चंद्रशेखर बनना चाहता था बसपा सुप्रीमो, रोहिणी के वायरल ऑडियो में मायावती-कांशीराम का जिक्र, फर्जी साबित करने वाले को 1 करोड़ इनाम

मायावती ने भी पहली बार चंद्रशेखर पर हमला किया। अक्टूबर 2025 में एक रैली में कहा कि चंद्रशेखर ने रोहिणी का शोषण किया। ऐसे नेता समाज का भला कैसे करेंगे। मायाव

Oct 24, 2025 - 22:46
Oct 24, 2025 - 22:47
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चंद्रशेखर बनना चाहता था बसपा सुप्रीमो, रोहिणी के वायरल ऑडियो में मायावती-कांशीराम का जिक्र, फर्जी साबित करने वाले को 1 करोड़ इनाम
बसपा सुप्रीमो बनना चाहता था चंद्रशेखर, रोह‍िणी- चंद्रशेखर की बातचीत का ऑड‍ियो वायरल

इंदौर की डॉक्टर रोहिणी घावरी ने एक बार फिर सांसद चंद्रशेखर आजाद पर भारी आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक तीन मिनट 47 सेकंड का ऑडियो शेयर किया है, जिसमें कथित तौर पर चंद्रशेखर आजाद बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती और उनके गुरु कांशीराम के बीच के रिश्ते पर आपत्तिजनक बातें करते सुनाई दे रहे हैं। रोहिणी का कहना है कि यह ऑडियो पूरी तरह असली है और इसे एआई से बनाया नहीं गया। उन्होंने चुनौती दी है कि अगर कोई इसे नकली साबित कर दे तो उसे एक करोड़ रुपये का इनाम मिलेगा। यह विवाद दलित समाज के नेताओं के बीच बढ़ते तनाव को दिखाता है और बहुजन आंदोलन पर असर डाल सकता है।

रोहिणी घावरी ने अपने एक्स हैंडल पर ऑडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि चंद्रशेखर आजाद बहनजी यानी मायावती के प्रति गंदी सोच रखते हैं। उन्होंने दावा किया कि चंद्रशेखर ने कहा है कि मायावती कांशीराम को ब्लैकमेल करती थीं। वह धमकी देती थीं कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद न दिया गया तो समाज को बताएंगी कि कांशीराम ने उनका बलात्कार किया। रोहिणी ने आगे कहा कि चंद्रशेखर ने यह भी आरोप लगाया कि आकाश आनंद के पिता ने कांशीराम के सिर पर बंदूक रखी थी। इसके अलावा, चंद्रशेखर ने दावा किया कि अगर उन्हें उत्तराधिकारी बनाया जाए तो आजाद समाज पार्टी को बसपा में विलय कर देंगे। रोहिणी का कहना है कि चंद्रशेखर अमेरिका के सोनू अंबेडकर की किताब 'कांशीराम साहब की हत्यारन' को जाटव समाज के युवाओं में बांटकर मायावती के प्रति नफरत फैला रहे हैं।

यह ऑडियो बहुजन आंदोलन को कमजोर करने की साजिश का हिस्सा लगता है, जैसा कि रोहिणी ने कहा। उन्होंने अपनी ईमानदारी और निष्ठा का हवाला देते हुए चंद्रशेखर के षड्यंत्र को सामने लाने की बात की। रोहिणी ने पूछा कि नई पीढ़ी के मन में अपने महापुरुषों के प्रति क्यों जहर भरा जा रहा है। उन्होंने समाज से अपील की कि इस सच्चाई को समझें। पूरी जानकारी के लिए वह शाम सात बजे फेसबुक पर लाइव आएंगी, जहां लोग सवाल पूछ सकेंगे।

ऑडियो के मुख्य अंश

ऑडियो में रोहिणी और चंद्रशेखर के बीच बातचीत के कुछ हिस्से साफ सुनाई देते हैं। चंद्रशेखर कहते हैं, पहले मायावती से मेरी मीटिंग करवा दो। रोहिणी जवाब देती हैं कि वह मीटिंग करवा देंगी और कमलनाथ के पास ले जाकर बैठा सकती हैं। चंद्रशेखर प्रयास करने को कहते हैं। रोहिणी पूछती हैं कि अगर मायावती कहें कि पार्टी का विलय कर दो तो क्या करोगे। चंद्रशेखर जवाब देते हैं कि उत्तराधिकारी बना दो तो कर दूंगा। रोहिणी कहती हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दें। चंद्रशेखर पूछते हैं कि मायावती क्या दे सकती हैं इसके अलावा।

