Politics News: पटना के वीवीआईपी इलाके में गोलियों की तड़तड़ाहट, तेजस्वी यादव के आवास के पास फायरिंग, NDA पर भड़के RJD नेता।
बिहार की राजधानी पटना के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले वीवीआईपी इलाके पोलो रोड पर गुरुवार सुबह 19 जून 2025 को गोलियों की तड़तड़ाहट...
पटना: बिहार की राजधानी पटना के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले वीवीआईपी इलाके पोलो रोड पर गुरुवार सुबह 19 जून 2025 को गोलियों की तड़तड़ाहट से हड़कंप मच गया। जनता दल यूनाइटेड (JD-U) के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी के आवास के ठीक सामने दो बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने एक युवक पर गोली चलाई। इस घटना ने न केवल पुलिस और प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी तीखी बहस छेड़ दी। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जिनका सरकारी आवास घटनास्थल के पास ही है, ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “आज मेरे आवास के बाहर गोली चलाई/चलवाई गई है। NDA के राक्षस राज में सत्ता संरक्षित अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि अपराधी हाई सिक्योरिटी जोन में कुछ ही दूरी पर जहां राज्यपाल आवास राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, नेता प्रतिपक्ष आवास, न्यायाधीश आवास और एयरपोर्ट है, वहां खूंखार अपराधी खुलेआम फायरिंग करते घूम रहे हैं।”
- पोलो रोड पर दिनदहाड़े फायरिंग
19 जून 2025 को सुबह करीब 6 बजे, पटना के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के पोलो रोड पर, जो शहर का सबसे पॉश और हाई-सिक्योरिटी जोन माना जाता है, दो बाइक सवार अपराधियों ने राहुल कुमार नाम के एक ड्राइवर पर गोली चलाई। न्यूज18 की 19 जून की रिपोर्ट के अनुसार, राहुल कौशल नगर का रहने वाला है और सुबह अपनी ड्यूटी पर पैदल जा रहा था। अपराधियों ने उसे घेरकर पिस्टल के बल पर उसका मोबाइल फोन, 400 रुपये, और पर्स छीन लिया। जब राहुल ने विरोध किया, तो बदमाशों ने उस पर गोली चला दी, लेकिन सौभाग्यवश निशाना चूक गया, और वह बाल-बाल बच गया। पुलिस ने घटनास्थल से एक गोली का खोखा बरामद किया और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए।
यह घटना बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी के सरकारी आवास के बैक गेट पर हुई, जो तेजस्वी यादव के 1, पोलो रोड स्थित सरकारी बंगले से कुछ ही कदम की दूरी पर है। इस इलाके में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, राज्यपाल भवन, हाईकोर्ट के जजों, और कई वरिष्ठ IAS अधिकारियों के आवास भी हैं। इतने संवेदनशील क्षेत्र में दिनदहाड़े फायरिंग ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी।
- तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया: NDA पर तीखा हमला
घटना के कुछ घंटों बाद, तेजस्वी यादव ने X पर एक पोस्ट के जरिए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा, “आज मेरे आवास के बाहर गोली चलाई/चलवाई गई है। NDA के राक्षस राज में सत्ता संरक्षित अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि अपराधी हाई सिक्योरिटी जोन में कुछ ही दूरी पर जहां राज्यपाल आवास राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, नेता प्रतिपक्ष आवास, न्यायाधीश आवास और एयरपोर्ट है, वहां खूंखार अपराधी खुलेआम फायरिंग करते घूम रहे हैं। खबरदार! कोई इसे जंगलराज कहेगा तो? वैसे भी कल प्रधानमंत्री बिहार आ रहे हैं, इसलिए गोदी मीडिया को सकारात्मक छवि बनाए रखनी है।”
