अयोध्या को मिली एक और सौगात- तीन करोड़ 95 लाख की लागत से बन रही भूलभुलैया।
शीशे की भूलभुलैया में दिखेगी श्री राम की लीला के दृश्य ....
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या धाम को एक और बड़ी सौगात दी है। रामनगरी अयोध्या में शीशे की भूलभुलैया बनाई जा रही है, जिसमें भगवान श्री राम की लीला के दृश्य दर्शाए जाएंगे। यह भूलभुलैया माता सीता की खोज को लेकर भगवान राम के संघर्षों पर आधारित होगी, जो दीपोत्सव के पहले पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तैयार की जा रही है।
अयोध्या धाम के अमानीगंज जलकल विभाग कार्यालय में बन रही इस भूलभुलैया का निर्माण राज स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत किया जा रहा है, जिसकी लागत 3 करोड़ 95 लाख रुपये बताई जा रही है। इस अनूठे पर्यटक स्थल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा। राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत तीन करोड़ 95 लाख रुपये की लागत से भूल भुलैया बन रही है। भ्रम, आश्चर्य एवं रोमांच से भरे दर्पणों के परिसर को पार कर निकास द्वार पहुंचेंगे। वहां एक सेल्फी प्वाइंट भी होगा, जहां भूल भुलैया पार करने के अपने उत्साहजनक हावभाव को कैमरे में कैद कर सकेंगे। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि सीता खोज रोचक घटना को इस मिरर मेज के माध्यम से जीवंत किया गया है। इसी माह यह बन कर तैयार हो जाएगा।
जलकल कार्यालय में 1400 स्क्वायर फीट में भूल भुलैया को आकार दिय जा रहा है, जो करीब-करीब पूरी होने को है। इसमें करीब 80 दर्पण लगाए जा रहे हैं। इसमें नौ कक्ष होंगे, जिन्हें पार करके लोगों को बाहर निकलना होगा, लेकिन यह इन्हें पार करना इतना आसान नहीं होगा। यह भूल भुलैया की भांति होंगे। इसमें लोगों की मदद के लिए एक सहायक भी होगा। इमरजेंसी गेट भी इसमें बनाया गया हैं। अंदर पांच स्क्रीन लगाई जाएंगी, जिसमें सीता की खोज पर आधारित प्रसंगों का बीच-बीच में प्रसारण किया जाएगा।
Also read- अमेठी के किसान बन रहे आत्मनिर्भर, संकर लौकी की खेती से किसान ने की लाखों की कमाई।
पर्यटकों के मनोरंजन और शिक्षा के उद्देश्य से तैयार की जा रही इस भूलभुलैया में भगवान राम के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को चलचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इससे पर्यटक न केवल मनोरंजन का आनंद ले सकेंगे, बल्कि भगवान राम की जीवनगाथा और संघर्षों से प्रेरणा भी प्राप्त करेंगे। श्री राम-सीता भूलभुलैया के माध्यम से अयोध्या धाम का पर्यटन और भी समृद्ध होगा, जिससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। इसके उद्घाटन के बाद यह स्थान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
What's Your Reaction?