बात आगे बढ़ने पर चंद्रशेखर कहते हैं कि मायावती ने उन्हें बहुत अपमानित किया है। रोहिणी कहती हैं कि पर्सनल बातें भूल जाओ। चंद्रशेखर बताते हैं कि पहले लोग कहते थे कि उनके पास दो वोट भी नहीं हैं, लेकिन अब लंका लगा दी। वह कहते हैं कि पिछले 30 सालों में किसी ने मायावती को टक्कर नहीं दी, लेकिन उन्होंने मजबूर कर दिया उत्तराधिकारी बनाने के लिए। फिर वह कहते हैं कि मायावती ने कांशीराम को ब्लैकमेल किया था। उसके भाई ने छाती पर पिस्टल रखी। मायावती ने धमकी दी कि समाज में जाकर कहेंगी कि कांशीराम ने मेरा बलात्कार किया। चंद्रशेखर कहते हैं कि मायावती ने निजी स्वार्थ में सब किया और उसके भाइयों ने साथ दिया। यह परिवार मायावती को घुटनों पर ला देगा।

ये अंश सुनकर कई लोग स्तब्ध हैं। रोहिणी का कहना है कि यह उनकी बहुजन आंदोलन के प्रति निष्ठा दिखाता है, जबकि चंद्रशेखर का मकसद मायावती को बदनाम करना है।

यह विवाद नया नहीं है। रोहिणी घावरी और चंद्रशेखर आजाद के बीच रिश्ता 2019 से शुरू हुआ था। रोहिणी इंदौर के बीमा अस्पताल में सफाईकर्मी की बेटी हैं। उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड जाना चुना। वहां पीएचडी कर रही हैं और अब नौकरी भी कर रही हैं। दलित आंदोलन के दौरान वह चंद्रशेखर के संपर्क में आईं। चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताया और शादी का झांसा देकर करीब तीन साल तक रिश्ता रखा। रोहिणी का आरोप है कि चंद्रशेखर ने शारीरिक शोषण किया। स्विट्जरलैंड से लौटने पर चंद्रशेखर एयरपोर्ट लेने आते थे और दिल्ली के घर पर समय बिताते थे। लेकिन 2024 में नगीना से सांसद बनने के बाद उन्होंने दूरी बना ली।

रोहिणी ने जून 2025 में पहली बार सोशल मीडिया पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर ने कई दलित लड़कियों का शोषण किया। वह भाजपा के दलाल हैं और बसपा सुप्रीमो बनना चाहते थे। उनके पास वीडियो प्रूफ हैं। रोहिणी ने राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत की। दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई। लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। रोहिणी ने कहा कि यूपी चुनाव तक उन्हें चुप रखा गया। उन्होंने सपा के अखिलेश यादव और कांग्रेस की प्रियंका गांधी को भी पत्र लिखा, लेकिन जवाब नहीं मिला।

सितंबर 2025 में रोहिणी ने सुसाइड की धमकी दी। उन्होंने एक्स पर तीन पोस्ट कीं। एक में चंद्रशेखर, उनकी पत्नी और बच्चे की तस्वीर लगाकर कहा कि उन्होंने उनकी जिंदगी बर्बाद की। उन्होंने जहर खाने की बात कही और पीएम मोदी को टैग किया कि लाश भारत न लाई जाए। रोहिणी ने एक निजी वीडियो भी शेयर किया। पुलिस की निष्क्रियता पर गुस्सा जताया।

चंद्रशेखर आजाद का पक्ष

चंद्रशेखर आजाद ने इन आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि रोहिणी का व्यवहार असामान्य है। वह अपना पक्ष अदालत में रखेंगे। चंद्रशेखर के समर्थक कहते हैं कि ऑडियो एआई से एडिटेड है। रोहिणी को भाजपा से पैसे मिले हैं। एक समर्थक ने कहा कि जो लिखकर दिया है, उसे चंद्रशेखर की आवाज में एआई से एडिट कर दो। चंद्रशेखर ने कहा कि वह बहुजन आंदोलन को मजबूत करेंगे। मायावती के अपमान की बात गलत है। उनके समर्थक रोहिणी को विषकन्या कहते हैं।

मायावती ने भी पहली बार चंद्रशेखर पर हमला किया। अक्टूबर 2025 में एक रैली में कहा कि चंद्रशेखर ने रोहिणी का शोषण किया। ऐसे नेता समाज का भला कैसे करेंगे। मायावती ने कहा कि स्वार्थी और बिकाऊ लोग आंदोलन को कमजोर करते हैं। यह बयान सुनकर उनके समर्थक ताली बजाने लगे। मायावती 2024 चुनाव में कम सक्रिय थीं, लेकिन अब फिर जोर पकड़ रही हैं।

