देवबंद न्यूज़: मुस्लिम नेताओं को इस्लामी उसूलों पर चलने की नसीहत, मौलाना कारी इस्हाक गोरा बोले: राजनीति करें पर शिर्क वाले बयानों से बचें मुस्लिम नेता।
देवबंद। जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम-ए-दीन मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने मुस्लिम नेताओं को इस्लामी उसूलों पर चलने और शिर्क (अल्लाह के साथ किसी को साझी मानने) वाले बयानों से बचने की नसीहत की है।उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान मुसलमान की पहचान और उनके ईमान को खतरे में डाल सकते हैं।शुक्रवार को जारी बयान में मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि आजकल की सियासत में देखा जा रहा है कि कुछ मुस्लिम नेता अपने बयानों में इस्लामी उसूलों और ईमान की हिफाजत से बेखबर होकर ऐसे अलफाज (शब्द) इस्तेमाल करते हैं जो शिर्क के करीब हो सकते हैं।
साथ ही इससे मुसलमान की पहचान और उसके ईमान को खतरे में डाल सकते हैं।मुसलमानों के लिए सियासत में शरीक होना एक अहम जिम्मेदारी हो सकती है।लेकिन यह जरुरी है कि वह अपने ईमान की हिफाजत करें और ऐसे बयानों से परहेज करें जो इस्लाम के खिलाफ हो।कुरआन में मुसलमानों को ताकीद (चेताया) की गई है कि वह हर हाल में अपने ईमान की हिफाजत करें और किसी भी हाल में शिर्क से बचें।उन्होंने कहा कि अल्लाह के साथ किसी और को शरीक करना इस्लाम में सबसे बड़ा गुनाह माना गया है। मुस्लिम नेताओं द्वारा इस प्रकार के बयान दिए जाना अल्लाह के अलावा किसी और की इबादत की तरफ इशारा करते हैं।कारी इस्हाक ने कहा कि ऐसे नेताओं को अपने बयानों में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए और अल्लाह पर यकीन को कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
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नोमान के बयान पर सांसद इमरान मसूद ने पल्ला झाडा
सोशल मीडिया पर गंगोह के पूर्व चेयरमैन नोमान का एक वीडियो वायरल हो रहा है।जिसमें वह कह रहे हैं कि जिसे वो लोग शिवलिंग कहते हैं हम उसे हजरे असवद (सफेद पत्थर) (जन्नत का पत्थर) कहते हैं।जिसे शिव जी स्वर्ग से लेकर आए थे उस पत्थर का नाम शिवलिंग है और जिस पत्थर को हजरत आदम अलैहिस्सलाम जन्नत से लेकर आए थे उसे हजरे असवद कहते हैं।वहीं,सांसद इमरान मसूद भाई नोमान मसूद के बयान पर कहा कि जिस चीज का ज्ञान नहीं है वे क्यों बांट रहे हो। मैं नोमान के बयान से पूरी तरह असहमत हूं। यह काम हमारे धर्मगुरुओं का है।
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