Ahemdabad Plane Crash: भयावह विमान हादसे में 241 की मौत, 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक शामिल
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एक भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद के सरदार वल्लभभा...
By INA News Ahemdabad.
अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एक भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक के लिए उड़ान भर रही थी, टेकऑफ के महज 50 सेकंड बाद मेघानीनगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक यात्री जीवित बचा, जबकि 241 लोगों की मौत हो गई। यह भारत के इतिहास में सबसे भीषण विमान हादसों में से एक है।
- विमान और समय: बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (रजिस्ट्रेशन VT-ANB) ने दोपहर 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी। टेकऑफ के 50 सेकंड बाद, दोपहर 1:40 बजे, विमान मेघानीनगर में एक रेजिडेंट डॉक्टर्स हॉस्टल की इमारत से टकरा गया, जिसके बाद आग और काले धुएं का गुबार उठा।
- यात्री और चालक दल: विमान में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी यात्री नंबर 12 के रूप में विमान में सवार थे।
- पायलट: विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल (8,200 घंटे का उड़ान अनुभव) और सह-पायलट क्लाइव कुंदर (1,100 घंटे का उड़ान अनुभव) के हाथ में थी। दोनों की मौत हो गई।
मृतकों और बचे लोगों की स्थिति
- मृत्यु: शुरुआती रिपोर्ट्स में 133, फिर 186, और अंततः 241 लोगों की मौत की पुष्टि हुई। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में शवों को लाया गया, जहां कई शव इतने जल चुके थे कि उनकी पहचान मुश्किल हो गई। गुजरात सरकार ने परिजनों से डीएनए सैंपल देने की अपील की है।
- पहचान: मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पायलट सुमीत सभरवाल की पुष्टि हुई। अन्य मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच जारी है।
- बचा हुआ यात्री: 40 वर्षीय विश्वास कुमार रमेश (सीट 11ए) इस हादसे में चमत्कारिक रूप से बच गए। उन्होंने बताया, "टेकऑफ के 30 सेकंड बाद एक तेज धमाका हुआ। जब मैं उठा, चारों तरफ लाशें थीं। मैं डर गया और दौड़ने लगा।" उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनके भाई, जो विमान में सवार थे, की मौत हो गई।
हादसे के संभावित कारण
- प्रारंभिक जांच: डीजीसीए और अन्य अधिकारियों ने बताया कि इंजन में तकनीकी खराबी और संभवतः पायलट की त्रुटि हादसे का कारण हो सकती है। फ्लाइटरडार 24 के अनुसार, विमान ने टेकऑफ के 51 सेकंड बाद रडार से संपर्क खो दिया।
- मेडे कॉल: क्रैश से पहले पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को "मेडे कॉल" किया, जो आपातकालीन स्थिति का संकेत है, लेकिन इसके बाद संपर्क टूट गया।
- मौसम और अन्य कारक: तेज हवा या माइक्रोबर्स्ट जैसी मौसमी घटनाएं भी संभावित कारण हो सकती हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई।
बचाव और राहत कार्य
- तत्काल कार्रवाई: हादसे के बाद फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियां, एनडीआरएफ की 90 जवानों की टीमें, बीएसएफ, और सेना की क्विक रिस्पॉन्स टीमें मौके पर पहुंचीं। आग बुझाने और मलबा हटाने का काम युद्ध स्तर पर किया गया।
- हेल्पलाइन: एयर इंडिया ने परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-5691-444 जारी किया।
- अस्पताल की स्थिति: सिविल अस्पताल में शवों की पहचान और घायलों के इलाज के लिए आपातकालीन व्यवस्था की गई।
प्रमुख बयान
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: "यह शब्दों से परे दिल दहलाने वाली घटना है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूं।"
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह: हादसे के बाद अहमदाबाद पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अधिकारियों से बात कर केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
- एयर इंडिया चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन: "यह एक दुखद दुर्घटना है। टाटा ग्रुप मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता और घायलों का मेडिकल खर्च वहन करेगा।"
- विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रणधीर जायसवाल: "हमने बहुत से लोगों को खोया है। हमारी गहरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं।"
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे: "यह त्रासदी दुखद है। सरकार को प्रभावित लोगों की मदद करनी चाहिए। हादसे की गहन जांच हो।"
- फारूक अब्दुल्ला: "यह कई वर्षों में पहली ऐसी त्रासदी है। बिजली संबंधी समस्या की बात सुनी है। जांच होनी चाहिए।"
- बोइंग का बयान: "हम एयर इंडिया के संपर्क में हैं और हर संभव सहायता के लिए तैयार हैं।"
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
- एक प्रत्यक्षदर्शी ने पीटीआई को बताया, "मैं घर में बैठा था, अचानक तेज आवाज आई। बाहर देखा तो आग और धुआं दिखा।"
- बीजेपी विधायक दर्शना वघेला: "डॉक्टर्स के फ्लैट को भारी नुकसान हुआ। हालात भयावह हैं।"
हादसे का प्रभाव
- स्थानीय नुकसान: विमान का एक हिस्सा मेघानीनगर के रेजिडेंट डॉक्टर्स हॉस्टल के मेस से टकराया, जिससे इमारत खंडहर में तब्दील हो गई। आसपास की इमारतें भी आग की चपेट में आईं।
- हवाई अड्डा बंद: हादसे के बाद अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उड़ानें अस्थायी रूप से बंद कर दी गईं। एक इंडिगो फ्लाइट को कोलकाता वापस लौटना पड़ा।
- सोशल मीडिया: हादसे के खौफनाक वीडियो और तस्वीरें, जिसमें 50 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज शामिल है, सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
- डीजीसीए ने कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की जांच शुरू कर दी है।
- विशेषज्ञों का कहना है कि टेकऑफ के दौरान होने वाले 35% विमान हादसे तकनीकी खराबी, पायलट त्रुटि, या मौसम के कारण होते हैं।
- हादसे ने 1988 के अहमदाबाद विमान हादसे की यादें ताजा कर दीं, जिसमें 133 में से केवल दो लोग बचे थे।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया। यह त्रासदी विमानन सुरक्षा पर सवाल उठाती है और गहन जांच की मांग करती है। एकमात्र बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश की कहानी उम्मीद की किरण है, लेकिन 241 परिवारों का दुख असहनीय है।
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