Hardoi News: विश्व हिन्दू परिषद ने बंगाल की हिंसा को लेकर किया प्रदर्शन, राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन।
जिलामंत्री गौरव ने बताया बंगाल में हिन्दुओं के ऊपर हो रही हिंसा बेहद चिंता जनक है वक्फ कानून की आड़ में संपूर्ण बंगाल को जिस प्रकार हिंसा की आग....
Hardoi News: विश्व हिन्दू परिषद ने बंगाल की हिंसा को लेकर हरदोई के सिनेमा चौराहे पर किया प्रदर्शन विहिप जिलामंत्री गौरव ने बताया बंगाल में हिन्दुओं के ऊपर हो रही हिंसा बेहद चिंता जनक है वक्फ कानून की आड़ में संपूर्ण बंगाल को जिस प्रकार हिंसा की आग में जलाया जा रहा है हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है राष्ट्र विरोधी और हिंदू विरोधी तत्वों को निर्वाध रूप से उनके षडयंत्रो को क्रियान्वयित करने की खुली छूट दी जा रही है उससे यह स्पष्ट है कि बंगाल की स्थिति बड़ी ही चिंताजनक है शासकीय तंत्र दंगाइयों के सामने केवल निष्क्रीय ही नहीं अपितु कई स्थानों पर सहायक या प्रेरक बन गया हैइससे पहले की स्थिति नियंत्रित से बाहर हो जाये केंद्र सरकार को प्रशासन का नियंत्रण व संचालन अपने हाथों में लेना चाहिए तथा राष्ट्र विरोधी व हिंदू विरोधी तत्वों को उनके कर्मों के लिए कठोरतम सजा दिलवानी चाहिए और बंगाल में तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति शासन लगया जाना चाहिए।
मुस्लिम भीड़ द्वारा 11 अप्रैल, 2015 को वक्फ कानून के विरोध के नाम पर किया गया हिंसक प्रदर्शन कानून बनाने वाली सरकार के विरोध में नहीं अपितु हिंदुओं पर हिंसक आक्रमण के रूप में था जबकि हिंदू समाज का इस कानून के निर्माण में कोई भूमिका नहीं थी और यह एक शुद्ध संवैधानिक प्रक्रिया थी । इसका स्पष्ट अर्थ है कि वक्फ तो केवल बहाना था, असली उद्देश्य मुर्शिदाबाद को हिंदू शून्य बनाना था। इस उन्मादी जिहादी भीड़ ने हिंदुओं के 200 से अधिक घरों और व्यावसायिक दुकानों को लूटकर जलाया, सैकड़ो हिंदुओं को बुरी तरह घायल किया व तीन नागरिकों की निर्मम हत्या की गई। दर्जनों महिलाओं के शीलभंग भी किए गए। परिणाम स्वरूप 500 से अधिक हिंदू परिवारों को मुर्शिदाबाद से पलायन करना पड़ा।
उनके पास जाकर उनकी चिंता एवं सहायता करने की अपेक्षा ममता बनर्जी दंगा भड़काने वाले इमामो से मिल रही है जिनमें से एक इमाम ने एक दिन पहले ही धमकी दी थी कि "अगर ममता बनर्जी ने उनका साथ नहीं दिया तो वह उसकी औकात बता देंगे।" अब ये सारे तथ्य सामने आने पर यह समाचार मिल रहा है कि ममता जी अब शरणार्थियों को सुविधा देने की जगह उनको वापस जेहादियों के सामने जबरन परोसने का षड्यंत्र कर रही है।
आज की बंगाल की स्थिति से यह स्पष्ट है कि ममता सरकार भारत के संघीय ढांचे को बंगाल में ध्वस्त कर अपनी सरकार और वोट बैंक को सुरक्षित रखने के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है। बंगाल में राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में आ चुकी है ।बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों को निर्बाध रूप से आने दिया जा रहा है। उनके आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। पाकिस्तानी तथा बांग्लादेशी आतंकी संगठनों की सक्रियता बढ़ती जा रही है।
हिंदुओं के प्रति हिंसा बढ़ती जा रही है और न्यायालय के आदेश पर ही हिंदू त्योहारों को अनुमति मिल पाती है । उनको सुरक्षा देने वाले अर्धसैनिक बलों को निशाना बनाया जाता है। हिंदू का अस्तित्व खतरे में पड़ चुका है। कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से नष्ट हो चुकी है।तृणमूल के असामाजिक तत्व व जिहादी गुंडो के नियंत्रण व निर्देश पर ही प्रशासन काम करने के लिए विवश है ।
आज यह हिंसा मुर्शिदाबाद से निकलकर संपूर्ण बंगाल में फैलती जा रही है। अब यह बंगाल तक भी सीमित नहीं रहेगी। इसलिए देश की जनता मांग करती है कि बंगाल में अविलंब राष्ट्रपति शासन लगाया जाए ।बंगाल की हिंसा की जांच NIA के द्वारा करवाई जाए और दोषियों को अविलंब दंडित किया जाए। बंगाल की कानून व्यवस्था का संचालन केंद्रीय सुरक्षा बलों के हाथों में दिया जाए।
बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उनको निष्कासित किया जाए। बंगाल व बांग्लादेश की 450 किलोमीटर की सीमा पर तार लगाने का काम अविलंब प्रारंभ किया जाए जिसे ममता बनर्जी ने रोका हुआ था। हमें विश्वास है की राष्ट्र की सर्वभौंमिक्ता और साम्प्रदायिक सदभाव बनाये रखने के लिए आप अविलम्ब और त्वरित कार्यवाही करेंगी। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला कार्याध्यक्ष मोहित मिश्रा, जिला संयोजक बजरंग दल ऋषभ अग्निहोत्री जिला सह मंत्री राहुल नागेंद्र रवि ,मनु ,सीतू व हिंदू जनमानस उपस्थित रहा।
What's Your Reaction?