नैनीताल- नशे की लत में 17 वर्षीय किशोरी से संबंध बनाने में 19 लोग HIV संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप।
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 17 वर्षीय किशोरी के कारण 19 लोग एचआईवी...
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 17 वर्षीय किशोरी के कारण 19 लोग एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियंसी वायरस) से संक्रमित हो गए। यह किशोरी स्मैक की लत से जूझ रही थी और अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए उसने कई पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाए। इनमें से कुछ पुरुष शादीशुदा थे, जिसके कारण उनकी पत्नियां भी एचआईवी से संक्रमित हो गईं। यह मामला अप्रैल 2024 से अक्टूबर 2024 के बीच सामने आया, जब रामनगर के रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय में कई लोगों ने स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की। इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है, और अब मामले की गहन जांच चल रही है।
यह मामला तब सामने आया जब रामनगर के गूलरघट्टी इलाके में कई युवकों ने शारीरिक कमजोरी, थकान, तेज बुखार और सिरदर्द जैसी समस्याओं की शिकायत के साथ अस्पताल में जांच कराई। रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय के एकीकृत परामर्श और परीक्षण केंद्र (आईसीटीसी) में काउंसलर मनीषा खुल्बे ने इन मरीजों से बातचीत की। काउंसलिंग के दौरान सभी मरीजों ने एक ही 17 वर्षीय किशोरी के साथ शारीरिक संबंध होने की बात स्वीकारी। जांच में पता चला कि यह किशोरी एचआईवी पॉजिटिव थी, और उसके संपर्क में आए 19 लोग भी इस वायरस से संक्रमित हो गए। इनमें से कुछ पुरुषों की पत्नियां भी एचआईवी पॉजिटिव पाई गईं, जिससे कुल 15 महिलाएं भी इस बीमारी की चपेट में आ गईं।
नैनीताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. हरीश पंत ने बताया कि अप्रैल 2024 से अक्टूबर 2024 तक सात महीनों में 19 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने कहा, "यह एक गंभीर मामला है, और हम इसकी जांच कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्रभावित लोगों की काउंसलिंग शुरू कर दी है और उन्हें मुफ्त दवाएं प्रदान की जा रही हैं।" डॉ. पंत ने यह भी बताया कि रामनगर में पिछले 17 महीनों में 45 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें 30 पुरुष और 15 महिलाएं शामिल हैं।
जांच में सामने आया कि यह किशोरी गूलरघट्टी इलाके के एक गरीब परिवार से है और उसे लंबे समय से स्मैक की लत थी। अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए उसे पैसे की जरूरत पड़ती थी, जिसके लिए उसने कई युवकों और पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाए। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, किशोरी को इस बात की जानकारी थी कि वह एचआईवी पॉजिटिव है, लेकिन उसने अपने संपर्क में आए लोगों को इसकी सूचना नहीं दी। यह भी सामने आया कि किशोरी के मकान मालिक को उसके व्यवहार पर शक हुआ, जिसके बाद उन्होंने उसे घर से निकाल दिया था।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि किशोरी नशे के लिए पैसे जुटाने के लिए लगातार अलग-अलग पुरुषों से संपर्क करती थी। इनमें से कई पुरुष नशे की लत से भी जूझ रहे थे, जिसके कारण वे किशोरी के संपर्क में आए। कुछ शादीशुदा पुरुषों ने भी उसके साथ संबंध बनाए, जिसके परिणामस्वरूप उनकी पत्नियां भी एचआईवी से संक्रमित हो गईं।
इस मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। प्रभावित लोगों की काउंसलिंग और इलाज शुरू कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने रामनगर में जागरूकता शिविरों और सेमिनारों का आयोजन शुरू किया है, ताकि लोगों को एचआईवी और इसके बचाव के बारे में जानकारी दी जा सके। सभी एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को मुफ्त दवाएं दी जा रही हैं, और उनकी पहचान गोपनीय रखी जा रही है।
डॉ. हरीश पंत ने बताया कि पिछले चार सालों में रामनगर में 75 एचआईवी पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन 2024 में सात महीनों में ही 19 मामले सामने आना चिंताजनक है। उन्होंने कहा, "हम किशोरी के संपर्क में आए अन्य लोगों की जांच कर रहे हैं, क्योंकि हमें आशंका है कि संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ सकती है।" स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर इस मामले की जांच शुरू की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किशोरी के साथ कितने लोग और संपर्क में आए थे।
इस घटना ने नैनीताल जिले में नशे की लत और एचआईवी के बढ़ते मामलों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सोशल मीडिया मंच X पर इस मामले को लेकर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों ने किशोरी के साथ संबंध बनाने वाले पुरुषों की आलोचना की, खासकर उन शादीशुदा पुरुषों की, जिन्होंने एक नाबालिग के साथ संबंध बनाए। एक यूजर ने लिखा, "यह पुरुषों की गलती है कि उन्होंने एक नाबालिग के साथ असुरक्षित संबंध बनाए। यह एक दंडनीय अपराध है।" एक अन्य यूजर ने कहा, "ऐसे पुरुषों ने अपनी पत्नियों को धोखा दिया और अब उनके परिवारों को भी इस बीमारी का सामना करना पड़ रहा है।"
कानूनी दृष्टिकोण से, यह मामला जटिल है। चूंकि किशोरी नाबालिग है, इसलिए उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने वाले पुरुषों पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत कार्रवाई हो सकती है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किशोरी या संबंधित पुरुषों के खिलाफ कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि यह एक संवेदनशील मामला है, और वे स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर इसकी जांच कर रहे हैं।
- एचआईवी और नशे की लत का बढ़ता खतरा
यह घटना न केवल एचआईवी के प्रसार को दर्शाती है, बल्कि नशे की लत की गंभीर समस्या को भी सामने लाती है। रामनगर में नशे की लत, खासकर स्मैक और हेरोइन, एक बड़ी चुनौती बन गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि नशे की लत के कारण लोग जोखिम भरे व्यवहार में लिप्त हो जाते हैं, जैसे असुरक्षित यौन संबंध, जिससे एचआईवी जैसी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
एचआईवी एक ऐसा वायरस है, जो रक्त, यौन संपर्क, और संक्रमित सुइयों के माध्यम से फैलता है। यह वायरस शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है, और अगर इसका इलाज न किया जाए, तो यह एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशियंसी सिंड्रोम) का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एचआईवी पॉजिटिव लोगों को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) के जरिए इलाज उपलब्ध है, जो उनकी जीवन गुणवत्ता को बेहतर कर सकता है।
यह मामला समाज में जागरूकता की कमी को भी दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को एचआईवी, इसके लक्षणों, और बचाव के तरीकों के बारे में अधिक जानकारी दी जानी चाहिए। डॉ. अनिल शर्मा, एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, ने कहा, "लोगों को यह समझना होगा कि असुरक्षित यौन संबंध और नशे की लत से बचना जरूरी है। स्कूलों और समुदायों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए।"
इसके अलावा, नशे की लत से जूझ रहे लोगों के लिए पुनर्वास केंद्रों की जरूरत पर भी जोर दिया जा रहा है। रामनगर में नशा मुक्ति केंद्रों की कमी एक बड़ी समस्या है, जिसके कारण युवा नशे की ओर बढ़ रहे हैं। नैनीताल के रामनगर में एक 17 वर्षीय किशोरी के कारण 19 लोगों के एचआईवी पॉजिटिव होने का मामला नशे की लत और सामाजिक जागरूकता की कमी का गंभीर उदाहरण है।
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