Hardoi: गैस रिसाव से स्कूल में हड़कंप — 12 छात्राएं केजीएमयू लखनऊ रेफर, सीएमओ का विभागीय पत्र उठा रहा सवाल।
लाइन्स पब्लिक स्कूल सण्डीला में गैस रिसाव की गंभीर घटना से स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। गैस की चपेट में आने से कई
रिपोर्ट- मुकेश सिंह
सण्डीला/हरदोई। लाइन्स पब्लिक स्कूल सण्डीला में गैस रिसाव की गंभीर घटना से स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। गैस की चपेट में आने से कई छात्र-छात्राएं अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन हरकत में आया, लेकिन इस घटना ने स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन की लापरवाही पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरदोई के निर्देश पर अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सण्डीला डॉ. मनोज कुमार सिंह ने तुरंत उपचार की व्यवस्था की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वयं अस्पताल पहुंचे और बच्चों की स्थिति का निरीक्षण किया। हादसे में कुल 16 छात्राएं भर्ती हुईं, जिनमें से 12 को गंभीर स्थिति के कारण केजीएमयू लखनऊ रेफर किया गया, जबकि 2 बच्चे स्वस्थ होकर घर चले गए। 9 बच्चों का उपचार अभी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सण्डीला में जारी है।
घटना के बाद सांसद अशोक कुमार रावत, विधायक अलका सिंह अर्कवंशी और सदस्य विधान परिषद अशोक कुमार अग्रवाल, पूर्व विधायक राजकुमार अग्रवाल उर्फ रजिया, समाजसेविका रीता सिंह,ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अमित गुप्ता,ने अस्पताल पहुंचकर इलाज की जानकारी ली और बच्चों को फल वितरित किए। हालांकि लोग पूछ रहे हैं कि फल वितरण से ज्यादा जरूरी सुरक्षा चूक के जिम्मेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं?
- केजीएमयू लखनऊ रेफर छात्र–छात्राएं
निहारिका पुत्री रामप्रकाश, लायबा खान पुत्री अब्दुल कवि, दीपाली पुत्री मोतीलाल कनौजिया, इलमा पुत्री शमीम, वर्णिका पुत्री अरविंद शर्मा, अनुष्का पुत्री रामबहादुर, अंजली कनौजिया पुत्री सुशील, दिव्यांशी सिंह, स्तुति पुत्री मिथलेश गुप्ता, गौरी पांडेय पुत्री रामू पांडेय, वंश तिवारी पुत्र कुलदीप तिवारी, दीक्षा यादव पुत्री सत्यराम यादव।
स्वस्थ होकर घर पहुंचे, प्राची राठौर पुत्री नरेश,शांतनु श्रीवास्तव पुत्र गिरीश कुमार उपचाराधीन (CHC सण्डीला)
संस्कृति गुप्ता पुत्री सौरभ गुप्ता, यशि पुत्री संतोष, अपूर्वा पुत्री उमेश तिवारी, आराध्या पुत्री के०के०, तान्या पुत्री रामखेलावन, अनुष्का पुत्री मनोज, वंश गुप्ता पुत्र गिरीश कुमार, तासिका पुत्री मो. नसीम, मानवी पुत्री मनोज कुमार।
मुख्य विवाद — CMO द्वारा भेजे गए पत्र में ‘छात्राओं’ की जगह ‘बच्चों’ शब्द का उपयोग
मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा स्वास्थ्य अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण लखनऊ मंडल को भेजे गए आधिकारिक पत्र में घटना से प्रभावित छात्राओं की जगह ‘बच्चों’ शब्द का उपयोग किया गया है। इसे स्कूल प्रबंधन को लाभ पहुंचाने का प्रयास बताते हुए लोग कड़ी आलोचना कर रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह घटना की गंभीरता कम दिखाने की कोशिश है?
सवालों के कटघरे में स्कूल प्रबंधन
गैस रिसाव कैसे हुआ?
स्कूल ने सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया?जवाबदेही तय करने में देरी क्यों ? क्या बच्चों की जिंदगी इतनी सस्ती है कि जांच और कार्रवाई अभी तक स्पष्ट नहीं? लोगों की माने तो यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था का बड़ा खुलासा है। यदि जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो आगे इससे भी बड़ा हादसा हो सकता है।
Also Read- Hardoi : हरदोई में सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर सरदार@150 यूनिटी मार्च निकला
What's Your Reaction?