नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बनेंगी सुशीला कार्की, बीएचयू की पूर्व छात्रा को मिला जन समर्थन

सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में चुनने का निर्णय एक वर्चुअल बैठक में लिया गया, जिसमें लगभग साढ़े सात हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में सुशीला कार्की

Sep 11, 2025 - 00:59
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नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बनेंगी सुशीला कार्की, बीएचयू की पूर्व छात्रा को मिला जन समर्थन
नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बनेंगी सुशीला कार्की, बीएचयू की पूर्व छात्रा को मिला जन समर्थन

नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को देश की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है। उन्होंने इस जिम्मेदारी को स्वीकार करने की सहमति दे दी है। सुशीला कार्की ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), वाराणसी से 1975 में राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने 1978 में त्रिभुवन विश्वविद्यालय, नेपाल से कानून में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सुशीला कार्की का जन्म 7 जून 1952 को विराटनगर, नेपाल में हुआ था। वे नेपाल की पहली और एकमात्र महिला मुख्य न्यायाधीश रही हैं, जिन्होंने 11 जुलाई 2016 से 7 जून 2017 तक यह पद संभाला। उनकी इस नियुक्ति को नेपाल के जन-आंदोलन, खासकर युवा वर्ग (Gen Z) के समर्थन ने संभव बनाया।

सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में चुनने का निर्णय एक वर्चुअल बैठक में लिया गया, जिसमें लगभग साढ़े सात हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में सुशीला कार्की को 3,543 वोट मिले, जो उनके प्रति भारी जन समर्थन को दर्शाता है। यह प्रस्ताव Gen Z नेताओं द्वारा आयोजित किया गया था, जिन्होंने भ्रष्टाचार और सामाजिक मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ हाल के आंदोलनों के बाद देश में बदलाव की मांग की थी। सुशीला कार्की को उनकी निष्पक्षता और भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर रुख के लिए चुना गया, क्योंकि वे किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं हैं।

सुशीला कार्की ने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले दिए, जिनमें भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई और महिलाओं को अपने बच्चों को नागरिकता देने का अधिकार शामिल है, जो पहले केवल पुरुषों तक सीमित था। उनके इन फैसलों ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाया, लेकिन 2017 में उनके खिलाफ माओवादी केंद्र और नेपाली कांग्रेस द्वारा संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था। यह प्रस्ताव उनके द्वारा पुलिस प्रमुख की नियुक्ति में हस्तक्षेप और कथित पक्षपात के आरोपों पर आधारित था। हालांकि, जनता के दबाव और सर्वोच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश के बाद यह प्रस्ताव वापस ले लिया गया।

सुशीला कार्की की बीएचयू से पढ़ाई ने उनके जीवन को गहरे रूप से प्रभावित किया। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया कि बीएचयू में पढ़ाई के दौरान उन्होंने न केवल शिक्षा हासिल की, बल्कि नृत्य भी सीखा और वहां के सांस्कृतिक माहौल से बहुत प्रभावित हुईं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें बीएचयू में पढ़ाने और पीएचडी करने का अवसर मिला था, लेकिन उनकी नियति ने उन्हें न्यायिक क्षेत्र में ले जाया।

सुशीला कार्की की अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति नेपाल में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। Gen Z के नेतृत्व में शुरू हुए आंदोलन ने भ्रष्टाचार और सामाजिक मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ आवाज उठाई, जिसके परिणामस्वरूप पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। अब सुशीला कार्की से उम्मीद की जा रही है कि वे देश को इस संकट से बाहर निकालेंगी और नई चुनाव प्रक्रिया व संवैधानिक सुधारों की दिशा में काम करेंगी।

इस नियुक्ति पर सुशीला कार्की ने कहा कि वे युवाओं के विश्वास से अभिभूत हैं और राष्ट्रीय हित में काम करने के लिए तैयार हैं। उनकी यह नियुक्ति न केवल नेपाल के लिए, बल्कि भारत-नेपाल संबंधों के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि उनकी बीएचयू से पढ़ाई ने भारत के साथ उनके गहरे रिश्ते को दर्शाया है।

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