Sambhal: सम्भल में वाल्मीकि जयंती शोभायात्रा मार्ग पर भारी जलभराव, नाराज समाज ने जताया विरोध।
नगर पालिका की लापरवाही एक बार फिर खुलकर सामने आई जब मंगलवार को हुई बरसात ने शहर के कई इलाकों में जलभराव कर दिया। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका भदेसराय
उवैस दानिश, सम्भल
सम्भल : नगर पालिका की लापरवाही एक बार फिर खुलकर सामने आई जब मंगलवार को हुई बरसात ने शहर के कई इलाकों में जलभराव कर दिया। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका भदेसराय रहा, जहां वाल्मीकि जयंती की शोभायात्रा का प्रमुख मार्ग पूरी तरह पानी में डूब गया। इससे वाल्मीकि समाज के लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और मौके पर पहुंचे जेई (जूनियर इंजीनियर) से तीखी नोकझोंक हुई।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को वाल्मीकि जयंती के अवसर पर भदेसराय क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शोभायात्रा निकालने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन सुबह से हो रही बारिश ने पूरा रास्ता तालाब में तब्दील कर दिया। सड़कों पर पानी भरने से जुलूस निकालना मुश्किल हो गया। नाराज वाल्मीकि समाज के लोगों ने मौके पर पहुंचकर नगर पालिका के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन ने जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की। वर्षों से जलभराव की समस्या बनी हुई है, लेकिन कोई सुधार नहीं किया गया।
इस दौरान जब नगर पालिका का जेई मौके पर पहुंचा तो लोगों ने उसे घेर लिया और जमकर नाराजगी जताई। समाज के लोगों ने कहा कि त्योहार के दिन प्रशासन की लापरवाही ने श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। कुछ देर तक दोनों पक्षों के बीच गर्मागर्मी का माहौल बना रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल इसी मार्ग पर जलभराव की समस्या होती है, लेकिन नगर पालिका सिर्फ कागजी कार्रवाई तक सीमित रहती है। क्षेत्रवासियों ने ईओ (एक्सीक्यूटिव ऑफिसर) के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यदि जल्द ही जलभराव की स्थायी व्यवस्था नहीं की गई तो समाज के लोग बड़ा आंदोलन करेंगे। आज बारिश हुई है, जिससे जलभराव हुआ है। पानी निकालने के लिए पंपिंग की व्यवस्था की जा रही है। बावजूद इसके, लोगों में नाराजगी बनी हुई है और त्योहार के दिन हुई इस अव्यवस्था ने प्रशासन की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
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