रोहिणी ने कहा कि वह धोखेबाजों से लड़ने के लिए एक हजार महिलाओं का समूह बना रही हैं। जनपावर मिशन की प्रमुख के रूप में वह स्वाभिमान की रक्षा करेंगी। अन्य महिलाओं से जुड़ने की अपील की। रोहिणी ने कहा कि उनके एनजीओ से युवाओं की मदद करती हैं। लेकिन बदनाम करने की कोशिश हुई। वह न्याय के लिए खड़ी हैं।

अन्य महिलाओं के हवाले से आरोप

रोहिणी ने कहा कि वह एक अन्य महिला से संपर्क में हैं, जिसका भी चंद्रशेखर ने शोषण किया। वह तीसरी पीड़िता हैं। रोहिणी ने कहा कि चंद्रशेखर ने एक महिला को दारू के नशे में गलती से प्रेग्नेंट कर दिया। मजबूरी में शादी की, वरना ऐसी मोटी औरत से कभी न शादी करते। सहारनपुर की एक जाटव महिला ने भी चंद्रशेखर की सच्चाई बताई। रोहिणी ने उनका इंटरव्यू शेयर किया। कहा कि सच्चे अंबेडकरवादी जाति का साथ नहीं देते।

यह विवाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हजारों लाइक्स, रीपोस्ट मिले। कई लोग रोहिणी का समर्थन कर रहे हैं। कहते हैं कि दलित नेता दलित महिलाओं का शोषण कर रहे हैं। कुछ कहते हैं कि यह राजनीतिक साजिश है। भाजपा चंद्रशेखर को कमजोर करना चाहती है। रोहिणी ने कहा कि अगस्त 2025 में दिल्ली आई थीं। साक्ष्य दिए, लेकिन एफआईआर नहीं हुई। नेशनल ह्यूमन राइट्स काउंसिल में जाएंगी।

बहुजन समाज में यह विवाद बड़ा असर डाल रहा है। चंद्रशेखर की लोकप्रियता पर सवाल उठे। मायावती के समर्थक खुश हैं। रोहिणी ने कहा कि वह राजनीति नहीं, समाज सेवा करना चाहती हैं। 2025 में जन आवाज फाउंडेशन शुरू किया। लेकिन जिंदगी तबाह हो गई। वह लड़ेंगी।

कानूनी कार्रवाई की स्थिति

रोहिणी ने जून 2025 में पहली शिकायत की। राष्ट्रीय महिला आयोग, दिल्ली पुलिस को भेजी। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। सितंबर में फिर शिकायत। पुलिस ने कहा कि 24 घंटे में एफआईआर होगी, लेकिन ऊपर से ऑर्डर नहीं। रोहिणी ने पीएम को पत्र लिखा। दो दिन बाद भी कोई एक्शन नहीं। वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगी। चंद्रशेखर ने कहा कि अदालत में जवाब देंगे। पुलिस जांच कर रही है। लेकिन अभी कोई गिरफ्तारी नहीं।

रोहिणी घावरी की जिंदगी संघर्षपूर्ण रही। सफाईकर्मी पिता की बेटी। एक करोड़ की स्कॉलरशिप से स्विट्जरलैंड गईं। वहां पीएचडी और नौकरी। एनजीओ चलाती हैं। संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि। लेकिन यह विवाद ने सब बदल दिया। रोहिणी कहती हैं कि चंद्रशेखर ने भावनात्मक और शारीरिक शोषण किया। गुपचुप भाजपा नेताओं से मिलते थे। रोहिणी ने विरोध किया तो चुप कराने की कोशिश। उन्हें भाजपा एजेंट कहा।

चंद्रशेखर आजाद भीम आर्मी के संस्थापक हैं। नगीना से सांसद। दलित युवाओं में लोकप्रिय। लेकिन ये आरोप उनकी छवि खराब कर रहे हैं। समर्थक कहते हैं कि यह फर्जीवा। रोहिणी को पैसे दिए गए। लेकिन रोहिणी इनाम की चुनौती से पीछे नहीं हट रही। समाज देखेगा कि सच्चाई क्या है। बहुजन आंदोलन को इससे नुकसान हो सकता है। एकता टूट रही है।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

एक्स पर हजारों पोस्ट हो चुके हैं। एक यूजर ने कहा कि चंद्रशेखर अय्याश निकले। दलित होकर दलित लड़कियों का शोषण शर्मनाक। एक अन्य ने कहा कि मायावती ने दो शब्दों में उनकी राजनीति खत्म कर दी। स्वार्थी और बिकाऊ। कई ने रोहिणी को समर्थन दिया। कहा कि महिलाओं की आवाज दबानी नहीं चाहिए। चंद्रशेखर के समर्थक कहते हैं कि वीडियो एडिटेड है। भाजपा की साजिश। एक पोस्ट में कहा गया कि रोहिणी को कॉलेज से कॉलेज मिल चुका है। लेकिन रोहिणी कहती हैं कि सबूत हैं। लाइव में जवाब देंगी।

