगा, इसकी कार्ययोजना आगामी छह माह से एक साल के भीतर बना लेनी होगी। और, फिर बिना रुके, बिना डिगे उस कार्ययोजना पर प्रयास करने की जरूरत होगी। CM ने कहा कि निश्चित ही विश्वविद्यालय ने अपनी अब तक की यात्रा में अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं लेकिन अब अच्छी और उल्लेखनीय ग्लोबल रैंकिंग हासिल करने की दिशा में बढ़ने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की आगामी कार्ययोजना में सरकार हर संभव सहयोग करने को तत्पर है। 

CM ने कहा कि आगामी 25 वर्षों की कार्ययोजना में विश्वविद्यालय को विशिष्टता के क्षेत्र में प्रयास करने चाहिए। इस दौरान ढेर सारे अवसर आएंगे। उन अवसरों को अपने अनुरूप जोड़ना और सामयिक निर्णय लेना होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति या संस्था के लिए प्रत्येक क्षेत्र में आगे होना संभव नहीं है। इसलिए कोई एक ऐसा क्षेत्र चुना जाना चाहिए जिसमें कुछ विशिष्टता प्राप्त हो सके और उससे नई पहचान मिल सकेCM योगी (Yogi) ने कहा कि 75 वर्ष की यात्रा विश्वविद्यालय की स्थापना और इसकी प्रगति में योगदान देने वाले विभूतियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का भी अवसर है। भारतीय ज्ञान परंपरा को संहिताबद्ध करने वाले वेद व्यास का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए गुरु पूर्णिमा पर्व की शुरुआत हुई।

उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि आजाद भारत का पहला विश्वविद्यालय गोरखपुर में स्थापित हुआ। तब संसाधन नहीं थे, कनेक्टिविटी भी नहीं थी इसके बावजूद कुछ मानिंद लोगों ने विश्वविद्यालय की स्थापना का कार्य संभव कर दिखाया। CM ने विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए अपने दो डिग्री कॉलेज देने वाले महंत दिग्विजयनाथ, कल्याण के संपादक भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार, सरदार सुरेंद्र सिंह मजीठिया, तत्कालीन जिलाधिकारी सुरति नारायण मणि त्रिपाठी, मधुसूदन दास डॉ. एनके लाहिड़ी, पीसी चाको, पहले कुलपति प्रो. बीएन झा के योगदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी। 

  • आने वाली पीढ़ी के लिए धरोहर रूप में संजोए कार्यक्रमों, पब्लिकेशन्स को

CM ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) को अपनी 75 वर्ष की यात्रा के दौरान हुए कार्यक्रमों को धरोहर के रूप में संजोना चाहिए। आज तो डिजिटल का दौर है ऐसे में किसी भी लिखित धरोहर पर दीमक लगने का भय भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब तक की यात्रा में कितने पब्लिकेशन, शोध पत्र और नवाचार हुए इसे आने वाली पीढ़ी के लिए संग्रहित करना होगा।इस परिप्रेक्ष्य में CM ने 1940 में गोरखनाथ मंदिर से प्रकाशित योगी (Yogi) शांतिनाथ की ‘प्राच्य दर्शन’ पर लिखी पुस्तक को संजोने के प्रयासों का उल्लेख किया। बताया कि इस पुस्तक की एक मात्र प्रति 1995 में गायब हो गई थी लेकिन लगातार प्रयासों से अब उसे अयोध्या से प्राप्त कर लिया गया है और उस एक प्रति से अनेक प्रति का प्रकाशन सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे ही बहुत से लुफ्तप्राय प्रकाशन है जिन्हें संजोने  की आवश्यकता है। इस अवसर पर CM ने इस बात पर दुख प्रकट किया कि सूचना क्रांति ने पुस्तक पढ़ने की परंपरा को कमजोर किया है। 

  • स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार रहे विश्वविद्यालय, टापू न बने

CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने कहा कि आज दुनिया बहुत आगे है इसलिए खुद को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय टापू न बने। छात्र और शिक्षक के बीच, संस्थान और समाज के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने की दिशा में कार्य करे। उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए ज्ञान के प्रवाह को अंतिम पायदान तक पहुंचाने के लिए संवाद बेहद आवश्यक है।संवाद के जरिए ही हम समाज के विकास में अपनी भूमिका को रेखांकित कर पाएंगे। उन्होंने सोशल इंपैक्ट स्टडी, जिओ मैपिंग, फ्लड एक्शन प्लान और पुरातात्विक कार्य से जुड़े कुछ टिप्स देते हुए कहा कि यदि हम कार्य नहीं करेंगे तो पिछड़ जाएंगे। CM ने अशोक और चंद्रगुप्त की परंपरा में नालंदा से तक्षशिला को जोड़ने के लिए बनाए गए उत्तरपथ पर कौड़ीराम के सोहगौरा के होने की जानकारी देते हुए कहा कि हमारी सभ्यता सबसे प्राचीन है लेकिन शोध के विशिष्ट कार्य नहीं किए गए और हम बिछड़ते गए। 

  • गोरखपुर में जल्द बनेगा पांचवा विश्वविद्यालय

CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) की स्थापना उस दौर में हुई थी जब कनेक्टिविटी की स्थिति बेहद खराब थी। आज रोड, रेल और एयर, तीनों तरह की कनेक्टिविटी बेहद शानदार हुई है।आज गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University), मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, आयुष विश्वविद्यालय और महायोगी (Yogi) गोरखनाथ विश्वविद्यालय हैं। जल्द ही गोरखपुर में फॉरेस्ट्री और हॉर्टिकल्चर विश्वविद्यालय की स्थापना भी होने जा रही है। इसके अलावा गोरखपुर के बगल में कुशीनगर में महात्मा बुद्ध के नाम पर कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का निर्माण चल रहा है। 

