Sitapur Murder Case: पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड मामले में 3 गिरफ्तार, फरार 2 की तलाश में लगीं पुलिस टीमें
एसपी ने दावा किया कि पत्रकार राघवेंद्र ने बाबा को मन्दिर के ही एक किशोर के साथ कुकर्म करते देख लिया था जिसे दबाने के लिए पत्रकार के द्वारा 20 लाख की रकम मांगी गई थी इसी बात को लेकर बाबा ने पत्र...

By INA News Sitapur.
सीतापुर: सीतापुर में आठ मार्च को हुए पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। हत्याकांड में पांच लोग शामिल थे जिनमें से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साजिश में शामिल कारेदेव बाबा मंदिर के पुजारी को उनके दो परिचितों संग गिरफ्तार किया गया है। वहीं, गोली मारने वाले दो शूटरों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
उन्हें पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की तीन टीमों के अलावा एसटीएफ की सात टीमों ने नोएडा के आसपास डेरा डाला हुआ है। पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की 8 मार्च को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हेमपुर ओवरब्रिज पर चार गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद से ही एसपी चक्रेश मिश्र के निर्देश पर क्राइम ब्रांच निरीक्षक सत्येंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में तीन टीमों को खुलासे के लिए लगाया गया। वहीं, एएसपी डॉ प्रवीण रंजन सिंह के नेतृत्व में कुल 12 टीमों ने अपनी जांच शुरू की। 34 दिनों में एक हजार से अधिक नंबरों को रडार पर लिया गया। वहीं, सवा सौ संदिग्धों से पूछताछ की गई। टीमों ने करीब 250 सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले।
- एसपी का दावा, कुकर्म छिपाने के लिए मांगी थी 20 लाख की रकम
एसपी ने दावा किया कि पत्रकार राघवेंद्र ने बाबा को मन्दिर के ही एक किशोर के साथ कुकर्म करते देख लिया था जिसे दबाने के लिए पत्रकार के द्वारा 20 लाख की रकम मांगी गई थी इसी बात को लेकर बाबा ने पत्रकार की हत्या कराए जाने की सुपारी दी थी। फिलहाल एसपी का खुलासे को लेकर दावा किया जा रहा है। वही घटना से जुड़े आज भी कई अनसुलझे पहलू हैं जो खुलासे पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
- शूटरों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित
एसपी चक्रेश मिश्र ने दोनों शूटरों के सिर पर ईनाम घोषित कर दिया है। राजू तिवारी और संजय तिवारी पर 25-25 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर वांछित करार दिया गया है। इनकी तलाश में टीमें लगी हुई हैं।
- ऐसे हुआ खुलासा
करीब चार हजार से अधिक नंबरों को बीटीएस की मदद से रडार पर लिया गया। एसपी का दावा है कि पुलिस ने पहले प्लाट और धान खरीद के घोटाले को लेकर जांच की गई लेकिन उस दिशा में कोई ठोस सुराग नहीं मिला। उसके बाद जांच के दौरान ही एक सीसीटीवी फुटेज हाथ में लगा जिसके आधार पर पुलिस ने उस शख्स के बारे में पता लगाया तो उसकी नजदीकियां कारेदेव मंदिर के बाबा शिवानंद उर्फ विकास राठौर से होना पाया गया। इसके बाद कारेदेव बाबा मंदिर में राघवेंद्र संग एक पुजारी की करीबियों के एंगल पर पड़ताल शुरू की।
Also Read: Hardoi News: रात के अंधेरे में कुएं में गिरा सियार, वन विभाग की टीम ने सफल रेस्क्यू किया
सीसीटीवी कैमरों में दो लोग कारेदेव बाबा मंदिर, राघवेंद्र के घर के आसपास और महोली कस्बे में संदिग्ध रूप से घूमते नजर आए। इन पर शक पुख्ता होते ही गहनता से जांच की गई।एसपी ने दावा किया कि पूछताछ में कारेदेव बाबा मंदिर के पुजारी शिवानंद बाबा उर्फ विकास राठौर, उनके करीबी निर्मल सिंह और असलम गाजी को गिरफ्तार किया गया है।
- ओवरब्रिज पर बदमाशों ने घेरकर मारी थी गोली
आठ मार्च को लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर दिनदहाड़े पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी (35) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। महोली के विकास नगर कॉलोनी निवासी राघवेंद्र बाजपेयी एक दैनिक समाचार पत्र में महोली तहसील के संवाददाता थे। परिजनों के मुताबिक दोपहर करीब तीन बजे उनके मोबाइल पर किसी का फोन आया। इसके बाद वह बाइक से सीतापुर जिला मुख्यालय के लिए निकले। हाईवे पर इमलिया सुल्तानपुर में हेमपुर ओवरब्रिज पर बदमाशों ने उन्हें रोककर गोली मार दी। गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
What's Your Reaction?






