कानपुर मेट्रो- चार स्टेशनों पर पुस्तक मेलों का आयोजन, विश्वविद्यालय, मोती झील, बड़ा चौराहा और कानपुर सेंट्रल में सजा पुस्तकों का बाजार; एनसीएमसी गोस्मार्ट कार्डधारकों को मिल रहा विशेष डिस्काउंट
यात्रा अनुभव को और समृद्ध बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) द्वारा लगातार सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं

शहर की लाइफलाइन मेट्रो: विस्तार के बाद 25 लाख यात्रियों का सफर, सांस्कृतिक आयोजनों से बढ़ा जुड़ाव और राइडरशिप
कानपुर मेट्रो के मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक सेवा विस्तार के प्रथम 100 दिनों में यात्रियों का उत्साह और विश्वास लगातार बना हुआ है। इस अवधि में मेट्रो ने 25 लाख से अधिक यात्रियों की सफलतापूर्वक सेवा की है, और प्रतिदिन औसतन लगभग 25,000 यात्री मेट्रो से सफर कर रहे हैं।
यात्रा अनुभव को और समृद्ध बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) द्वारा लगातार सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इन आयोजनों में पुस्तक मेले, संगीत संध्याएं, शैक्षिक भ्रमण, जन्मदिन समारोह और विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं, जो न केवल यात्रियों के लिए यात्रा को आनंददायक बनाते हैं बल्कि उन्हें मेट्रो से गहरे स्तर पर जोड़ते भी हैं। इसी क्रम में कानपुर मेट्रो के चार प्रमुख स्टेशनों; मोतीझील, बड़ा चौराहा, कानपुर सेंट्रल और विश्वविद्यालय स्टेशन पर पुस्तक मेलों का आयोजन किया गया है।
मोती झील, बड़ा चौराहा और कानपुर सेंट्रल में आयोजित पुस्तक मेले की अवधि डेढ़ माह की है वहीं विश्वविद्यालय स्टेशन पर आयोजित पुस्तक मेले की अवधि एक माह की है। मेट्रो के एनसीएमसी गोस्मार्ट कार्डधारकों को इन पुस्तक मेलों में 10 प्रतिशत अतिरिक्त डिस्काउंट का लाभ भी मिल रहा है।
पुस्तक मेले में साहित्य, कला, विज्ञान, वित्तीय प्रबंधन, प्रेरणादायक साहित्य, सामान्य ज्ञान, जीवनियाँ, बच्चों की शिक्षापरक पुस्तकें, किशोरों हेतु कॉमिक्स, मंगा सीरीज़, हैरी पॉटर व सुपरहीरो आधारित पुस्तकें उपलब्ध हैं। साथ ही, मोटिवेशनल पोस्टर, लैंडस्केप आर्ट और आकर्षक स्टेशनरी भी पाठकों को लुभा रही हैं।
विश्वविद्यालय स्टेशन पर यह मेला विशेष रूप से छात्रों की पसंद और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पहली बार आयोजित किया गया है। यह आयोजन साहित्य प्रेमियों के लिए एक अनोखा अनुभव बन रहा है, जिसमें वे देश-विदेश के प्रतिष्ठित लेखकों और विचारकों की रचनाएं एक ही स्थान पर प्राप्त कर पा रहे हैं।
- यात्रियों का भरोसा, हमारी असली पूंजीः एमडी सुशील कुमार
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि “मेट्रो की बेहतरीन सुरक्षा और सुविधाओं के कारण महिलाएं और छात्र बड़ी संख्या में मेट्रो को अपना रहे हैं। वर्षा के दिनों में जब सड़कों पर यातायात बाधित होता है, मेट्रो यात्रियों के लिए सबसे विश्वसनीय विकल्प बनकर उभरी है। मई-जून की गर्मी में लोगों ने वातानुकूलित कोच में आरामदायक यात्रा का लाभ उठाया और प्रदूषण व ट्रैफिक जाम से भी बचे।“
उन्होंने 4 स्टेशनों पर आयोजित पुस्तक मेलों के संदर्भ में आगे कहा कि, “मेट्रो स्टेशनों पर पुस्तक मेलों के आयोजन का उद्देश्य पढ़ने-लिखने की संस्कृति को बढ़ावा देना है। ये मेले न केवल साहित्यप्रेमियों के लिए उपहार हैं, बल्कि मेट्रो यात्रा को एक समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव में भी बदलते हैं। यात्रियों से मिल रहा समर्थन हमें आगे भी ऐसे आयोजनों के लिए प्रेरित करता है।“
Also Click : Hardoi : आम की फसल को कीट और रोगों से बचाने के लिए जानें जरूरी उपाय
What's Your Reaction?






