सम्भल आईएनए न्यूज़: सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक गणेश चौथ मेला शुरू। 

सम्भल की चंदौसी का गणेश चौथ मेला हमेशा से ही सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक रहा है। यह ऐसा मेला है जहां सभी धर्मों के लोग समान रूप....

Sep 6, 2024 - 11:13
Sep 6, 2024 - 11:21
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सम्भल आईएनए न्यूज़: सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक गणेश चौथ मेला शुरू। 

रिपोर्ट- उवैस दानिश

जनपद सम्भल की चंदौसी में साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रतीक गणेश चतुर्थी मेले का उद्घाटन  सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने फीता काटकर किया। 

जनपद सम्भल की चंदौसी का गणेश चौथ मेला हमेशा से ही सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक रहा है। यह ऐसा मेला है जहां सभी धर्मों के लोग समान रूप से सहभागिता करते हैं। मेला कमेटी में सभी धर्मों के लोगों को सहभागिता दी जाती है। यही कारण है कि मेले का उद्घाटन हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और बौद्ध धर्म के प्रतिनिधियों के द्वारा किया गया। गणेश चौथ मेला परंपरानुसार शाम को छह बजे गणेश मंदिर पर उपजिलाधिकारी नीतू रानी के द्वारा किए गए द्वार पूजन से किया गया। गणेश मंदिर के सामने बने मंच पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।

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गणेश मंदिर से भगवान श्रीगणेश की मुख्य मूर्ति को पूजन करने के बाद फूलडोल में रखा गया। गणेश जी की यह फूलडोल शोभायात्रा अधिकारी और मेला कमेटी के पदाधिकारियों और गाजेबाजे के साथ गणेश मेला ग्राउंड पर पहुंचाई गई। इसके बाद सभी लोग मेला ग्राउंड स्थित गणेश स्तंभ पर गए। भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को मंत्रोच्चार के बीच स्थापित किया गया और सभी धर्मों के प्रतिनिधियों द्वारा फीता काटकर मेले का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सभी प्रतिनिधियों ने कहा कि यह मेला सांप्रदायिक सौहार्द एवं भाईचारे का प्रतीक है जो पूरे देश में आपसी भाईचारे एवं सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश पेश करता है।

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