Patna News: ब्रिटिश लिंगुआ में 'एक राजनेता जो आजीवन विद्यार्थी रहा' विषयक पर सुशील मोदी मेमोरियल लेक्चर का हुआ आयोजन।
प्रसिद्ध लेखक डॉ. बीरबल झा ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के नेतृत्व और विरासत पर विस्तार से बात की, उनके छात्र जीवन के नेत्रत्व....
पटना। ब्रिटिश लिंगुआ में ' एक राजनेता जो आजीवन विद्यार्थी रहा' विषयक पर सुशील मोदी मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध लेखक डॉ. बीरबल झा ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के नेतृत्व और विरासत पर विस्तार से बात की, उनके छात्र जीवन के नेत्रत्व से लेकर बिहार के राजनीतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने तक के सफर पर प्रकाश डाला।
अपने संबोधन में डॉ. झा ने कहा, “सुशील मोदी सिर्फ एक राजनेता नहीं थे। उन्होंने अपनी यात्रा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू की और बिहार के उपमुख्यमंत्री और GST ड्राफ्टिंग काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाई। उनका विज्ञान से अर्थशास्त्र और राजनीति तक का सफर उनके अद्वितीय नेतृत्व और दूरदृष्टि को दर्शाता है।”
डॉ. झा ने सुशील मोदी मोदी के कार्यकाल के दौरान बिहार के आर्थिक विकास में उनके योगदान को रेखांकित किया, और कहा, “विज्ञान के छात्र होते हुए भी सुशील मोदी एक बड़े अर्थशास्त्री बने और बिहार के वित्तीय परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
सुशील मोदी मोदी की व्यक्तिगत और राजनीतिक दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए डॉ. झा ने कहा, “सुशील मोदी एक साधारण परिवार से थे, जिनका परिवार एक छोटा सा व्यापार करता था। उनकी राजनीति में बढ़ती सफलता उनकी असाधारण राजनीतिक समझ और जनसेवा के प्रति समर्पण का प्रमाण है।”
डॉ. बीरबल झा ने सुशील मोदी के साथ अपने साझा इतिहास को याद किया। उन्होंने मुसलहपुर, पटना में उनके साथ बिताए समय को स्मरण किया, जब वे मिलकर सामाजिक कार्यों में लगे थे। उन्होंने यह भी बताया कि सुशील मोदी ने 2012 में "महादलित युवाओं के लिए स्पोकन इंग्लिश स्किल्स प्रोजेक्ट ट्रेनिंग" का उद्घाटन किया था, जिससे समाज के सबसे गरीब वर्गों को सशक्त बनाने में बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ा ।
यह मेमोरियल लेक्चर सुशील मोदी की राजनीतिक विरासत के साथ-साथ उनके सिद्धांतों और नैतिक मूल्यों को भी सम्मानित करता है। डॉ. झा ने कहा “हालांकि श्री मोदी हमारे बीच नहीं हैं, उनके कार्य और प्रभाव हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे और उन की विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।”
यह कार्यक्रम ब्रिटिश लिंगुआ द्वारा आयोजित किया गया, जो संवाद कौशल में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध संस्थान है। ब्रिटिश लिंगुआ ने हमेशा व्यक्तियों को कौशल विकास के माध्यम से सशक्त बनाने का कार्य किया है, और यह मेमोरियल लेक्चर सुशील मोदी के समाज के प्रति योगदान को याद करने का एक प्रतीक है।
गौरतलब है कि ब्रिटिश लिंगुआ एक प्रमुख संवाद कौशल संस्थान है, जो व्यक्तियों को आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करता है। अंग्रेजी संवाद और प्रोफेशनल स्किल्स में विभिन्न पाठ्यक्रमों की पेशकश करने वाला ब्रिटिश लिंगुआ बिहार में शिक्षा और कौशल विकास में अग्रणी संस्थान है।
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