तेजस्वी ने बाद में राजद की एक बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में भी इस मुद्दे को उठाया। दैनिक भास्कर की 19 जून की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, “पूरे तरीके से अपराधियों का राज आ गया है। सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। मुख्यमंत्री का इकबाल खत्म हो गया है। प्रशासन में अराजकता आ गई है। जब हमारे घर के बाहर गोलियां चल रही हैं, उस वीवीआईपी इलाके में, ऐसा तो आज तक नहीं हुआ।” उन्होंने यह भी तंज कसा कि 2005 से पहले RJD शासन में ऐसी घटनाएं होती थीं, लेकिन अब NDA के शासन में स्थिति बदतर हो गई है।
तेजस्वी की बहन और RJD नेता रोहिणी आचार्या ने भी इस घटना पर X पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “सुरक्षा के दृष्टिकोण से राजधानी पटना के सबसे संवेदनशील इलाके में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आधिकारिक आवास के बाहर गोली चलने की घटना से ही बिहार की बदहाल कानून-व्यवस्था उजागर होती है। कुछ दिनों पहले तेजस्वी के काफिले में एक ट्रक घुसने की घटना और आज की फायरिंग से सरकार की मंशा पर शक होता है।”
- पुलिस की कार्रवाई और प्रारंभिक जांच
पटना पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई शुरू की। ABP लाइव की 19 जून की रिपोर्ट के अनुसार, एयरपोर्ट थाना और सचिवालय थाना पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया। पुलिस ने FSL (फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी) और डॉग स्क्वॉड की मदद से साक्ष्य जुटाए। एयरपोर्ट थाना प्रभारी ने बताया कि दो अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने राहुल पर दो राउंड फायरिंग की, जिनमें से एक गोली का खोखा बरामद हुआ। पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है, और अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह लूटपाट की घटना प्रतीत होती है। राहुल की मां आशा देवी ने बताया, “मेरा बेटा सुबह ड्यूटी पर जा रहा था। दो बाइक सवारों ने उसे घेरकर पिस्तौल दिखाई और उसका मोबाइल और 400 रुपये छीन लिए। विरोध करने पर उन्होंने गोली चलाई, लेकिन वह बच गया।”
हालांकि, तेजस्वी और रोहिणी के बयानों ने इस घटना को सियासी रंग दे दिया। कुछ X यूजर्स ने इसे तेजस्वी की हत्या की साजिश तक करार दिया। @shah34516 ने लिखा, “तेजस्वी यादव की हत्या की कोशिश की गई। NDA के राक्षस राज में अपराधी हाई सिक्योरिटी जोन में खुलेआम फायरिंग कर रहे हैं।” हालांकि, पुलिस ने ऐसी किसी साजिश की पुष्टि नहीं की है।
- पटना में अपराध का बढ़ता ग्राफ
यह घटना पटना में बढ़ते अपराध का एक और उदाहरण है। पत्रिका न्यूज की 19 जून की रिपोर्ट के अनुसार, NCRB (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के 2017-2022 के आंकड़ों में बिहार हिंसक अपराधों के मामले में शीर्ष पांच राज्यों में शामिल रहा है। पटना में हर साल औसतन 82 हिंसक घटनाएं दर्ज होती हैं। हाल के कुछ मामलों ने भी बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं:
13 जून 2025: दानापुर के न्यूल्स टोला गोला रोड पर अपराधियों ने श्रवण कुमार नाम के एक युवक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी।
17 जून 2025: पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के मैनपुरा में दो युवकों पर फायरिंग हुई, जिसमें राजा कुमार की मौत हो गई।
पिछले महीने: लखीसराय में एक पंचायत मुखिया और वार्ड पार्षद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इन घटनाओं ने बिहार में अपराधियों के बेलगाम हौसलों को उजागर किया है। विशेष रूप से, पोलो रोड जैसे वीवीआईपी इलाके में फायरिंग ने पुलिस की सक्रियता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। गौरतलब है कि उसी दिन पटना के नए SSP कार्तिकेय शर्मा ने पदभार ग्रहण किया था, जिससे यह घटना प्रशासन के लिए और भी शर्मनाक बन गई।
