शेयर बाजारों में लाल निशान का दौर- सेंसेक्स 85,500 पार कर गिरावट के मूड में, निफ्टी 26,100 पर दबाव में।

भारतीय शेयर बाजारों में 2 दिसंबर 2025 को कारोबार लाल निशान में जारी रहा, जहां बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 85,500 अंक

Dec 2, 2025 - 14:29
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शेयर बाजारों में लाल निशान का दौर- सेंसेक्स 85,500 पार कर गिरावट के मूड में, निफ्टी 26,100 पर दबाव में।
शेयर बाजारों में लाल निशान का दौर- सेंसेक्स 85,500 पार कर गिरावट के मूड में, निफ्टी 26,100 पर दबाव में।

भारतीय शेयर बाजारों में 2 दिसंबर 2025 को कारोबार लाल निशान में जारी रहा, जहां बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 85,500 अंक के पार पहुंचने के बाद बिकवाली के दबाव में 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,448.43 अंक पर आ गया। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 सूचकांक 26,100 अंक के स्तर को छूने के बाद 0.22 प्रतिशत की कमजोरी दिखाते हुए 26,117.10 अंक पर बंद हुआ। यह गिरावट वैश्विक संकेतों, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति की अनिश्चितता, रुपये की कमजोरी और घरेलू स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण हुई, जो पिछले हफ्ते के रिकॉर्ड उच्च स्तरों से प्रॉफिट बुकिंग को दर्शाती है। सेंसेक्स ने सुबह 9:17 बजे तक 193.47 अंकों की गिरावट दर्ज की, जबकि ओपनिंग 85,325.51 अंक पर हुई थी, जो पिछले बंद भाव 85,641.90 से नीचे था। निफ्टी ने 58.65 अंकों की कमी के साथ 26,117.10 पर कारोबार किया, ओपनिंग 26,087.95 अंक पर होने के बाद। ब्रॉडर मार्केट में मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स फ्लैट रहे, जबकि बैंक निफ्टी में 1.5 प्रतिशत की बढ़त देखी गई।

पिछले कारोबारी दिन 1 दिसंबर 2025 को बाजार रिकॉर्ड ऊंचाइयों को छूने के बाद फ्लैट बंद हुए थे, जहां सेंसेक्स 85,641.90 अंक पर 0.08 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ समाप्त हुआ, और निफ्टी 26,175.75 अंक पर 0.1 प्रतिशत नीचे रहा। उस दिन सेंसेक्स ने 86,159 अंकों का उच्च स्तर छुआ था, जबकि निफ्टी 26,325.80 तक पहुंचा। इस सप्ताह के तीसरे सत्र में बाजार ने 0.6 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त दर्ज की थी, लेकिन वैश्विक बाजारों की कमजोरी और Q2 जीडीपी आंकड़ों का इंतजार ने निवेशकों को सतर्क कर दिया। 2 दिसंबर को एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान दिखे, जहां निक्केई 0.2 प्रतिशत नीचे रहा, जबकि हैंगसेंग में 0.3 प्रतिशत की हल्की बढ़त नजर आई। अमेरिकी बाजारों में थैंक्सगिविंग के बाद सेशन में डाउ जोंस 0.15 प्रतिशत ऊपर बंद हुआ, लेकिन नैस्डैक में 0.1 प्रतिशत की गिरावट रही। रुपये की कीमत 89.79 डॉलर प्रति यूनिट के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई, जो आयातित कमोडिटी महंगाई को बढ़ावा दे रही है।

सेक्टर स्तर पर 2 दिसंबर को रियल्टी और फार्मा सेक्टरों में भारी बिकवाली देखी गई, जहां रियल्टी इंडेक्स 1.2 प्रतिशत नीचे रहा, और फार्मा में 0.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। इसके विपरीत, ऑटो सेक्टर में चमक बरकरार रही, जहां टीवीएस मोटर 4 प्रतिशत ऊपर बंद हुई, नवंबर बिक्री में 30 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के बाद। पीएसयू बैंकिंग सेक्टर में भी मजबूती दिखी, जहां एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक रिकॉर्ड उच्च स्तरों के करीब पहुंचे, कुल 1.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ। मेटल सेक्टर में हिंदाल्को इंडस्ट्रीज ने 100 प्रतिशत इक्विटी स्टेक अधिग्रहण की घोषणा के बाद फ्लैट कारोबार किया, जबकि टेक महिंद्रा में यूरोपियन सब्सिडियरी मर्जर की खबर पर न्यूट्रल प्रभाव पड़ा। कोरमंडल इंटरनेशनल की सब्सिडियरी ने 250 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को मंजूरी दी, जो न्यूट्रल मानी गई। ईस्ट इंडिया ड्रम्स को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन से 11.76 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला, जो सकारात्मक रहा।

