Hathras: कराटे चैम्पियनशिप में वी.एल.एस. इण्टर स्कूल अव्वल, नेपाल द्वितीय, कोसगन तृतीय,खिलाड़ियों का हुआ सम्मान।
स्थानीय खेल मैदान में आयोजित अंतर-विद्यालयी कराटे चैम्पियनशिप का समापन उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। प्रतियोगिता में वी.एल.एस. इण्टर
हाथरस। स्थानीय खेल मैदान में आयोजित अंतर-विद्यालयी कराटे चैम्पियनशिप का समापन उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। प्रतियोगिता में वी.एल.एस. इण्टर स्कूल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। नेपाल की टीम द्वितीय और कोसगन तीसरे स्थान पर रही। विजयी खिलाड़ियों ने मैदान में शानदार कौशल का प्रदर्शन कर दर्शकों की तालियाँ बटोरीं।
समापन समारोह में विजेता टीमों को ट्रॉफियाँ प्रदान की गईं। वी.एल.एस. इण्टर स्कूल, नेपाल और कोसगन की टीमों को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान की ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। खिलाड़ियों को पदक पहनाए गए, जिस दौरान विजेताओं के चेहरों पर गर्व और उत्साह स्पष्ट नजर आया।
प्रतियोगिता के संचालन में रेफरी व कोचों की भूमिका अहम रही। बी.एल.एस. से विशाल ठकराल, अभय नागर, अंशुल नागर, श्याम लाल, समीर, गाविदा, दीपक, देवजीत धोय, सुनील कुमार, विजेंदर माहीर, अनिल असरोही, अनुज साहू, सलमान, रुपेश अग्रवाल, प्रशांत, अनुज सिधानि, डेविड, दीपक राज, कौशल सिधानिया, सन्दीप, नशल कुमार, विशाल पात्र, सालुका, विदित और अग्निहोत्रा सहित अन्य सदस्यों ने प्रतियोगिता के संचालन में योगदान दिया। अग्निहोत्रा ने खिलाड़ियों को कराटे में धैर्य, जागरूकता और संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. विकास शर्मा ने प्रतिभागियों को खेल भावना और नैतिक मूल्यों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने उन खिलाड़ियों का विशेष उत्साहवर्धन किया जो पदक नहीं जीत पाए। उन्होंने कहा कि हार किसी भी सफर का अंत नहीं, बल्कि आगे की तैयारी के लिए नई शुरुआत होती है।
कराटे चैम्पियनशिप ने न केवल खिलाड़ियों के कौशल को तराशा, बल्कि उनमें अनुशासन, आत्मविश्वास और खेल भावना को भी मजबूत किया। यह प्रतियोगिता युवा प्रतिभाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनकर सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
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