- राजनीतिक प्रभाव: जंगलराज बनाम राक्षस राज
तेजस्वी यादव ने इस घटना को NDA सरकार की विफलता का प्रतीक बताते हुए “राक्षस राज” का जुमला उछाला। यह बयानबंदी उनके पुराने “जंगलराज” के आरोपों का जवाब भी है, जो RJD शासनकाल पर लगाए जाते रहे हैं। लाइव हिंदुस्तान की 19 जून की रीपोर्ट के अनुसार, तेजस्वी ने कहा, “2005 से पहले ऐसा होता था कि नेता प्रतिपक्ष के घर के सामने गोलियां चलती थीं। अब NDA के राज में स्थिति और बदतर है।” उन्होंने यह भी तंज कसाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 जून के बिहार दौरे से पहले यह घटना हुई है, जो NDA की छवि को प्रभावित कर सकती है।
रोहिणी आचार्या ने इसे तेजस्वी की सुरक्षा से जोड़ते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाया। कुछ X यूजर्स ने इसे “लोकतंत्र पर हमला” और “तेजस्वी की हत्या की साजिश” तक करार दिया। @rekhakumari_1 ने लिखा, “यह कोई सामान्य घटना नहीं, यह लोकतंत्र को चुनौती है।” हालांकि, JD-U और BJP की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
विपक्षी दलों ने इस घटना को बिहार में बिगड़ती कानून-न्यवस्था के सबूत के रूप में पेश किया।। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा, “तीन केंद्री य एजेंसियां छोटी मछलियों को पकड़ रही हैं, जबकि बिहार में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।।” यह घटना 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों से पहले सियासी तापमान को और बढ़ा सकती है।
पोलो रोड जैसे हाई-सिक्योरिटी जोन में फायरिंग ने बिहार की पुलिस व्यवस्था की पोल खोल दी है। लाइव हिंदुस्तान की 19 जून की रीपोर्ट के अनुसार, स्थानीय लोगों में गुस्सा है।। एक निवासी ने कहा, “जब मंत्रियों के घर के सामने ऐसी घटना हो सकती है, तो आम आदमी की सुरक्षा का क्या हाल होगा?”
कानूनी दृष्टिकोण से, यह लूट और फायरिंग का मामला IPC की धारा 392 (लूट) और 307 (ह्त्या की कोशिश) के तहत दर्ज हो सकता है।। पुलिस ने अभी तक अपराधियों की पहचान नहीं की है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और फोरेंसिक सबूतों से उनकी तलाश जारी है।।
सामाजिक रूप से, यह घटना बिहार में बढ़ते अपराध के खिलाफ जनता के गुस्से को दर्शाती है।। X पर कई यूजर्स ने तेजस्वी के समर्थन में पोस्ट किए।। @amanydv4008 ने लिखा, “तेजस्वी जी वंचितों की आवाज हैं, और सत्ता पक्ष उनकी आवाज से घबराया हुआ है।” हालांकि, कुछ ने इसे सियासी ड्रामा भी कहा, जिससे यह विवाद और गहरा गया।
यह पहली बार नहीं है जब तेजस्वी यादव की सुरक्षा चर्चा में आई है। दैनिक भास्कर की 19 जून की रीपोर्ट के अनुसार, कुछ दिन पहले तेजस्वी के काफिले में एक ट्रक के घुसने की घटना हुई थी, जिसे उन्होंने प्रशासन की लापरवाही बताया था। उस समय भी रोहिणी ने इसे साजिश करार दिया था।।
पिछले साल अक्टूबर 2024 में तेजस्वी का 1, पोलो रोड का बंगला सुर्खियों में था, जब उन पर सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग के आरोप लगे।। तब वह अपने पुराने बंगले (5 देशरत्न मार्ग) को छोड़कर नए बंगले में शिफ्ट हुए थे।। इन घटनाओं ने तेजस्वी को हमेशा सियासी सुर्खियों में रखा है।
पटना के पोलो रोड पर हुई फायरिंग की घटना ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। तेजस्वी यादव ने इसे NDA के “राक्षस राज” का प्रतीक बताकर सियासी हमला बोला, जिसने इस मामले को और संवेदनशील बना दिया।।
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