बाजार विश्लेषकों के अनुसार, वर्तमान गिरावट मुनाफा वसूली का परिणाम है, जो पिछले हफ्ते के रिकॉर्ड ब्रेकिंग रैली के बाद सामान्य है। निफ्टी ने 26,310.45 का रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था, जबकि सेंसेक्स 86,055.86 तक पहुंचा था। वीकली गेन 0.6 प्रतिशत रहा, लेकिन ब्रॉडर इंडेक्स ने फ्रंटलाइन बेंचमार्क्स को पीछे छोड़ दिया। बैंक निफ्टी 60,000 अंक के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, जहां 20 ईएमए सपोर्ट ऊपर 26,500 का लक्ष्य दिखा रहा है। वोलेटिलिटी इंडेक्स (वीआईएक्स) में कमी ने बुल्स को सहजता दी है, लेकिन शॉर्ट-टर्म सेंटिमेंट फ्रेजाइल बना हुआ है। मार्केट एक्सटेंड वीकली गेंस कर रहा है, लेकिन प्रॉफिट बुकिंग ने रैली को कैप कर दिया। 2025 में आईपीओ फंडरेजिंग ने 1.6 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड तोड़ा है, और आगे और आने की उम्मीद है। मीजू आईपीओ 3 दिसंबर से खुलेगा, जो प्राइमरी मार्केट को गति देगा।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में कमी ने बाजार को राहत दी, लेकिन अमेरिकी बांड यील्ड्स में उतार-चढ़ाव ने विदेशी निवेशकों को सतर्क रखा। फेड की रेट कट उम्मीदों ने बाजार को सपोर्ट किया, लेकिन ग्लोबल अनिश्चितता ने विदेशी बिकवाली को बढ़ावा दिया। भारतीय बाजार एशियाई साथियों से पीछे रहे, जहां कमजोर कमाई और उच्च वैल्यूएशन ने दबाव बनाया। पिछले महीने सेंसेक्स 1.98 प्रतिशत ऊपर रहा, और सालाना 6.72 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। रुपये की गिरावट ने आयातित इंपोर्ट्स को महंगा किया, लेकिन निर्यातकों को फायदा पहुंचाया। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डेटा का इंतजार है, जो बाजार को प्रभावित कर सकता है। म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स को ग्रोथ में ठहराव का सामना करना पड़ रहा है, जहां 2018 की एक्सपेंस रेशियो कटौती और फिनटेक प्रतिस्पर्धा ने मार्जिन्स को निचोड़ लिया। हालिया 15 बेसिस पॉइंट्स की प्रस्तावित कटौती ने चुनौतियां बढ़ाईं।

ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म्स पर रिटेल एक्टिविटी में उछाल आया है, जहां कम टिकट साइज, आसान केवाईसी और ट्रांसपेरेंट आरएफक्यू ट्रेड्स ने फर्स्ट-टाइम इन्वेस्टर्स को आकर्षित किया। सिस्टम में पारदर्शिता है, लेकिन खरीदारों को जोखिमों पर नजर रखनी चाहिए। 2025 में बाजार ने 10 प्रतिशत की रैली के साथ समाप्ति की उम्मीद है, और 2026 फंडामेंटली मजबूत माना जा रहा है। निफ्टी 26,000 से नीचे प्रॉफिट बुकिंग में फिसला, लेकिन सपोर्ट लेवल्स मजबूत हैं। गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स 26,436 पर ट्रेडिंग कर रहे थे, जो ओपनिंग में रिकॉर्ड हाई की ओर इशारा कर रहा था। बाजार ने फेड रेट कट उम्मीदों पर रैली की, लेकिन मेटल और पीएसयू बैंक स्टॉक्स ने चमक दिखाई।

2 दिसंबर के सेशन में सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में टाटा स्टील 1.2 प्रतिशत ऊपर रही, जबकि लूसी और आईटीसी में 0.5 प्रतिशत की बढ़त नजर आई। लूजर्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.8 प्रतिशत नीचे रही, एचडीएफसी बैंक में 0.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। निफ्टी के टॉप गेनर्स में एचसीएल टेक 1.5 प्रतिशत ऊपर रही, जबकि इंफोसिस 1 प्रतिशत बढ़ी। लूजर्स में एशियन पेंट्स 1.1 प्रतिशत नीचे रही, डॉ. रेड्डीज 0.9 प्रतिशत घटी। मिडकैप में 0.1 प्रतिशत की फ्लैट क्लोजिंग रही, जबकि स्मॉलकैप 0.25 प्रतिशत ऊपर समाप्त हुए। वॉल्यूम में कमी देखी गई, जो सतर्कता दर्शाती है।

विश्लेषकों का मानना है कि बाजार 26,500 के लक्ष्य की ओर बढ़ सकता है, लेकिन 20 ईएमए सपोर्ट पर नजर रखनी होगी। बैंक निफ्टी 60,300 की ओर अग्रसर है। 2025 की आईपीओ रैली ने बाजार को गति दी, और आगे फंडरेजिंग जारी रहेगी। मीजू आईपीओ 3 दिसंबर से खुलेगा, जो निवेशकों को आकर्षित करेगा। ऑनलाइन बॉन्ड्स में रिटेल ग्रोथ ने पारदर्शिता को बढ़ावा दिया। म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स को चुनौतियां हैं, लेकिन इंडस्ट्री बूमिंग है। रुपये की कमजोरी ने विदेशी फ्लो को प्रभावित किया।

