Sitapur : यूरिया खाद के लिए बारिश के बीच लाइन में लगे धक्के खा रहे किसान
ज्ञातव्य है कि यूरिया की कमी को लेकर प्राइवेट दुकानदारों को यूरिया खाद उपलब्ध नहीं कराई जा रही है और सरकारी समितियां के माध्यम से उर्वरक का वितरण किसा
Report : संदीप चौरसिया INA NEWS ब्यूरो Sitapur
लहरपुर सीतापुर क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के बाद भी क्षेत्र का अन्न दाता किसान एक एक बोरी यूरिया के लिए बारिश में सुबह से ही लाइन में खड़े होकर कर रहा नंबर आने का इंतजार। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के किसानों को अपनी धान और गन्ने की फसल में डालने के लिए उर्वरक की आवश्यकता है परंतु सरकारी समितियां पर खाद की उपलब्धता किसानों की आवश्यकता के हिसाब से न होने के चलते एक-एक बोरी यूरिया के लिए सुबह से शाम तक लाइन में लगकर धूप और बारिश में धक्के खा रहा है।
ज्ञातव्य है कि यूरिया की कमी को लेकर प्राइवेट दुकानदारों को यूरिया खाद उपलब्ध नहीं कराई जा रही है और सरकारी समितियां के माध्यम से उर्वरक का वितरण किसानों को कराया जा रहा है। समितियों पर यूरिया खाद वितरण की सूचना पर क्षेत्र से भारी संख्या में किसान समितियों पर जमा हो जाते हैं परंतु खाद की उपलब्धता और लाइन में लगे किसानों की संख्या अधिक होने की चलते भारी संख्या में किसान मायूस होकर वापस चले जाते हैं। क्षेत्र के अन्नदाता स्वामी दयाल, रामेश्वर दयाल, मोहनलाल, राम आसरे, ने बताया कि समितियां पर खाद फिंगरप्रिंट लगाकर वितरित की जा रही है, जिसके चलते वितरण में अनावश्यक देरी होती है और किसान धूप या बारिश में पूरे पूरे दिन लाइन में लगकर परेशान होता है।
यही नहीं किसानों को उसकी आवश्यकता के अनुसार खाद ना मिल पाने के कारण फिर दूसरे दिन समिति पर खाद के लिए लाइन में लग जाता है लेकिन समिति के खुलने पर मालूम होता है कि यूरिया उपलब्ध नही है, यही क्रम अधिकांश समितियां पर रोज देखा जा रहा है। मंगलवार को क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के बाद भी खाद वितरण की सूचना पाकर सैकड़ो अन्नदाता लाइन में छतरी और पॉलिथीन लेकर स्थानीय इफको बाजार केंद्र पर जमा हो गए, क्षेत्र के सज्जाद ग्राम महुवाताल, लज्जावती ग्राम पैतला, शिव पूजन ग्राम नवीनगर, अनीस ग्राम फरीदपुर , बालक राम ग्राम कोरैय्या गंगादास, राम चन्द्र ग्राम महादेव अटरा आदि किसानों ने बताया कि, भारी बारिश के बाद भी खाद के लिए सभी किसान लाइन में लगे हैं परंतु कभी सर्वर डाउन कभी फिंगर ना आ पाने के चलते खाद नहीं मिल पा रही है, केवल एक बोरी या बड़े किसानों को दो बोरी खाद ही वितरीत की जा रही है, आवश्यकता पूरी न होने के कारण किसानों में रोष देखा गया। इस संबंध में जब सहायक विकास अधिकारी कृषि राजकुमार वर्मा से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नहीं उठा।
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