Hardoi: सड़क-निर्माण राजनीति की भेंट चढ़े कई गांव, चौखट तक पहुंचते ही दम तोड़तीं सरकारी योजनाएं
- चुनावी मौसम में सड़क-निर्माण मुद्दे की फ़ाइल का रंग होता है गुलाबी, बाद इसके अंधियारे में होता है 'विकास'
विजय लक्ष्मी सिंह जादौन...
कहीं टूटी, कहीं फूटी, कहीं गड्ढे हैं दिखते।
नागिन सी रोडो पर हैं हिचकोले बड़े मिलते।।
कौन कहता है हमसे, रहा भारत है पीछे।
देखो यहां, तालाब ऊपर है और सड़क नीचे।।
Hardoi News INA: जिले के कई ब्लॉकों के गांवों की सड़कों की हालत कुछ ऐसी ही है। इन गांवों की चौखट तक पहुंचते ही सरकारी योजनाएं दम तोड़ने लगती हैं। चुनावी मौसम में सड़क-निर्माण की राजनीति के सहारे इस मुद्दे की फाइलों का रंग गुलाबी होता नजर आता है लेकिन चुनाव निपटने के बाद ही 'गांव का विकास' अंधियारे में घुटता रहता है। नतीजन इसका खामियाजा गांव में रहने वाले लोगों व उनके बच्चों को भुगतना पड़ता है। कुछ ऐसा ही हाल सांडी ब्लॉक की बघराई-आदमपुर व आदमपुर-छीतेपुर पुरानी बाजार रोड़ का है। इन सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे यहां से गुजरने वाले लोगों के लिए जानलेवा बने हुए हैं। सड़क पर बने ये गड्ढे बारिश के मौसम में छोटे-छोटे तालाबों में तब्दील हो जाते हैं।
सांडी ब्लॉक की ये सड़कें एक तरफ जहां हरदोई जिले के मुख्य मार्ग से जुड़ती हैं तो वहीं दूसरी तरफ कई गांवों को जाने के लिए ये मुख्य सड़कें हैं। रोजाना कामकाज करने के लिए आवागमन करने वाले लोगों के साथ-साथ वाहनों, स्कूली बच्चों, महिलाओं आदि के लिए भी यहां से गुजरना बड़ा ही दूभर है।
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 20 वर्ष पहले इन सड़कों का निर्माण कराया गया था, जिसके कुछ समय बाद ही ये सड़कें अति जर्जर अवस्था में पहुंच गई थीं और अब दिन-ब-दिन इस सड़कों की हालत खराब होती जा रही है। कई बार ग्रामीणों ने इस बावत संबंधित विभाग के सामने अपनी समस्याएं रखते हुए सड़क-निर्माण की दरख्वास्त की लेकिन जिस प्रकार सड़क में ये गड्ढे कभी नहीं भरे उसी प्रकार जिम्मेदारों द्वारा इस मुद्दे की फ़ाइल 1 इंच भी अपनी जगह से नहीं खिसकाई गयी। इसका नतीजा यहां रहने वाले लोग भुगत रहे हैं।
बारिश के मौसम में पानी के भर जाने पर अक्सर वाहन चालक सड़क के गड्ढों की वजह से गिरकर चोटिल होते रहते हैं। बता दें कि बघराई से आदमपुर की यह सड़क 2-3 किमी. और आदमपुर से छीतेपुर सड़क करीब 1 किमी. लंबी है। इन सड़कों के निर्माण के लिए ग्रामीणों नीरज, दीपक, अमन, नितिन, अमित, राजेश, रामनारायण, हरिश्याम, महेश, रामजीवन, शोभित, गोलू आदि ने डीएम को लिखित दरख्वास्त दी है।
What's Your Reaction?