चंद्रशेखर आजाद पर रोहिणी घावरी का करारा तंज- एक से प्यार करने वाली औरत चरित्रहीन, दस से रिश्ता रखने वाला मसीहा?
महिला संगठनों ने रोहिणी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग ने जांच जारी रखी है। पुलिस ने रोहिणी
डॉक्टर रोहिणी घावरी ने एक बार फिर सांसद चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधा है। स्विट्जरलैंड में पीएचडी कर रही इंदौर की यह महिला डॉक्टर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने चंद्रशेखर की सोच पर कटाक्ष किया। रोहिणी ने लिखा कि एक से प्यार करने वाली औरत को चरित्रहीन कहा जाता है, जबकि दस से रिश्ता रखने वाला आदमी मसीहा बन जाता है। यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गई और बहुजन समाज में बहस छेड़ दी। रोहिणी का यह हमला चंद्रशेखर के खिलाफ उनके पुराने आरोपों का हिस्सा लगता है, जहां उन्होंने यौन उत्पीड़न और धोखे के दावे किए हैं।
रोहिणी घावरी मूल रूप से मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली हैं। वह एक साधारण परिवार से आती हैं, जहां उनकी मां बीमा अस्पताल में सफाई का काम करती थीं। 2019 में रोहिणी उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड चली गईं। वहां पीएचडी की पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात चंद्रशेखर आजाद से हुई। चंद्रशेखर उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और भीम आर्मी के संस्थापक। दलित युवाओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है। रोहिणी ने बताया कि दोनों के बीच करीब तीन साल तक रिश्ता रहा। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले चीजें बिगड़ गईं। रोहिणी का आरोप है कि चंद्रशेखर ने अपनी शादीशुदा जिंदगी की बात छिपाई थी। जब यह राज खुला, तो रोहिणी को गहरा धोखा लगा।
इस घटना के बाद रोहिणी ने जून 2025 में एक्स पर पहली बार खुलकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर ने उन्हें इस्तेमाल किया और फिर छोड़ दिया। रोहिणी ने दावा किया कि वह चंद्रशेखर की तीसरी ऐसी पीड़ित हैं, जिनका शोषण हुआ। एक अन्य लड़की का जिक्र करते हुए रोहिणी ने चैट के स्क्रीनशॉट साझा किए। उन्होंने लिखा कि चंद्रशेखर और उनके परिवार ने कई लड़कियों के साथ ऐसा बर्ताव किया। रोहिणी ने कहा कि वह सारी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ेंगी। इन आरोपों के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने रोहिणी की शिकायत पर मामला दर्ज किया। आयोग ने यौन उत्पीड़न की जांच शुरू की। रोहिणी ने कहा कि चंद्रशेखर ने न सिर्फ उनका, बल्कि कई अन्य लड़कियों का शोषण किया।
चंद्रशेखर ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह कोर्ट में ही बोलेंगे। उन्होंने मीडिया से कहा कि रोहिणी के दावे गलत हैं और वह कानूनी रास्ता अपनाएंगे। लेकिन रोहिणी रुकीं नहीं। सितंबर 2025 में उन्होंने आत्महत्या की धमकी दी। एक्स पर पोस्ट कर कहा कि अगर उनकी एफआईआर न दर्ज हुई, तो वह जहर खा लेंगी। रोहिणी ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि वह उनकी बात नहीं सुन रही। इस धमकी ने पूरे मामले को और गरमा दिया। बहुजन समाज के लोग दो गुटों में बंट गए। कुछ ने रोहिणी का साथ दिया, तो कुछ ने चंद्रशेखर को निर्दोष बताया।
