Bijnor News: कुम्बल लगाने का मामला सुर्खियो में- जाने क्या है पूरा मामला।
कुंबल लगाने का मामला तो अक्सर सुर्खियों में बना रहता है, मगर उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर के धामपुर क्षेत्र में कुंबल ऐसे स्थान ....

रिपोर्ट- दिनेश कुमार प्रजापति ब्यूरो चीफ बिजनौर
बिजनौर। कुंबल लगाने का मामला तो अक्सर सुर्खियों में बना रहता है, मगर उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर के धामपुर क्षेत्र में कुंबल ऐसे स्थान पर लगाया गया जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। अपने निजी स्वार्थ सिद्धि पूरा करने के लिए खेत स्वामी के द्वारा नहर में ही कुंबल लगा दिया गया। जो भविष्य में जब इस नहर से पानी गुजरेगा तो आसपास के दर्जनों गांव बाढ़ की आशंका में घिरे रहेंगे। क्या है पूरा मामला अब हम आपको बताते हैं।
डेढ़ दशक पहले करोड़ों रुपए की लागत से कोटरा माइनर नहर का कार्य शुरू किया गया था। सिंचाई विभाग के द्वारा हरित क्रांति लाने के उद्देश्य से सरकार के द्वारा योजना को लागू करने के लिए अमली जामा पहनाया गया। नहर का लाभ भले ही अभी तक स्थानीय किसानों को नहीं हो पाया है। मगर अपने निजी स्वार्थ के चलते नहर की भूमि में कुंबल लगा सुरंग बना दी गई। इस नहर का उद्देश्य गिरते वाटर लेवल को नीचे गिरने से रोकना किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए निशुल्क तौर पर पर्याप्त पानी देने की व्यवस्था करना आदि विभागीय अभिलेखों में दर्ज है। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि कोटरा माइनर 28 किलोमीटर लंबी है जिसमें 14 किलोमीटर में मौजूदा समय में पानी चल रहा है। एक दर्जन स्थानों पर अवरोध दूर करने के प्रयास विभागीय स्तर पर जारी हैं। 1 साल पहले क्षेत्रीय विधायक अशोक कुमार राणा के द्वारा कोटरा रजवाहा को चालू करने के लिए सरकार की तरफ से 17 करोड रुपए की धनराशि भी मंजूर कराई गई थी बताते हैं कि 28 किलोमीटर रजवाहा में 90% कार्य पूर्ण हो चुका है लेकिन धामपुर के कुछ किसानों ने अधिग्रहित होने के बाद भी विभाग को जमीन नहीं दी जिस कारण बड़ा अवरोध नहर को चालू करने में बना था। सिंचाई विभाग के द्वारा भूमि अधिग्रहित कर नहर को चालू करने के प्रयास जारी है।
Also Read- Bijnor News: 27 वर्षीय पीएससी में तैनात सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत।
अभी सिंचाई विभाग पुराने अवरोध दूर भी नहीं कर पाया था एक नया मामला सामने आ गया। बताया जाता है कि धामपुर बढ़िया शमशान घाट के पीछे कोटरा नहर बनी हुई है। खेत स्वामी के द्वारा कोटरा नहर में ही सुरंग बनाकर कुंबल लगाकर पाइप आर पार डाल दिया गया। पाइप डालने के दौरान जेसीबी से नहर को पहले पूरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया। पाइप को नहर के नीचे से निकलकर दोबारा से नहर तो बना दी गई है मगर नहर में हुए अतिक्रमण का मामला जब विभाग तक पहुंचा तो उनमें हड़कंप समझ गया। सिंचाई विभाग नजीबाबाद से आए
जेई विपिन कुमार ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। जे ई विपिन कुमार ने बताया कि नहर को शुरू करने के लिए विभाग पहले से ही गंभीर है अब सुरंग बनाकर कुंबल लगाने का मामला नियम विरोध है। खेत स्वामी को नोटिस जारी कर अतिक्रमण को कब्जा मुक्त किया जाएगा।
What's Your Reaction?






