भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी समारोह 25 दिसंबर को कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स में मनाया जायेगा ।
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के अवसर पर आगामी 25 दिसम्बर को इंग्लिश कम्युनिकेशन...

पटना। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के अवसर पर आगामी 25 दिसम्बर को इंग्लिश कम्युनिकेशन स्किल्स के क्षेत्र में देश के अग्रणी शिक्षण संस्थान, ब्रिटिश लिंग्वा और मिथिला लोक फाउंडेशन द्वारा एक भव्य समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन का विशेष महत्व इस लिए भी है क्योंकि यह वर्ष अटल का शताब्दी वर्ष है। अटल का जीवन न केवल भारतीय राजनीति के इतिहास का अभिन्न हिस्सा है, बल्कि उनके योगदान ने देश को नई दिशा दी। इस अवसर की जानकारी देते हुए ब्रिटिश लिंग्वा और मिथिलालोक फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. बीरबल झा ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन अपराह्न 2 बजे से कॉलेज ऑफ कॉमर्स के सभागार में किया जाएगा, जहां शिक्षाविदों, छात्रों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए डॉ. बीरबल ने कहा कि इस अवसर पर "अटल एक व्यक्तित्व, युगद्रष्टा एवं देशभक्त" विषय पर पैनल डिस्कशन आयोजित किया जाएगा। यह चर्चा अटल के जीवन, उनकी दूरदर्शिता, और उनके योगदान को विस्तार से समझने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह और मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद उपस्थित रहेंगे। इनके साथ विधानसभा सदस्य संजीव चौरसिया, विधान पार्षद प्रमोद चंद्रवंशी, बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रो. अरुण कुमार भगत, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के रेजिस्ट्रार प्रोफेसर नागेंद्र कुमार झा जैसे प्रमुख समाजसेवी और शिक्षाविद् भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे, जो अटल जी के योगदान और उनके विचारों पर चर्चा करेंगे।
डॉ. बीरबल झा ने बताया कि इस अवसर युवाओं द्वारा "अटल मार्च" का आयोजन भी किया जा रहा है। इस मार्च के माध्यम से अटल के व्यक्तित्व, उनके विचार और देशभक्ति के संदेश को छात्र और युवाओं के बीच प्रचारित किया जाएगा। यह मार्च विशेष रूप से युवाओं के बीच राष्ट्रभक्ति और अटल के मार्गदर्शन में एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
अटल के प्रधानमंत्रित्व काल में किए गए पोखरण परमाणु परीक्षण, प्रधानमंत्री स्वर्ण चतुर्भुज योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की चर्चा करते हुए डॉ. झा ने कहा कि वाजपेयी जी ने एक दूरदर्शी राजनेता के रूप में अपने साहसिक निर्णयों से एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी। उनके नेतृत्व में देश ने वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई और अटल जी ने भारत को एक नई दिशा दी, जिससे हम आज अपनी ताकत और स्थिरता पर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वाजपेयी के नेतृत्व में भारत ने न केवल सामरिक शक्ति में वृद्धि की, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी देश की स्थिति को सुदृढ़ किया।
डॉ. झा ने वाजपेयी जी के "भूख और भय से भारत को मुक्ति" दिलाने के संकल्प का भी उल्लेख करते हुए कहा कि अटल का विश्वास था कि देश की प्रगति केवल आर्थिक और सामरिक ताकत से नहीं, बल्कि हर नागरिक की सोच और देशभक्ति से भी संभव है। उनका जीवन राष्ट्रवाद और जनकल्याण के आदर्शों से प्रेरित था, जो आज भी हमारे दिलों में जीवित हैं।
इस अवसर पर संस्थान के छात्रों के बीच आयोजित भाषण प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया जाएगा, जो अटल जी के जीवन और विचारों पर आधारित अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। यह आयोजन युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का एक सशक्त माध्यम बनेगा, ताकि वे अटल के आदर्शों को अपनी जिंदगी में उतार सकें और राष्ट्र सेवा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझ सकें। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कुछ महत्वपूर्ण व्यक्तियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
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