Hardoi News: खुल रहीं मनरेगा में घोटाले की परतें, फर्जी फर्मों पर प्रधान ने कराया भुगतान।
मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यों में घोटाले रूपी राक्षस इस कदर अपने पैर पसार रखे हैं कि प्रधान से लेकर सरकारी मुलाजिम तक इसके कुप्रभाव में.....
By INA News Hardoi.
मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यों में घोटाले रूपी राक्षस इस कदर अपने पैर पसार रखे हैं कि प्रधान से लेकर सरकारी मुलाजिम तक इसके कुप्रभाव में आकर अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं। ऐसा ही मामला, सुरसा ब्लॉक के ग्राम पंचायत कमरौली में मनरेगा के अंतर्गत कराए गए कार्यों में घोटाले की परतें बाहर आती नजर आ रही हैं। जिलाधिकारी द्वारा की गई जांच में पता चला कि गांव में मनरेगा के तहत किए गए सभी कार्यों में भारी घोटाला हुआ है।
बिना कार्य कराए ही मनरेगा का भुगतान कर दिया गया, और कार्यों में जेसीबी व ट्रैक्टर जैसी मशीनों का इस्तेमाल किया गया। मौके पर पहुंची टीम द्वारा की गई जांच में सभी कार्य गुणवत्ता विहीन पाए गए। प्रधान और कर्मचारियों की मिलीभगत से आवश्यकता से अधिक भुगतान किया गया। ग्राम सभा में अंत्येष्टि स्थल के निर्माण कार्य के लिए 24 लाख 50 हजार रुपये की धनराशि विभाग द्वारा ग्राम पंचायत के खाते में हस्तांतरित की गई, लेकिन प्रधान ने उस धनराशी का गबन करके लगभग 15 लाख रुपये का मनरेगा योजना का भुगतान नियम विरुद्ध कराया है जो कि घोर भ्रष्टाचार को दर्शाता है।
मनरेगा कार्यों में जेसीबी और ट्रैक्टर जैसी मशीनों का उपयोग किया गया, जबकि मैनुअल श्रम का उपयोग अनिवार्य है। ग्राम सभा में हुए इंटरलॉकिंग कार्यों में स्थानीय नहर की बालू का उपयोग किया गया और बिना पत्थर डाले ही निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया। राम सभा में हुए पक्के कार्यों का भुगतान प्रधान द्वारा स्वयं की फर्जी फर्मों के माध्यम से किया गया, जिनकी मौके पर कोई दुकान या अस्तित्व नहीं है।
इतना ही नहीं, जानकारी यह भी मिली कि इंटरलॉकिंग में पुराने मलबे को तोड़कर भरा गया है। ग्राम पंचायत द्वारा निर्मित वाटिका को ग्राम प्रधान निजी कृषि उपयोग के लिए प्रयोग कर रहे हैं। ग्राम पंचायत में बिना कार्य कराए ही मनरेगा का भुगतान किया गया। मनरेगा कार्यों में हुयी इस धांधली के उजागर होने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की मांग तेज हो रही है।
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