Viral: आपने अपनी बेटियों को बहुत बचा लिया, अब अपने बेटों को संभाल लो…गाजियाबाद में 24 वर्षीय पवन गुप्ता ने ब्लैकमेलिंग से तंग आकर की आत्महत्या, नर्स के दोस्तों पर आरोप

पवन ने अपने वीडियो में रोते हुए अपनी पीड़ा बयां की और कहा कि वह इस ब्लैकमेलिंग से तंग आ चुका था। उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “मैं पवन कुमार हूं… मुझे ब्लै...

May 30, 2025 - 00:18
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Viral: आपने अपनी बेटियों को बहुत बचा लिया, अब अपने बेटों को संभाल लो…गाजियाबाद में 24 वर्षीय पवन गुप्ता ने ब्लैकमेलिंग से तंग आकर की आत्महत्या, नर्स के दोस्तों पर आरोप
Photo: Social Media

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी क्षेत्र में एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। 24 वर्षीय पवन गुप्ता ने 27 मई 2025 की देर रात अपने चाचा के निर्माणाधीन मकान में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना से पहले पवन ने एक 6 मिनट 51 सेकंड का भावुक वीडियो रिकॉर्ड किया और एक तीन पेज का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपनी पूर्व प्रेमिका के दो नए परिचितों, सरफराज और साहिल, पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया। पवन का कहना था कि इन दोनों ने उसका मानसिक और भावनात्मक शोषण किया, जिसके चलते उसने यह कठोर कदम उठाया। पुलिस ने इस मामले में सरफराज को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है।

पवन गुप्ता, लोनी के बंथला क्षेत्र का निवासी था और एक फाउंड्री में काम करता था। उसका दिल्ली के एक निजी अस्पताल में कार्यरत एक नर्स के साथ प्रेम संबंध था। दोनों का रिश्ता कुछ समय तक चला, लेकिन बाद में दोनों के बीच अनबन हो गई और उनका ब्रेकअप हो गया। पवन के सुसाइड नोट और वीडियो के अनुसार, ब्रेकअप के बाद नर्स की दोस्ती दो अन्य व्यक्तियों, सरफराज और साहिल, से हो गई। पवन ने दावा किया कि इन दोनों ने उसकी निजी जानकारी और संवेदनशील सामग्री का उपयोग कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू किया।

पवन ने अपने वीडियो में रोते हुए अपनी पीड़ा बयां की और कहा कि वह इस ब्लैकमेलिंग से तंग आ चुका था। उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “मैं पवन कुमार हूं… मुझे ब्लैकमेल किया जा रहा है। उनके नाम सरफराज और साहिल हैं… अगर इस दुनिया में न्याय है, तो मुझे मिलना चाहिए। सरफराज को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। अगर मेरी जगह आपका बेटा होता, तो क्या आप न्याय नहीं करते?” उसने यह भी लिखा, “आपने अपनी बेटियों को बहुत बचा लिया, अब अपने बेटों को संभाल लो… मुझे पता है कि एक लड़के की कोई नहीं सुनता।” पवन ने यह भी उल्लेख किया कि उसने पुलिस हेल्पलाइन 112 पर कॉल किया था, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली।

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पवन की आत्महत्या की सूचना उसके पिता राकेश कुमार ने पुलिस को दी। लोनी पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने पवन के सुसाइड नोट और वीडियो को महत्वपूर्ण सबूत के रूप में जब्त किया है। एसीपी लोनी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि पवन के पिता की शिकायत और प्रारंभिक जांच के आधार पर सरफराज को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस अब साहिल की तलाश कर रही है और यह जांच कर रही है कि क्या पवन के ब्लैकमेलिंग के दावों में और भी लोग शामिल थे। पवन के मोबाइल फोन और अन्य डिवाइस की फोरेंसिक जांच भी शुरू की गई है ताकि ब्लैकमेलिंग के सबूतों की पुष्टि हो सके। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सरफराज से पूछताछ में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, लेकिन साहिल की गिरफ्तारी के बाद ही मामले की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो पाएगी।

पवन के सुसाइड नोट और वीडियो से पता चलता है कि वह गहरे मानसिक तनाव से गुजर रहा था। उसने अपने वीडियो में बार-बार इस बात का जिक्र किया कि उसे एक पुरुष होने के नाते सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ा। उसने कहा कि समाज में पुरुषों की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया जाता, जिसके कारण वह अपनी बात किसी से साझा नहीं कर सका। पवन ने अपने परिवार से भी इस मामले को छिपाए रखा, क्योंकि उसे डर था कि इससे उसकी और उसके परिवार की बदनामी होगी।

उसके परिवार ने बताया कि पवन पिछले कुछ महीनों से चुप और उदास रहने लगा था। वह अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी कम बात करने लगा था। परिवार को उसकी प्रेमिका के बारे में जानकारी थी, लेकिन ब्रेकअप और ब्लैकमेलिंग की बात उनके लिए भी चौंकाने वाली थी। पवन के पिता राकेश ने पुलिस को बताया कि उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि उनका बेटा इतने बड़े मानसिक दबाव से गुजर रहा था।

ब्लैकमेलिंग का तरीका

पवन के सुसाइड नोट के अनुसार, सरफराज और साहिल ने उसकी निजी तस्वीरों और चैट्स का उपयोग कर उसे धमकाया। उन्होंने पवन से पैसे और अन्य मांगें कीं, और ऐसा न करने पर उसकी निजी जानकारी को सार्वजनिक करने की धमकी दी। पवन ने अपने वीडियो में बताया कि वह इस डर से चुप रहा कि अगर उसने इसकी शिकायत की, तो उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा। यह मामला उन खतरों को उजागर करता है जो व्यक्तिगत जानकारी के गलत इस्तेमाल से उत्पन्न हो सकते हैं।

यह घटना पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक दबावों पर भी सवाल उठाती है। पवन ने अपने नोट में स्पष्ट रूप से कहा कि पुरुषों की समस्याओं को समाज में उतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता, जितना महिलाओं की समस्याओं को। यह मामला इस बात की ओर भी इशारा करता है कि ब्लैकमेलिंग और भावनात्मक शोषण केवल महिलाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि पुरुष भी इसका शिकार हो सकते हैं।

पवन गुप्ता की आत्महत्या एक दुखद घटना है, जो न केवल व्यक्तिगत नुकसान को दर्शाती है, बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य और ब्लैकमेलिंग जैसे अपराधों की गंभीरता को भी उजागर करती है। इस मामले ने यह सवाल उठाया है कि क्या समाज पुरुषों के मानसिक और भावनात्मक दबावों को पर्याप्त महत्व देता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सरफराज की गिरफ्तारी से यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में न्याय होगा।

नोट- किसी को भी किसी भी कारण हताशा, निराशा या डिप्रेशन हो तो कोई भी गलत कदम उठाने से पहले सरकार के हेल्‍पलाइन नंबर +91 9630899002, +91 7389366696 पर संपर्क करें.

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