Lucknow : संघर्ष समिति द्वारा ऊर्जा मंत्री पर आरोप राजनीति से प्रेरित, विद्युत संविदा संगठनों ने जताया विरोध
महासंघ अध्यक्ष आर.एस. राय ने कहा कि वर्ष 2023 में भी ऐसी ही एक राजनीतिक चाल के तहत संघर्ष समिति द्वारा बिना ठोस कारण के तीन दिवसीय हड़ताल 16,17 एवं 18 मार्च आयो
Lucknow : विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ उप्र के सभी घटक संगठनों की एक वर्चुअल बैठक आज दोपहर 3:00 से 4:00 बजे तक आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ श्रमिक नेता एवं महासंघ अध्यक्ष आर.एस. राय ने की। बैठक में ठाकुर भूपेंद्र सिंह, मो. काशिफ, नवल किशोर सक्सेना, पुनीत राय, दिनेश सिंह भोले, विनोद कुमार, राम भूल सैनी, अमित खारी, एस.सी. बहादुर एवं मीडिया प्रभारी विमल चंद्र पांडे सहित महासंघ के सभी प्रमुख पदाधिकारी ने भाग लिया। बैठक में संघर्ष समिति द्वारा ऊर्जा मंत्री पर दिए गए विवादित बयान की कड़ी निंदा की गई, वक्ताओं ने इसे एक पूर्व नियोजित राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य सरकार और विभाग की छवि धूमिल करना है।
महासंघ अध्यक्ष आर.एस. राय ने कहा कि वर्ष 2023 में भी ऐसी ही एक राजनीतिक चाल के तहत संघर्ष समिति द्वारा बिना ठोस कारण के तीन दिवसीय हड़ताल 16,17 एवं 18 मार्च आयोजित की गई थी, जिसमे करीब 5000 संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गईं। यह हड़ताल ऊर्जा मंत्री और तत्कालीन अध्यक्ष एम. देवराज (IAS) जैसे ईमानदार ब्यक्तियो को हटाने की साजिश थी।
महासंघ प्रभारी पुनीत राय ने कहा कि निजीकरण विरोध के नाम पर यह आंदोलन केवल कुछ लोग के राजनीतिक लाभ की दिशा मे मोडा जा रहा है न कि कर्मचारी की समस्याओं के समाधान के लिए। मीडिया प्रभारी विमल चंद्र पांडे ने बताया कि बैठक के अंत में सभी घटक संगठनों ने यह संकल्प लिया कि वह कर्मचारियों के अधिकारों और हितों की रक्षा हेतु एकजुट रहेंगे और किसी भी राजनीतिक चाल को सफल नहीं होने देंगे।
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