Hardoi : साइबर थाना पुलिस ने फर्जी बिजनेस अकाउंट से ठगी करने वाले दो अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से ठगी में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद की, जिसमें 6 मोबाइल फोन, 10 सिम कार्ड, 1 डेबिट कार्ड, 1 चेक, 1 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 1 ड्राइविं

Jul 11, 2025 - 21:46
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Hardoi : साइबर थाना पुलिस ने फर्जी बिजनेस अकाउंट से ठगी करने वाले दो अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
साइबर थाना पुलिस ने फर्जी बिजनेस अकाउंट से ठगी करने वाले दो अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

Hardoi : साइबर थाना पुलिस ने 10 जुलाई 2025 को सोशल मीडिया पर फर्जी बिजनेस अकाउंट बनाकर लोगों के साथ ठगी करने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चलाए जा रहे अपराध नियंत्रण अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान शनि, पुत्र स्वर्गीय सर्वेश, निवासी ग्राम राजेपुरी राठौरी, थाना राजेपुर, जनपद फर्रुखाबाद और संदीप कुमार, पुत्र बालकराम, निवासी ग्राम बिरासिन, थाना निगोही, जनपद शाहजहाँपुर के रूप में हुई है।

पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से ठगी में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद की, जिसमें 6 मोबाइल फोन, 10 सिम कार्ड, 1 डेबिट कार्ड, 1 चेक, 1 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 1 ड्राइविंग लाइसेंस, 1 वाहन पंजीकरण कार्ड और 1 कार (पंजीकरण संख्या DL 3CBR 2557) शामिल हैं। इस मामले में साइबर थाना हरदोई में मुकदमा संख्या 72/25 दर्ज किया गया, जिसमें धारा 318(4), 336(3), 338, 61(2), और 3(5) बीएनएस के साथ-साथ 66D आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।

पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जस्टडायल वेबसाइट पर फर्जी मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का उपयोग करके ट्रांसपोर्ट कंपनी और गल्ला व्यापार जैसे फर्जी बिजनेस अकाउंट बनाए। इन अकाउंट्स के जरिए वे लोगों को सामान भेजने या ट्रांसपोर्ट सुविधा देने का झूठा लालच देकर संपर्क करते थे। इसके बाद फर्जी बिल बनाकर कुल राशि का 40 प्रतिशत एडवांस मांगते और अलग-अलग बैंक खातों में पैसे जमा करवाकर ठगी करते थे।

साइबर थाना पुलिस की इस कार्रवाई में निरीक्षक वहीद अहमद (प्रभारी साइबर सेल), निरीक्षक ओम प्रकाश सरोज, उपनिरीक्षक संतोष कुमार कैथल, कांस्टेबल गौरव त्रिपाठी, नरेंद्र यादव और प्रमोद कुमार शामिल रहे। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान कॉल्स, मैसेज या ऑनलाइन विज्ञापनों पर भरोसा करने से पहले उनकी सत्यता जांच लें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साइबर थाना या राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।

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