नोएडा के सेक्टर-53 में स्कूल के सामने छात्रा का अपहरण, आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने 2 घंटे में बच्ची को बचाया। 

Noida Crime News: नोएडा के सेक्टर-24 थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेक्टर-53, गिझोड़ इलाके में 30 जुलाई 2025 को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब एक निजी स्कूल के....

Jul 31, 2025 - 16:39
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नोएडा के सेक्टर-53 में स्कूल के सामने छात्रा का अपहरण, आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने 2 घंटे में बच्ची को बचाया। 
नोएडा के सेक्टर-53 में स्कूल के सामने छात्रा का अपहरण, आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने 2 घंटे में बच्ची को बचाया। 

नोएडा के सेक्टर-24 थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेक्टर-53, गिझोड़ इलाके में 30 जुलाई 2025 को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब एक निजी स्कूल के सामने से दिनदहाड़े एक 15 वर्षीय छात्रा का अपहरण कर लिया गया। पूरी घटना पास के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसमें एक युवक को छात्रा को जबरदस्ती टोयोटा ग्लैंजा कार में बैठाते हुए देखा गया। नोएडा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में आरोपी मोनू यादव को गिरफ्तार कर लिया और छात्रा को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, और मामले की जांच जारी है।

घटना 30 जुलाई 2025 को सुबह करीब 7:30 बजे सेक्टर-53, गिझोड़ गांव में मदर टेरेसा स्कूल के मुख्य द्वार के पास हुई। 15 वर्षीय छात्रा, जो 12वीं कक्षा में पढ़ती है, स्कूल जाने के लिए अपने घर से निकली थी। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि एक 19 वर्षीय युवक, मोनू यादव, जो पहले उसी स्कूल का छात्र रह चुका था, एक सफेद टोयोटा ग्लैंजा कार के पास खड़ा था। जैसे ही छात्रा स्कूल के गेट की ओर बढ़ी, मोनू ने उसका रास्ता रोका और उससे बात करने की कोशिश की।

फुटेज के अनुसार, छात्रा ने पहले मोनू से बात की, क्योंकि दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे। लेकिन जब छात्रा ने आगे बढ़ने की कोशिश की, तो मोनू ने उसकी कलाई पकड़कर उसे जबरदस्ती कार में धकेल दिया। छात्रा ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन मोनू ने उसे कार में बैठाकर तेजी से वहां से भाग गया। यह पूरी घटना स्कूल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

घटना के तुरंत बाद, स्कूल के एक कर्मचारी ने सीसीटीवी फुटेज देखा और सेक्टर-24 थाना पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने तुरंत एक विशेष टीम का गठन किया, जिसमें स्थानीय खुफिया इकाई और साइबर सेल शामिल थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और कार के नंबर प्लेट के आधार पर उसकी पहचान की। साथ ही, स्थानीय लोगों और स्कूल के कर्मचारियों से पूछताछ कर मोनू यादव को मुख्य संदिग्ध के रूप में चिह्नित किया।

पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और मोबाइल लोकेशन के आधार पर मोनू का पता लगाया। दो घंटे से भी कम समय में, पुलिस ने पृथला गोलचक्कर के पास से मोनू यादव को गिरफ्तार कर लिया। छात्रा को सकुशल बरामद कर लिया गया और उसे उसके परिवार को सौंप दिया गया। पुलिस ने मोनू के कब्जे से टोयोटा ग्लैंजा कार (यूपी नंबर प्लेट) भी जब्त की, जिसका इस्तेमाल अपहरण में किया गया था।

मोनू यादव, जो गिझोड़ गांव का ही निवासी है, 19 साल का है और पहले मदर टेरेसा स्कूल में पढ़ चुका है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि मोनू और छात्रा के बीच पहले से परिचय था। मोनू ने कथित तौर पर छात्रा से दोस्ती करने की कोशिश की थी, लेकिन जब छात्रा ने उससे दूरी बनाई, तो उसने अपहरण की योजना बनाई। पुलिस ने बताया कि मोनू का कोई आपराधिक रिकॉर्ड पहले से नहीं था, लेकिन उसका व्यवहार संदिग्ध था।

