दिल्ली: सीएम रेखा गुप्ता और मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरु चरण यात्रा के शुभारंभ से पहले जोड़े साहिब का दर्शन किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार शाम को श्री गुरुद्वारा मोती बाग साहिब पहुंचकर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और माता साहिब
दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार शाम को श्री गुरुद्वारा मोती बाग साहिब पहुंचकर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और माता साहिब कौर जी के पवित्र जोड़े साहिब का दर्शन किया। यह दर्शन गुरु चरण यात्रा के शुभारंभ से ठीक पहले हुआ, जो सिख समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अवसर है। उनके साथ भाजपा सांसद बंसुरी स्वराज और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ भी थे। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने परिवार के साथ अपने निवास पर अरदास के बाद जोड़े साहिब को समर्पित किया। यह पवित्र जोड़ा गुरु गोबिंद सिंह जी और माता साहिब कौर जी का जूता जोड़ा है, जिसे पुरी परिवार 300 वर्षों से संभालकर रखा आ रहा है। यात्रा बुधवार से दिल्ली के गुरुद्वारा मोती बाग साहिब से शुरू होकर 1 नवंबर को बिहार के तख्त श्री पटना साहिब पर समाप्त होगी। इस दौरान लाखों श्रद्धालु दर्शन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं और लोगों से दर्शन करने की अपील की। यह घटना सिख इतिहास और संस्कृति के संरक्षण को दर्शाती है, जहां दिल्ली सरकार ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।
घटना मंगलवार शाम करीब 6 बजे की है। गुरुद्वारा मोती बाग साहिब दिल्ली का एक प्रमुख सिख धार्मिक स्थल है, जो दक्षिण दिल्ली में स्थित है। यहां शाम को विशेष अरदास का आयोजन था। सीएम रेखा गुप्ता पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में इस यात्रा से जुड़ीं। वे शालिमार बाग से विधायक हैं और फरवरी 2025 में शपथ ग्रहण के बाद दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनीं। उनके साथ मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, जो दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री हैं, ने जोड़े साहिब के सामने माथा टेका। सिरसा ने इसे भावुक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के समय से दिल्ली में ही जोड़े साहिब रहा। अब पटना साहिब जा रहा है। लाखों भक्त दर्शन करेंगे। यह किसी भी संगत के लिए महत्वपूर्ण है। हम भाग्यशाली हैं। गुप्ता ने यात्रा को सिख समुदाय की एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार यात्रा के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। ट्रैफिक प्रबंधन से लेकर सुरक्षा तक सब कुछ सुनिश्चित होगा।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने निवास पर परिवार के साथ अरदास की। फिर जोड़े साहिब को गुरुद्वारा में सौंपा। यह जोड़ा सिख इतिहास का दुर्लभ अवशेष है। गुरु गोबिंद सिंह जी दसवें सिख गुरु थे, जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की। माता साहिब कौर उनकी पत्नी थीं। यह जूता जोड़ा 300 वर्ष पुराना है। पुरी परिवार ने इसे पीढ़ी-दर-पीढ़ी संभाला। यात्रा का नाम चरण सुहावा गुरु चरण यात्रा है। यह 23 अक्टूबर से शुरू होगी। यात्रा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और पंज प्यारे भी शामिल होंगे। यह सिख परंपराओं के अनुसार होगी। यात्रा का मार्ग दिल्ली से शुरू होकर हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार तक जाएगा। 30 अक्टूबर को प्रयागराज और वाराणसी होकर सासाराम पहुंचेगी। फिर गुरु का बाग गुरुद्वारा में रखी जाएगी। अंतिम चरण पटना साहिब तक। पटना साहिब गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्मस्थल है। यात्रा से सिख समुदाय में उत्साह है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि गुरु चरण यात्रा श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और माता साहिब कौर जी के आदर्शों से जुड़ाव बढ़ाएगी। लोगों से दर्शन की अपील की। मोदी ने कहा कि यह यात्रा आध्यात्मिक महत्व की है। वैश्विक सिख समुदाय के लिए दुर्लभ अवसर। दिल्ली में शाम 6 से 11 बजे तक दर्शन का समय रखा गया। सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे। गुरुद्वारा में लंगर का आयोजन था। सीएम गुप्ता और सिरसा ने लंगर में सेवा भी की। गुप्ता ने कहा कि यह यात्रा सिख इतिहास को जीवंत करेगी। हम दिल्ली में सिख भाइयों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। सिरसा ने भावुक होकर कहा कि यह क्षण जीवन भर याद रहेगा। गुरु के चरणों का स्पर्श मिला। यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। दिल्ली पुलिस ने विशेष टीम तैनात की। ट्रैफिक डायवर्जन प्लान तैयार है।
यह यात्रा सिख समुदाय के लिए वर्षों बाद हो रही है। गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म 1666 में पटना में हुआ। वे सिख धर्म के प्रमुख योद्धा गुरु थे। माता साहिब कौर ने खालसा की अमृत तैयार किया। जोड़े साहिब इनकी स्मृति का प्रतीक है। पुरी परिवार ने इसे संरक्षित रखा। हरदीप पुरी ने कहा कि परिवार का सौभाग्य है। अब पंथ को सौंप रहे। यात्रा में निशान साहिब और संगत शामिल होगी। वैश्विक स्तर पर लाइव स्ट्रीमिंग होगी। सिख संगठनों ने सराहना की। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कहा कि यह ऐतिहासिक है। सीएम गुप्ता की उपस्थिति सराहनीय। भाजपा ने इसे सद्भाव का उदाहरण बताया। विपक्ष ने भी बधाई दी। आम आदमी पार्टी ने कहा कि यात्रा सफल हो।
दिल्ली में सिख समुदाय बड़ा है। करीब 5 लाख सिख रहते हैं। गुरुद्वारा बंगला साहिब और रकाबगंज जैसे स्थल प्रमुख हैं। मोती बाग साहिब भी महत्वपूर्ण। यात्रा से पर्यटन बढ़ेगा। बिहार सरकार ने पटना में स्वागत की तैयारी की। सीएम नीतीश कुमार ने शुभकामनाएं दीं। यात्रा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व की। विशेषज्ञ कहते हैं कि ऐसे आयोजन एकता मजबूत करते हैं। गुप्ता सरकार ने सिख कल्याण योजनाओं पर जोर दिया। सिरसा ने कहा कि पर्यावरण मंत्री के रूप में यात्रा के लिए हरा-भरा मार्ग सुनिश्चित करेंगे। यात्रा में कोई राजनीतिक रंग नहीं, शुद्ध धार्मिक। लेकिन नेताओं की उपस्थिति सम्मान बढ़ाती है।
What's Your Reaction?