अयोध्या गैंगरेप केस: मुख्य आरोपी मोईद खान की बेकरी पर चला बुलडोजर, पीड़िता को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता
- समाजवादी पार्टी ने लगाया आरोप, सरकार सपा पार्टी को बदनाम करने में लगी है
- अखिलेश के DNA टेस्ट वाले बयान के बाद से इस मामले पर सियासत और तेज
- बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी, कहा- कितने DNA टेस्ट हुए हैं?
अयोध्या.
अयोध्या गैंगरेप केस में राज्य सरकार की तरफ से पीड़िता को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई. स्थानीय विधायक अमित सिंह चौहान ने पीड़िता के घर पहुंच कर परिजनों को 5 लाख का चेक सौंपा. मुख्य आरोपी मोईद खान की बेकरी पर बनाए गए सामान को सैंपलिंग के लिए भिजवाया गया. इसके बाद फिर बुलडोजर से बेकरी को गिरा दिया गया. इस मामले को लेकर विपक्ष ने यूपी सरकार पर निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि आरोप लगाकर राजनीति न की जाए बल्कि डीएनए टेस्ट कराकर केस की सच्चाई सामने लाई जाए. पूर्व सीएम ने कहा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA टेस्ट कराकर इंसाफ किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी दोषी हैं उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जानी चाहिए लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी नहीं बख्शना चाहिए. सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने इस मामले पर कहा कि जहां तक पीड़िता की बात है तो हमारी पार्टी पूरी तरह से उसके साथ खड़ी है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है. ऐसे लोगों से यही कहना चाहता हूं कि ये राजनीति करने का समय नहीं है. इस मामले में निर्दोषों को फंसाया न जाए और डीएनए टेस्ट कराया जाए.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने यूपी सरकार द्वारा अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई को उचित ठहराया है वहीं सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं? मायावती ने आगे कहा कि यूपी में महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या और लखनऊ आदि की घटनाएं काफी चिंचित करने वाली है.
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि सरकार मामले में पीड़िता की मदद करने की जगह समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की साजिश में लगी है. सरकार पीड़िता को तत्काल 20 लाख रुपयों की आर्थिक सहायता प्रदान करे. इसके साथ ही लिखा कि भाजपा सरकार कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ का रास्ता निकाले न कि उसपर सियासत करे.
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अयोध्या रेप कांड में अखिलेश के बाद शिवपाल सिंह यादव ने भी सरकार के एक्शन पर कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा सरकार की बुलडोजर कार्रवाई पर कहा कि सरकार पहले मामले की जांच करे. उसके बाद इस तरह की कार्रवाई करनी चाहिए. इसके साथ ही शिवपाल ने उन भारतीय जनता पार्टी के भी नेताओ पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो नेता इस मामले को तूल दे रहे हैं, उन बीजेपी नेताओं का भी नार्को टेस्ट किया जाए. हा कि अयोध्या की घटना की निंदनीय है. लेकिन सरकार इस मामले पर कार्रवाई न करते हुए सिर्फ हवा दे रही है. क्योंकि सरकार अयोध्या में होने वाले उप चुनाव को प्रभावित करना चाह रही है. भाजपा इस घटना पर राजनीति कर रही है. ये हारे हुए लोग हैं. इसलिए सरकार लोकसभा की हार की टीस निकाल रही है. लखनऊ की घटना पर भी शिवपाल ने कहा कि सरकार को सभी पर कार्रवाई करनी चाहिए. गोमती नगर की घटना में शामिल कई लोग शामिल हैं, सरकार सिर्फ दो लोगों पर ही नहीं बल्कि सभी पर कार्रवाई करे.
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