पिछले सेशन में बाजार ने रिकॉर्ड हाई छुए, लेकिन प्रॉफिट बुकिंग ने फ्लैट क्लोजिंग दी। सेंसेक्स 86,159 का हाई हिट किया, निफ्टी 26,325.80 तक पहुंचा। वीकली गेन 0.6 प्रतिशत रहा। ब्रॉडर मार्केट ने आउटपरफॉर्म किया। पीएसयू बैंक रैली में एसबीआई लीडर रही। टीवीएस मोटर की बिक्री ग्रोथ ने शेयर को बूस्ट दिया। हिंदाल्को का अधिग्रहण न्यूट्रल रहा। कोरमंडल का राइट्स इश्यू सकारात्मक। ईस्ट इंडिया का ऑर्डर 11.76 करोड़ का।

बाजार का रुझान सतर्क है, लेकिन टेक्निकल स्ट्रेंथ मजबूत। निफ्टी 26,500 का टारगेट, बैंक निफ्टी 60,000। वीआईएक्स कम होने से बुल्स को सपोर्ट। 2025 में 10 प्रतिशत रैली की उम्मीद। 2026 मजबूत। प्रॉफिट बुकिंग नॉर्मल। ग्लोबल क्यूज मिश्रित। एशियन मार्केट्स में निक्केई डाउन। अमेरिकी बाजार फ्लैट। कच्चा तेल लोअर। बांड यील्ड्स वोलाटाइल। जीडीपी डेटा का वेट।

2 दिसंबर का सेशन वोलेटाइल रहा, लेकिन क्लोजिंग लाल। सेंसेक्स 85,448.43, निफ्टी 26,117.10। ओपनिंग लोअर। सेक्टर रोटेशन जारी। रियल्टी ड्रैग, ऑटो शाइन। फार्मा प्रेशर। मेटल फ्लैट। आईटी गेन। ब्रॉडर आउटपरफॉर्म। मिडकैप फ्लैट, स्मॉलकैप अप। वॉल्यूम लो। इन्वेस्टर्स सतर्क। आगे आईपीओ बूस्ट। मीजू ओपनिंग। बॉन्ड प्लेटफॉर्म्स ग्रोथ। म्यूचुअल फंड चैलेंजेस।

यह गिरावट टेम्पररी लग रही है, लेकिन सपोर्ट लेवल्स पर नजर। निफ्टी 26,000 सपोर्ट, सेंसेक्स 85,000। रिकवरी पॉसिबल। ग्लोबल क्यूज इम्पोर्टेंट। फेड पॉलिसी वेट। रुपये 89.79 लो। निर्यात बेनिफिशियल। आयात महंगा। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई क्यू। स्मे आईपीओ एक्टिव। 2025 फंडरेजिंग रिकॉर्ड।

बाजार का फोकस जीडीपी पर। Q2 प्रिंट काउंटडाउन। एक्सपोर्टर्स गेन। इंपोर्टर्स लॉस। सेक्टरल शिफ्ट। बैंकिंग स्ट्रॉन्ग। ऑटो बूम। रियल्टी कूलिंग। फार्मा प्रेशर। आईटी रिकवरी। मेटल स्टेबल। टेक न्यूट्रल। एग्री फंड रेज। रिजाइनेशंस न्यूट्रल। ऑर्डर्स पॉजिटिव।

2 दिसंबर की क्लोजिंग ने वीकली गेंस को प्रिजर्व किया। आगे रैली एक्सटेंड। वीआईएक्स कम्फर्ट। बुल्स एक्टिव। प्रॉफिट बुकिंग नॉर्मल। रिकॉर्ड हाईज पास्ट। सेंसेक्स 86,000 क्रॉस। निफ्टी 26,300 टच। लेकिन कैप्ड। टेक्निकल स्ट्रॉन्ग। मॉडरेटर फंडामेंटल्स।

शेयर बाजारों का सफर जारी। 2 दिसंबर लाल, लेकिन रिस्क-रिवार्ड पॉजिटिव। इन्वेस्टर्स पेशेंट। सेक्टर रोटेशन। डाइवर्सिफाई। लॉन्ग टर्म होल्ड। शॉर्ट टर्म वोलाटाइल। ग्लोबल इंपैक्ट। लोकल ड्राइवर्स। जीडीपी, पीएमआई क्यू। आईपीओ बूस्ट। बॉन्ड ग्रोथ। म्यूचुअल फंड एक्सपैंशन।

नोट: ये सभी भाव 02 दिसंबर 2025 को उपलब्ध ताजा बाजार अपडेट के अनुसार दिए गए हैं। वास्तविक ट्रेडिंग में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

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