Sitapur : मिशन शक्ति अभियान में गूंजा महिला सशक्तिकरण का संदेश, एसडीएम व सीओ ने महिला एवं बालिकाओं को दिया आत्मविश्वास का पाठ
चौपाल में महिलाओं और बालिकाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं और अधिकारियों से सीधा संवाद किया। प्रशासन और पुलिस के दोनों युवा अधिकारियों के जोशीले शब्दों
Report : संदीप चौरसिया INA NEWS ब्यूरो सीतापुर
सीतापुर : कोतवाली देहात क्षेत्र की ग्राम पंचायत नरसोही के मजरा गौरीनगर में मिशन शक्ति अभियान (फेज-5) के तहत आयोजित चौपाल कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाएं और बालिकाएं बड़ी संख्या में शामिल हुईं। इस मौके पर एसडीएम सदर दामिनी एम. दास और क्षेत्राधिकारी सदर, नेहा त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करते हुए सुरक्षा, सशक्तिकरण, सम्मान और आत्मनिर्भरता का नया संदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान एसडीएम दामिनी एम. दास ने अपने ऊर्जावान संबोधन में ग्रामीण महिलाओं को आत्मविश्वास से आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अगर खेती-बाड़ी, विद्यालय, बच्चियों की पढ़ाई, आंगनबाड़ी केंद्र या किसी भी सरकारी योजना से जुड़ी समस्या है, तो महिलाएं और बालिकाएं खुलकर बताएं। प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान कराने के लिए तत्पर है।
इस दौरान ग्रामीण महिलाओं ने स्थानीय स्तर पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट विद्यालय की मांग उठाई। वहीं, आंगनबाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिलाओं और नौनिहालों को समय से राशन न मिलने की शिकायत भी सामने आई। जिस पर एसडीएम ने तुरंत संज्ञान लेते हुए संबंधित लेखपाल को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने महिलाओं को खतौनी नि:शुल्क उपलब्ध कराने, कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ और वृद्धावस्था पेंशन जैसी योजनाओं की जानकारी भी दी। क्षेत्राधिकारी सदर नेहा त्रिपाठी ने महिला और बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। पुलिस उनके साथ है।
अगर कभी आपात स्थिति आती है तो घबराने के बजाय तुरंत हेल्पलाइन नंबरों पर सूचना दें, यही पहला कदम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। उन्होंने महिलाओं को भरोसा दिलाया कि मिशन शक्ति अभियान का मकसद हर महिला को निर्भय वातावरण, सम्मान और सुरक्षित भविष्य देना है। सीओ ने उपस्थित महिलाओं को महिला सुरक्षा से जुड़े सभी हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी—वूमेन पॉवर हेल्पलाइन 1090, महिला हेल्पलाइन 182, आपातकालीन सेवा 112, एंबुलेंस 108, बाल संरक्षण 1098, आग लगने पर 101, पुलिस कंट्रोल रूम 100, स्वास्थ्य सेवाएं 102 और साइबर हेल्पलाइन 1930।
चौपाल में महिलाओं और बालिकाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं और अधिकारियों से सीधा संवाद किया। प्रशासन और पुलिस के दोनों युवा अधिकारियों के जोशीले शब्दों और सकारात्मक ऊर्जा ने ग्रामीण महिलाओं में नया आत्मविश्वास पैदा किया। यह आयोजन केवल जानकारी का आदान-प्रदान नहीं बल्कि महिला सशक्तिकरण का जीवंत उदाहरण साबित हुआ। वही महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम सफल व जीवंत बनाने में नारसोही प्रधान प्रतिनिधि रहीस आलम का विशेष सहयोग रहा।
इस अवसर पर एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दामिनी एम दास, क्षेत्राधिकारी सदर नेहा त्रिपाठी, कोतवाली देहात थानाध्यक्ष अमर सिंह, शाहमहोली चौकी प्रभारी हर्षित कुमार सिंह, लेखपाल जेबा खान, कानूनगो अशोक कुमार, हे. कॉ. रामनरेश, कॉ. मनोज कुमार, कॉ. कपिल कुमार, महिला कॉ. आशा कुमारी आदि भारी संख्या में पुलिस कर्मी व ग्रामीण मौजूद रहे। थाना रामकोट क्षेत्र के उच्च माध्यमिक विद्यालय मधवापुर व परसेहरा में विशेष गोष्ठी आयोजित हुआ। गोष्ठी में दरोगा शिव प्रसाद, सिपाही राम प्रताप,वेद प्रकाश महिला सिपाही सावित्री करुणा रानी नफीस जोहरा छात्र-छात्राएं एवं अध्यापक प्रधानाचार्य मौजूद रहे।
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