  • CM योगी (Yogi) के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा गोविवि : रविकिशन (Ravi Kishan)

हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए सांसद रविकिशन (Ravi Kishan) शुक्ल ने कहा कि CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ की मंशा गौरवशाली गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) को उच्च शिक्षा का उत्कृष्ट केंद्र बनाने की है। उनके मार्गदर्शन में यह विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि CM योगी (Yogi) के निर्देश पर वह अपनी सांसद निधि से विश्वविद्यालय के लिए जरूरी कार्य कराने जा रहे हैं। 

  • श्रेष्ठ ज्ञान से सशक्त राष्ट्र बनाना गोविवि का लक्ष्य : कुलपति

समारोह में CM का स्वागत करते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि अपनी स्थापना के 75 वर्षों में गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) ने अपने विद्यार्थियों के माध्यम से अनेक क्षेत्रों में मजबूत पहचान बनाई है। उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति यात्रा में CM योगी (Yogi) के सहयोग और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विभिन्न संस्थानों से अच्छी रैंकिंग प्राप्त करने वाले इस विश्वविद्यालय को यूजीसी ने कटेगरी-1 के विश्वविद्यालय की मान्यता दी है।उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ ज्ञान से श्रेष्ठ मनुष्य और श्रेष्ठ मनुष्य से सशक्त राष्ट्र बनाने का लक्ष्य हासिल करने को यह विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव एमपी अग्रवाल पोस्ट मास्टर जनरल गौरव श्रीवास्तव, हीरक जयंती समारोह समिति की प्रो. नंदिता सिंह, प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा, प्रो. निखिल कांत शुक्ला भी मंच पर उपस्थित रहे। 

  • CM ने किया महंत दिग्विजयनाथ प्रेक्षागृह का शिलान्यास, 18 माह में कार्य पूर्ण करने के निर्देश

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) के हीरक जयंती समारोह में CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ प्रेक्षागृह का शिलान्यास किया। गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) की स्थापना में महंत दिग्विजयनाथ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अपने द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के दो डिग्री कॉलेज विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए सहर्ष दे दिए थे। महंत जी गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) की स्थापना समिति के उपाध्यक्ष भी थे।उनकी स्मृति में बनने वाले प्रेक्षागृह के निर्माण पर 43 करोड़ 10 लाख रुपये की लागत आएगी। प्रेक्षागृह की क्षमता 1500 लोगों की होगी। प्रेक्षागृह में दो कॉन्फ्रेंस हाल और एक प्रदर्शनी हाल भी होगा। महंत दिग्विजयनाथ प्रेक्षागृह का शिलान्यास करने के बाद CM ने इसके लेआउट और ड्राइंग मैप का अवलोकन किया। उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से निर्माण कार्य की समय सीमा के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने कहा कि 24 माह में प्रेक्षागृह बन जाएगा। इस पर CM ने निर्देशित किया कि समय सीमा कम करते हुए इसका निर्माण 18 माह में पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। 

  • हीरक जयंती द्वार का भी शिलान्यास,  विशेष स्मारिका का विमोचन, स्मृति सिक्के का लोकार्पण

हीरक जयंती समारोह के उपलक्ष्य में CM ने गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) के हीरक जयंती द्वार का शिलान्यास तथा हीरक जयंती स्पोर्ट्स स्टेडियम के शिलापट्ट का अनावरण भी किया। हीरक जयंती के अवसर पर CM के हाथों विश्वविद्यालय की 75 वर्ष की प्रगति यात्रा वर्णित करने वाली विशेष स्मारिका का विमोचन किया।इस अवसर पर उन्होंने 35 ग्राम के एक विशेष स्मृति सिक्के, डाक विभाग के सहयोग से निर्मित विशेष डाक टिकट और कवर का विमोचन तथा विश्वविद्यालय के सूचना, प्रकाशन एवं जनसंपर्क केंद्र की ओर से तैयार कराई गई डॉक्युमेंट्री व थीम सांग का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर CM के हाथों डॉ. अमित कुमार उपाध्याय, डॉ. कुशल नाथ तिवारी व यशवंत सिंह राठौड़ की पुस्तकों और अधिष्ठाता छात्र कल्याण की पुस्तिका संवाद का विमोचन भी हुआ। 

  • विशिष्ट पुरातन छात्रों को सम्मानित किया CM ने

गोरखपुर विश्वविद्यालय (Gorakhpur University) के हीरक जयंती समारोह में CM योगी (Yogi) आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय के विशिष्ट पुरातन छात्रों को सम्मानित किया। इनमें प्रख्यात साहित्यकार प्रो. रामदेव शुक्ल, बीएसएफ के डीआईजी रहे व कीर्ति चक्र से सम्मानित नरेंद्र नाथ धर दूबे, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संयुक्त निदेशक प्रवीण कुमार मिश्र, मुंबई में आयकर आयुक्त कृष्ण कुमार मिश्र, भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी वंदना त्रिपाठी, सुपरिचितरियल एस्टेट डेवेलपर शोभित मोहन दास और खगोल भौतिक विज्ञानी प्रो. दुर्गेश त्रिपाठी शामिल हैं। इनके अलावा संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चयनित इकबाल अहमद और अन्नू गुप्ता की मंच से प्रशंसा की गई।

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