पुलिस ने मोनू से पूछताछ की, जिसमें उसने अपहरण की बात स्वीकार की। उसने बताया कि वह छात्रा को डराना चाहता था, क्योंकि उसने उसकी बातों को अनदेखा किया था। हालांकि, पुलिस इस दावे की गहराई से जांच कर रही है, क्योंकि संभावना है कि अपहरण के पीछे कोई अन्य मकसद भी हो सकता है। पुलिस ने मोनू के मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों को जब्त कर लिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह किसी अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर यह अपराध कर रहा था।

पुलिस ने मोनू यादव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 140(1) (अपहरण), 351(2) (बाल उत्पीड़न), और 351(3) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया। इसके अलावा, बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) की धारा 8 (यौन उत्पीड़न) और 12 (यौन उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत भी कार्रवाई की गई। मोनू को 30 जुलाई 2025 को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने अदालत से अनुरोध किया कि जांच पूरी होने तक मोनू को हिरासत में रखा जाए, ताकि अन्य संभावित सुरागों की जांच की जा सके।

इस घटना ने नोएडा में स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि स्कूलों के आसपास सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए और सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएं। मदर टेरेसा स्कूल के एक अभिभावक, राकेश शर्मा, ने कहा, “हम अपने बच्चों को सुरक्षित पढ़ाई के लिए स्कूल भेजते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं डर पैदा करती हैं। स्कूलों को अपनी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करनी चाहिए।”

स्कूल प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि वे इस घटना से दुखी हैं और पुलिस के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। स्कूल ने अपने परिसर में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने और गेट पर सुरक्षा गार्ड की तैनाती की घोषणा की है। इसके अलावा, स्कूल ने अभिभावकों को आश्वासन दिया कि बच्चों की सुरक्षा के लिए और कदम उठाए जाएंगे।

यह घटना न केवल नोएडा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में स्कूलों की सुरक्षा और बच्चों के प्रति बढ़ते अपराधों पर चिंता का कारण बन गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए सीसीटीवी फुटेज ने इस मामले को और चर्चा में ला दिया। कई लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन साथ ही स्कूलों और प्रशासन से बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की।

बाल अधिकार कार्यकर्ता शालिनी गुप्ता ने कहा, “यह घटना दर्शाती है कि हमें स्कूलों के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना होगा। बच्चों को स्कूल आने-जाने के दौरान सुरक्षित महसूस करना चाहिए।” उन्होंने यह भी मांग की कि स्कूलों में सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य किया जाए और बच्चों को सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएं।

नोएडा में हाल के महीनों में अपराध की कई घटनाएं सामने आई हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, जनवरी 2023 से जून 2025 तक नोएडा पुलिस ने हर दो दिन में एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, जून 2025 में सेक्टर-53 में एक सोशल मीडिया विवाद के कारण दो भाइयों पर हमला हुआ था, जिसमें एक महिंद्रा थार एसयूवी का इस्तेमाल किया गया था। इन घटनाओं ने नोएडा में कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।

हालांकि, इस मामले में पुलिस की तेज कार्रवाई ने लोगों का विश्वास बढ़ाया है। डीसीपी (नोएडा) यमुना प्रसाद ने कहा, “हमारी प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है। हमने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्कूलों के साथ मिलकर काम करेंगे।”

छात्रा के अभिभावकों ने पुलिस और स्कूल प्रशासन को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनकी बेटी को सुरक्षित वापस लाया। छात्रा के पिता ने कहा, “हम बहुत डर गए थे, लेकिन पुलिस की तेजी ने हमें राहत दी। हम चाहते हैं कि आरोपी को कड़ी सजा मिले।” स्थानीय लोग इस घटना से आक्रोशित हैं और स्कूलों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई प्रतिक्रियाएं आईं। एक यूजर ने X पर लिखा, “नोएडा पुलिस ने शानदार काम किया, लेकिन स्कूलों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।”

नोएडा के सेक्टर-53 में 15 वर्षीय छात्रा के अपहरण की घटना ने स्कूलों की सुरक्षा और बच्चों के प्रति बढ़ते अपराधों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस मामले को जल्दी सुलझाने में मदद की।

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