Politics News: पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर पश्चिम बंगाल में ममता सरकार पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप। 

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने भारत में एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे को गरमा....

Jun 14, 2025 - 15:06
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Politics News: पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर पश्चिम बंगाल में ममता सरकार पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप। 

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने भारत में एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे को गरमा दिया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। भारतीय सशस्त्र बलों ने इस हमले के जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की, जिसे केंद्र सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम के रूप में प्रचारित किया। हालांकि, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार द्वारा इस हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विधानसभा में पेश किए गए प्रस्ताव ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर आरोप लगाया है कि वह वोट बैंक की राजनीति के लिए पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से जिम्मेदार ठहराने से बच रही है और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र न करके भारतीय सेना का अपमान कर रही है।

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिसमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे। यह हमला भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती के रूप में सामने आया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस हमले की जांच का दायरा बढ़ाते हुए दक्षिण कश्मीर से लेकर जम्मू के चेनाब और पीर पंजाल रेंज तक सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सूत्रों के अनुसार, हमले से पहले आतंकियों ने भागने के रास्ते की योजना बना ली थी, जिसके कारण उनकी लोकेशन का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ दशकों पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित करने और हवाई क्षेत्र को बंद करने जैसे कड़े कदम उठाए।

भारतीय सशस्त्र बलों ने जवाबी कार्रवाई के रूप में 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसके तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। केंद्र सरकार ने इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "जिसने भी पहलगाम में कायरतापूर्ण हमला किया, हम उसे नहीं छोड़ेंगे। यह नरेंद्र मोदी की सरकार है।"

  • पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव और विवाद

10 जून 2025 को पश्चिम बंगाल विधानसभा में ममता बनर्जी सरकार ने एक प्रस्ताव पेश किया, जिसका उद्देश्य पहलगाम हमले की निंदा करना और भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य की प्रशंसा करना था। हालांकि, इस प्रस्ताव में न तो पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से हमले का जिम्मेदार ठहराया गया और न ही ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया गया। इसने विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी को ममता सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया।

BJP ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने 30-33% मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए जानबूझकर ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख नहीं किया। पश्चिम बंगाल में मुस्लिम आबादी का एक बड़ा हिस्सा TMC का पारंपरिक वोट बैंक रहा है, और BJP का दावा है कि ममता इस वोट बैंक को बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय हितों से समझौता कर रही हैं। BJP विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र न करना सेना का अपमान है। ममता बनर्जी मुस्लिम वोटों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रख रही हैं।"

  • ममता बनर्जी का पक्ष

ममता बनर्जी ने इन आरोपों का जवाब देते हुए केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पहलगाम हमले को सुरक्षा में चूक करार दिया और कहा कि केंद्र सरकार ने खुफिया जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। ममता ने 2019 के पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा, "चुनाव से ठीक पहले इस तरह के हमले ठीक नहीं हैं। केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए कि आतंकी अब तक क्यों नहीं पकड़े गए।" उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का नाम जानबूझकर राजनीतिक लाभ के लिए रखा गया, और वह इसे 'ऑपरेशन बंगाल' कहकर केंद्र पर तंज कस रही हैं।

ममता ने केंद्र सरकार पर सशस्त्र बलों की वीरता को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया और कहा कि वह आतंकवाद का समर्थन नहीं करतीं, क्योंकि "आतंकवाद का कोई धर्म, जाति या पंथ नहीं होता।" उन्होंने यह भी मांग की कि पहलगाम हमले के दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाया जाए।

  • BJP का हमला और वोट बैंक की राजनीति

BJP ने ममता बनर्जी पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में एक रैली में कहा, "ममता दीदी ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध किया क्योंकि वह मुस्लिम वोट बैंक को खुश करना चाहती हैं। यह देश की माताओं और बहनों का अपमान है।" शाह ने यह भी दावा किया कि ममता सरकार ने बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दिया है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।

BJP नेताओं ने यह भी कहा कि ममता सरकार ने मुर्शिदाबाद में हाल की सांप्रदायिक हिंसा को नियंत्रित करने में नाकाम रही, और इसे "राज्य प्रायोजित" करार दिया। उनका दावा है कि ममता की नीतियां वोट बैंक की राजनीति पर आधारित हैं, जिसके कारण पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है।

  • राजनीतिक निहितार्थ

यह विवाद पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। BJP राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है, और ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों को राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद के साथ जोड़कर ममता सरकार को घेरने की रणनीति अपना रही है। दूसरी ओर, ममता बनर्जी ने केंद्र पर हमला बोलकर अपनी छवि एक मजबूत क्षेत्रीय नेता के रूप में बनाए रखने की कोशिश की है।

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पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण घटनाएं हैं। पश्चिम बंगाल सरकार का इस मुद्दे पर रुख और BJP के आरोपों ने एक बार फिर केंद्र और राज्य के बीच तनाव को उजागर किया है। ममता बनर्जी का पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से जिम्मेदार न ठहराना और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र न करना निश्चित रूप से राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है, लेकिन यह राष्ट्रीय हितों और सेना के सम्मान से जुड़ा सवाल भी उठाता है। दूसरी ओर, BJP का इस मुद्दे को वोट बैंक की राजनीति से जोड़ना भी 2026 के चुनावों की तैयारी का हिस्सा है। ममता का यह रुख उनके पारंपरिक वोट बैंक, खासकर मुस्लिम समुदाय, को मजबूत करने का प्रयास हो सकता है। पश्चिम बंगाल में 27-30% मुस्लिम आबादी TMC की ताकत का एक प्रमुख हिस्सा है। हालांकि, ऑपरेशन सिंदूर जैसे राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे पर उनका रुख राष्ट्रीय स्तर पर उनकी छवि को प्रभावित कर सकता है।

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