अक्टूबर 2025 में विवाद और तेज हो गया। हाल ही में रोहिणी ने एक ऑडियो क्लिप साझा की थी, जिसमें कथित तौर पर चंद्रशेखर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती और कांशीराम के बारे में आपत्तिजनक बातें कह रहे थे। रोहिणी ने दावा किया कि चंद्रशेखर ने मायावती को ब्लैकमेल करने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर बहुजन आंदोलन को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं। रोहिणी ने चैलेंज दिया कि अगर यह ऑडियो फेक साबित हो गया, तो वह एक करोड़ रुपये इनाम देंगी। उन्होंने एआई टूल से जांच की बात भी कही। इस ऑडियो ने चंद्रशेखर के समर्थकों को भड़का दिया। चंद्रशेखर ने जवाब में एक वीडियो जारी किया, जिसमें रोहिणी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह सब राजनीतिक साजिश है।
रोहिणी की ताजा पोस्ट इसी विवाद का हिस्सा है। उन्होंने चंद्रशेखर की सोच पर सवाल उठाए कि समाज में पुरुषों को कितना छूट मिली हुई है। एक से प्यार करने वाली महिला को बदनाम किया जाता है, लेकिन कई रिश्तों में फंसा पुरुष हीरो बन जाता है। रोहिणी ने लिखा कि यह दोहरा मापदंड महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाता है। यह पोस्ट हजारों लाइक्स और शेयर बटोर चुकी है। महिलाओं के अधिकारों पर काम करने वाली रोहिणी ने कहा कि वह एक हजार महिलाओं का समूह बना रही हैं, जो धोखेबाजों से लड़ेंगी। उन्होंने फेसबुक लाइव में कहा कि संघर्ष ही उनका रास्ता है। रोहिणी ने चंद्रशेखर को विष्कन्या जैसे शब्दों से नवाजा और कहा कि वह अपनी सारी हदें पार करेंगी।
यह विवाद सिर्फ निजी नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक भी है। चंद्रशेखर को दलित नेता के रूप में जाना जाता है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने नगीना सीट जीती। भीम आर्मी के जरिए वह शिक्षा, रोजगार और न्याय की बात करते हैं। लेकिन रोहिणी के आरोपों ने उनकी छवि पर सवाल खड़े कर दिए। समर्थकों का कहना है कि रोहिणी खुद चंद्रशेखर के परिवार की तस्वीरें शेयर करती थीं, तो अब आरोप क्यों। एक समर्थक ने एक्स पर लिखा कि रोहिणी ने चंद्रशेखर को ब्लॉक किया था और निजी मैसेज भेजे थे। लेकिन रोहिणी ने इन दावों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि सबूत उनके पास हैं।
महिला संगठनों ने रोहिणी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग ने जांच जारी रखी है। पुलिस ने रोहिणी की एफआईआर पर कार्रवाई की बात कही, लेकिन अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। चंद्रशेखर के पक्ष में उनके साथी कहते हैं कि यह बीजेपी की साजिश है, ताकि बहुजन वोट बंटे। रोहिणी ने जवाब दिया कि वह बसपा या किसी पार्टी से नहीं जुड़ीं, बस सच्चाई सामने ला रही हैं।
यह मामला समाज को आईना दिखा रहा है। महिलाओं के प्रति पुरानी सोच अभी भी जिंदा है। रोहिणी की पोस्ट ने बहस छेड़ी कि सम्मान का मापदंड क्यों अलग-अलग है। एक तरफ चंद्रशेखर महिलाओं के सशक्तिकरण पर लेख लिखते हैं, दूसरी तरफ आरोपों का सामना कर रहे हैं। रोहिणी ने कहा कि जो महिला सम्मान नहीं कर सकता, वह आंदोलन क्या चलाएगा। यह विवाद कोर्ट में पहुंच चुका है। रोहिणी ने कहा कि वह लड़ींग जारी रखेंगी। चंद्रशेखर ने कहा कि सच्चाई सामने आ जाएगी। फिलहाल सोशल मीडिया पर जंग तेज है। हजारों लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि न्याय का फैसला क्या आता है।
Also Click : Deoband : तमंचा हाथ में लेकर डांस कर रहा युवक, वीडियो वायरल, पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की, आरोपी फरार
What's Your Reaction?