Sitapur : सरदार पटेल की जयंती पर सेठ दयाल इंटर कॉलेज में एकता का संदेश
विशिष्ट अतिथि प्रधानाचार्य शकील अहमद अंसारी ने कार्यक्रम के लिए आयोजक वरिष्ठ पत्रकार सिराज अहमद का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के जीवन
Report : संदीप चौरसिया INA NEWS सीतापुर
बिसवां, सीतापुर। राष्ट्रीय एकता के प्रतीक लौह पुरुष और भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती समारोह सेठ दयाल इंटर कॉलेज के सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट विशाल सक्सेना (एनसीसी) ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही सरदार पटेल की बातों का पालन कर पाएंगे। सरदार पटेल का जीवन सिखाता है कि एकता में बल है और देश एकता के बिना नहीं चल सकता।
विशिष्ट अतिथि प्रधानाचार्य शकील अहमद अंसारी ने कार्यक्रम के लिए आयोजक वरिष्ठ पत्रकार सिराज अहमद का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के जीवन से एकता, दृढ़ता और देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। इतिहास प्रवक्ता श्रीकांत ने बताया कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम में बड़ी भूमिका निभाई। कार्यक्रम संचालक अंग्रेजी प्रवक्ता मकसूद अली आजाद ने कहा कि सरदार पटेल ने महात्मा गांधी के साथ मिलकर स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और देश को ब्रिटिश शासन से आजाद कराने में योगदान दिया। उन्होंने सिराज टाइम्स अखबार का धन्यवाद किया और कहा कि ऐसे आयोजन देशभक्ति की भावना जगाते हैं।
अजीत आर्य ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय भावना को याद करते हैं। मुफ्ती सुहेल कासमी, मौलाना फहीम जामई, डॉक्टर अहमद अली अंसारी, उप संपादक वहाजुद्दीन गौरी समेत अन्य वक्ताओं ने अपने भाषण से लोगों का ध्यान खींचा।
कार्यक्रम संयोजक सिराज अहमद ने अतिथियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की जयंती पर गंगा-जमुनी तहजीब को याद करते हैं। यह तहजीब सिखाती है कि अलग संस्कृतियों को मिलाकर नई संस्कृति बनाई जा सकती है। कार्यक्रम में दिल्ली में हाल में हुए विस्फोट की निंदा की गई और पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई।
सभी अतिथियों का बैज और माला पहनाकर स्वागत किया गया। चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कार दिए गए। आयोजन हिंदी दैनिक सिराज टाइम्स के बैनर तले हुआ। पत्रकार अलमास अंसारी और मोहम्मद अजीम को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकार, शिक्षक, छात्र-छात्राएं, वकील, समाजसेवी और साहित्यकार मौजूद रहे।
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