यह मामला राजनीतिक रंग ले रहा है। बसपा और आजाद समाज पार्टी के बीच तनाव बढ़ा। मायावती सक्रिय हो रही हैं। 2027 चुनाव पर असर पड़ सकता है। रोहिणी ने कहा कि वह बसपा से कोई बात नहीं की। लेकिन चंद्रशेखर बसपा सुप्रीमो बनना चाहते थे। विलय की बात की। रोहिणी ने कहा कि समाज का भला होगा अगर दोनों मिलें। लेकिन अब नफरत फैला रहे।

रोहिणी घावरी ने एक और पोस्ट में कहा कि चंद्रशेखर गालियां देते थे। बसपा को खूब बुरा कहते। रिकॉर्डिंग वायरल हो तो कैरियर खत्म। समाज उन्हें विलेन मानेगा। एक वीडियो में रोहिणी भावुक हुईं। कहा कि खून के आंसू रोए। चंद्रशेखर ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद की। रोहिणी ने कहा कि वह भाजपा का दलाल हैं। गुप्त मीटिंग करते।

रोहिणी का एनजीओ और मिशन

रोहिणी जनपावर वेलफेयर फाउंडेशन चलाती हैं। युवाओं की मदद। शिक्षा और समानता पर काम। लक्ष्य एक हजार महिलाओं का समूह। स्वाभिमान की रक्षा। वह संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि। स्विट्जरलैंड में आर एंड एम जेनेवा नेशंस इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर। लेकिन विवाद ने फोकस बांटा। रोहिणी कहती हैं कि राजनीति नहीं, सेवा। लेकिन न्याय के लिए लड़ेंगी।

विवाद बढ़ने से पुलिस सक्रिय हुई। लेकिन अभी जांच चालू। रोहिणी ने कहा कि यूपी पुलिस चुनाव तक बचाएगी। वह नेशनल ह्यूमन राइट्स में जाएंगी। चंद्रशेखर ने कहा कि झूठे दावे। रोहिणी का व्यवहार गलत। समाज को गुमराह न करें। समर्थक कहते हैं कि एआई से ऑडियो बनाया। सबूत जल्द देंगे।

यह मामला दलित समाज में बहस छेड़ रहा है। नेता महिलाओं का सम्मान करें। आंदोलन एकजुट हो। रोहिणी ने लाइव का समय बताया। शाम सात बजे फेसबुक पर। सवालों का जवाब। समाज जुड़े। सच्चाई सामने आए। एकता बनी रहे। बहुजन हित सर्वोपरि।

मायावती ने क्या कहा?

मायावती ने रैली में कहा कि चंद्रशेखर जैसे लोग स्वार्थी हैं। रोहिणी का शोषण किया। समाज का भला कैसे करेंगे। बिकाऊ लोग आंदोलन नष्ट करते। मायावती ने कहा कि बाबासाहेब और कांशीराम के सपनों को बचाना है। चंद्रशेखर ने अपमान किया। लेकिन समाज जागेगा। यह पहला हमला था। पहले चुप्पी साधी। अब खुलकर बोलीं। समर्थक उत्साहित।

रोहिणी ने कहा कि चंद्रशेखर ने मायावती को गालियां दीं। रिकॉर्डिंग शेयर करेंगी। समाज देखे। एक पोस्ट में कहा कि बसपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तराधिकारी एक ही। चंद्रशेखर चाहते थे। लेकिन अपमान की बातें। रोहिणी ने कहा कि बंटवारे से कुछ नहीं मिला। एकता जरूरी। लेकिन नफरत गलत।

विवाद से मीडिया में कवरेज बढ़ा। ओपइंडिया, न्यूजट्रैक, दैनिक भास्कर, अमर उजाला ने खबरें चलाईं। सभी ने आरोपों का जिक्र किया। चंद्रशेखर की प्रतिक्रिया। रोहिणी की चुनौती। समाज में बहस। क्या ऑडियो असली? जांच जरूरी। महिलाओं की सुरक्षा। नेता जिम्मेदार हों।

नोट- INA News एजेंसी वायरल ऑडियो की किसी भी तरह से पुष्टि नहीं करती है, सारे तथ्य विश्वनीय स्त्रोतों से जानकारी प्राप्त कर लिखे गये हैं।

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