Shahjahanpur News: राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन को कौशल विकास एवं आत्मनिर्भरता दिवस के रूप में मनाया
कार्यक्रम के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें स्वरोजगार के अवसरों पर सत्र, हस्तकला, सिलाई और कंप्यूटर प्रशिक्षण, स्थानीय उद्यमियों के साथ....

Report: फैयाज उद्दीन साग़री
By INA News Shahjahanpur.
शाहजहांपुर: स्वामी शुकदेवानन्द कॉलेज द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन को कौशल विकास एवं आत्मनिर्भरता दिवस के रूप में मनाया गया। यह कार्यक्रम कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अरुण कुमार यादव की देखरेख में संपन्न हुआ। शिविर का आयोजन हनुमान मंदिर, इंदेपुर नवादा में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शाह आलम, जो एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और फिल्म निर्माता हैं, ने युवाओं को कौशल विकास और आत्मनिर्भरता के महत्व पर संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में केवल शैक्षिक योग्यता पर्याप्त नहीं है, बल्कि युवाओं को व्यावसायिक और तकनीकी कौशल भी सीखने चाहिए। आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वरोजगार के अवसरों को अपनाना बेहद आवश्यक है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार चंबल घाटी में 'अवाम का सिनेमा' और 'सुनील जना स्कूल ऑफ फोटोग्राफी' के माध्यम से उन्होंने समाज में जागरूकता और कौशल विकास को बढ़ावा दिया।
Also Read: Shahjahanpur News: सपा अधिवक्ता सभा के जिलाध्यक्ष बनाए गए मुकेश यादव
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि शिशिर शुक्ला, अध्यक्ष, भौतिक विज्ञान विभाग, स्वामी शुकदेवानन्द कॉलेज, शाहजहांपुर ने युवाओं को स्वरोजगार के अवसरों पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि आज के युग में स्वरोजगार और उद्यमिता ही आत्मनिर्भरता की कुंजी हैं। यदि युवा अपने कौशल को सही दिशा में विकसित करें, तो वे खुद के साथ-साथ समाज के अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकते हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों को प्रेरित किया कि वे कौशल विकास के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त करें और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाएँ।
कार्यक्रम के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें स्वरोजगार के अवसरों पर सत्र, हस्तकला, सिलाई और कंप्यूटर प्रशिक्षण, स्थानीय उद्यमियों के साथ संवाद तथा नवाचार और युवा पर परिचर्चा शामिल थी। विशेषज्ञों ने स्वरोजगार के विभिन्न क्षेत्रों जैसे डिजिटल मार्केटिंग, कृषि आधारित उद्योग, लघु उद्योग और फ्रीलांसिंग आदि पर जानकारी दी।
स्वयंसेवकों को व्यावसायिक कौशल विकसित करने के लिए सिलाई, हस्तकला और कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया गया। सफल स्थानीय उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किए और स्वरोजगार के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की। नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति पर विचार-विमर्श किया गया और युवाओं को इनोवेशन की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अरुण कुमार यादव ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और स्वयंसेवकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना न केवल समाज सेवा का एक माध्यम है, बल्कि यह युवाओं को व्यावसायिक और सामाजिक कौशल विकसित करने का अवसर भी प्रदान करता है। आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना तभी साकार होगी जब युवा अपने कौशल को पहचानेंगे और उन्हें समाज के उत्थान में लगाएंगे।
इस अवसर पर कॉलेज के डॉ. शालीन कुमार सिंह, डॉ. दीपक सिंह, डॉ. प्रमोद यादव, पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक आयुष मिश्र, देवेंद्र, अभिषेक मिश्र सहित सौरभ सिंह, शिवा गुप्ता, दीक्षांश भोजवाल, साक्षी सिंह, आलोक, शालू, जय मौर्य, नवासी, सुरजीत सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। राष्ट्रीय सेवा योजना के इस प्रयास से युवाओं को आत्मनिर्भरता और कौशल विकास के महत्व को समझने का अवसर मिला। शिविर के आगामी दिनों में भी समाज के हित से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
What's Your Reaction?






