Lucknow News : 'त्रिवेणी वन' बसाकर महाकुंभ की स्मृति को ताजा रखेगी योगी सरकार, पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ महाभियान- 2025

योगी सरकार के नेतृत्व में इस वर्ष महाकुम्भ का अद्वितीय आयोजन हुआ। इसकी स्मृतियों को संजोए रखने के लिए नदियों के किनारे त्रिवेणी वन बसाए जाएंगे। इसके अंतर्गत..

Jun 7, 2025 - 21:34
 0  30
Lucknow News : 'त्रिवेणी वन' बसाकर महाकुंभ की स्मृति को ताजा रखेगी योगी सरकार, पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ महाभियान- 2025
Photo: Social Media

सार-

  • यूपी के सभी जनपदों में बसाए जाएंगे वन
  • त्रिवेणी वन में लगाए जाएंगे नीम, पीपल व बरगद के पौधे
  • रामनगरी अयोध्या से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया त्रिवेणी वन का आगाज
  • पर्यावरण को समृद्ध बनाने, वायु शुद्धता, भूमि पोषण और जैव विविधता की तरफ सकारात्मक कदम

By INA News Lucknow.

लखनऊ : योगी सरकार पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान-2025 के अंतर्गत 35 करोड़ पौधरोपण करेगी। 2025 में महाकुम्भ की स्मृतियों को ताजा रखने के लिए सभी 75 जनपदों में योगी सरकार की तरफ से त्रिवेणी वन भी लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यावरण दिवस पर 5 जून को अयोध्या में त्रिवेणी वन का आगाज किया था। आध्यात्मिक रूप से त्रिदेव व त्रिवेणी को ध्यान में रखकर इस वन की स्थापना होगी। वहीं विभाग ने इस वन के माध्यम से पर्यावरण को समृद्ध बनाने, वायु शुद्धता, भूमि पोषण और जैव विविधता की तरफ सकारात्मक कदम बढ़ाया है। 

  • महाकुम्भ की स्मृति में नदियों किनारे बसाए जाएंगे त्रिवेणी वन

योगी सरकार के नेतृत्व में इस वर्ष महाकुम्भ का अद्वितीय आयोजन हुआ। इसकी स्मृतियों को संजोए रखने के लिए नदियों के किनारे त्रिवेणी वन बसाए जाएंगे। इसके अंतर्गत तीन पौधे (नीम, बरगद व पीपल) को रोपा जाएगा। योगी सरकार के निर्देश पर सभी 75 जनपदों में त्रिवेणी वन स्थापित होगा। इसकी शुरुआत पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या से कर दी है। जुलाई में होने वाले पौधरोपण महाभियान में हर जनपद में इसकी स्थापना की जाएगी। मिशन से जुड़े अधिकारी इसके संरक्षण पर भी जोर देंगे। 

  • त्रिवेणी का आध्यात्मिक महत्वः तीन पेड़, एक उद्देश्य पृथ्वी को समृद्ध बनाना

त्रिवेणी का आध्यात्मिक महत्व भी है। नदियों में गंगा, यमुना व सरस्वती को त्रिवेणी कहा जाता है। वहीं ब्रह्मा, विष्णु, महेश को त्रिेदेव माना जाता है। ऐसे ही नीम, बरगद व पीपल को त्रिवेणी वन के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।

Also Click : Prayagraj News: माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को जल साक्षर बनाएगी योगी सरकार, गंगा की निर्मलता होगी अभियान का हिस्सा

पूर्वजों ने त्रिवेणी की सुंदर परंपरा का उपहार दिया, जिसमें नीम, बरगद और पीपल के पेड़ों को सद्भाव में जोड़ा गया है। वे शुद्धता और विकास के प्रतीक हैं, साथ ही हवा की शुद्धता, जैव विविधता और भूमि के पोषण में सहायक होते हैं। इसी निमित्त वन विभाग ने 2025 के अभियान में त्रिवेणी वन की स्थापना का निर्णय लिया है।  

  • नर्सरियों में 52.33 करोड़ पौधे तैयार

पौधरोपण महाभियान-2025 के लिए नर्सरियों में 52.33 करोड़ पौधे तैयार किए जा चुके हैं। इसमें सिर्फ वन विभाग की नर्सरियों 5.75 करोड़ औषधीय पौधे तैयार किए गए हैं। इनमें नीम के लगभग 52 लाख, बरगद के 29 लाख व पीपल के 29 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। इन पर्यावरणीय पौधों को रोपित करने के साथ ही इनके संरक्षण पर भी विभाग का जोर रहेगा।

प्रदेश सरकार के निर्देशन में इस वर्ष भी 35 करोड़ पौधरोपण होगा। प्रत्येक वर्ष विशेष वन की स्थापना की जाती है। इसी क्रम में इस वर्ष सभी 75 जनपदों में त्रिवेणी वन स्थापित होगा। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अयोध्या से की है। त्रिवेणी वन पर्यावरण की शुद्धता के साथ ही आध्यात्मिक ऊर्जा का भी संचार करेगा। त्रिवेणी वन के अंतर्गत नीम, पीपल व बरगद के पौधे लगाए जाएंगे।

                           - सुनील कुमार चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक/विभागाध्यक्ष, वन विभाग

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow