Hardoi News: माहे रमज़ान का आगाज़, सजी खजूर की दुकाने, बरसेगी अल्लाह की रहमत और बरकत
उलमा की माने तो रमज़ान सिर्फ रोज़े का नहीं बल्कि इस दौरान मुसलमान गरीबों की मदद, जकात, सदक़ा और खैरात करता है ताकि जरूरतमंदों की मदद की जा सके। इस महीने में हर नेकी का ..
By INA News Hardoi.
सण्डीला: अल्लाह की रहमत और बरकतें चारों ओर फैलने लगती हैं। यह महीना सिर्फ रोजे रखने का नहीं, बल्कि इबादत और नेकी के कामों को बढ़ाने का बेहतरीन मौका है। रमज़ान के पहले रोजे के साथ शुरू मुबारक माह में रोज़ा रखने वाले मुसलमान सेहरी से लेकर इफ्तार का विशेष ध्यान रखते हैं। 12 महीनों में रमज़ान को सबसे ज्यादा शुभ और मुबारक महीना माना जाता है.जिसमें रोज़े रखना,तरावी की नामज़ पढना,इबादत करना और कुरआन की तिलावत के साथ वह सभी कार्य करना हैं, जिनसे अल्लाह को राजी किया जा सके। उलमा की माने तो रमज़ान सिर्फ रोज़े का नहीं बल्कि इस दौरान मुसलमान गरीबों की मदद, जकात, सदक़ा और खैरात करता है ताकि जरूरतमंदों की मदद की जा सके।
इस महीने में हर नेकी का सवाब कई गुना बढ़ जाता है, इसलिए लोग ज्यादा से ज्यादा इबादत करने और अच्छे कर्मों में लिप्त रहने की कोशिश करते हैं।वहीँ दूसरी ओर रमज़ान को लेकर बाज़ारो रौनक बढ़ गई है.विशेष कर खजूर की दुकाने सज गई हैं. इस बार नगर में हिदुस्तान के आलवा विदेशी खज़ूर भी काफ़ी पसंद की जा रही है. वफ़ा खजूर सेंटर विक्रेता हाफिज इमरान ने बताया की उनके पास 120 ₹ से लेकर 1600 ₹ तक खजूर उपलब्ध है.इमरान ने बताया की उनके पास अज्वा1300₹kg अम्बर ₹1600 kg,मैबरूम ₹700kg राबिया ₹500kg सुक्करी₹,460kg,कलमी ₹,750kg,सगई ₹800kg,मशरूक ₹660kg,बरारी ₹140kg,कीमिया ₹140 सुफ़री ₹440kg, मज़फ़ाती ₹280kg,क्राउन डेट्स ₹200paik,सुल्तान ₹320kg,मरियम ₹500kg,बरनी ₹440kg,अल्जीरियन डेट्स ₹ 350कग आदि उपलब्ध है.
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