हरदोई आईएनए न्यूज़: आईडीए अभियान में लगभग 41 लाख लोगों ने किया फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन।
जनपद में 10 अगस्त से दो सितम्बर तक चले हुए आईडीए अभियान में लगभग 87 फीसद आबादी ने फ़ाइलेरिया रोधी दवा...
- जनपद के 87 फीसद लोगों ने आईडीए अभियान में किया सहयोग
- जनपद में 10 अगस्त से दो सितम्बर तक चला था आईडीए अभियान
हरदोई। सर्वजन दवा सेवन(आईडीए) अभियान में लगभग 41 लाख लोगों ने फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन किया है। बताते चलें कि 10 अगस्त से दो सितम्बर तक जनपद में फ़ाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाये जाने का अभियान चला था, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा घर-घर जाकर फ़ाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई गयी थी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रोहताश कुमार ने बताया कि जनपद में 10 अगस्त से दो सितम्बर तक चले हुए आईडीए अभियान में लगभग 87 फीसद आबादी ने फ़ाइलेरिया रोधी दवा खायी। जनपद में लगभग 47 लाख की आबादी को फ़ाइलेरियारोधी दवा खिलाने के लक्ष्य के सापेक्ष लगभग 41 लाख लोगों ने फ़ाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया। हम अपने प्रयास में काफ़ी हद तक सफल रहे। जिला मलेरिया अधिकारी जितेन्द्र कुमार बताते हैं कि पिछले साल चले आईडीए अभियान में कुल 85 फीसद लोगों ने फ़ाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया था जबकी इस साल चले अभियान में 87 फीसद लोगों ने फ़ाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया है।
इसका कारण है लोगों में जागरूकता होना जिसमें आशा कार्यकर्ताओं का प्रमुख योगदान रहा। आशा कार्यकर्ताओं ने समुदाय में लोगों को फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने के लिए जागरूक किया तथा अपने सामने ही लोगों को फ़ाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया । उन्हें दवा बाद में खाने के लिए नहीं दी। उन्होेंने बताया कि फ़ाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला रोग है जो कि ठीक नहीं होता है।
इसके लक्षण पांच से 15 साल के बाद दिखाई देते हैं। यह लीफ नोड्स को प्रभावित करता है जिससे कि शीर के लटकने वाले अंगों दृजैसे हाथ-पैर स्तन और पुरुषों के जननांगों में सूजन आ जाती है। इसे बचने का उपाय है मच्छर से बचना और आईडीए अभियान के तहत तीन साल तक लगातार साल में एक बार फ़ाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करना है।
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