कौन होगा उत्तर प्रदेश बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष? आज किया जाएगा नामांकन, 14 को ऐलान, कहीं बीजेपी में ये नाम तो नहीं है आगे?
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है, जहां दिल्ली से लखनऊ तक लंबे मंथन
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है, जहां दिल्ली से लखनऊ तक लंबे मंथन के बाद चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो चुकी है। पार्टी ने तय किया है कि 13 दिसंबर को लखनऊ स्थित राज्य मुख्यालय में नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे, जबकि 14 दिसंबर को नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की औपचारिक घोषणा की जाएगी। यह प्रक्रिया पार्टी की संगठनात्मक चुनाव व्यवस्था के तहत हो रही है, जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को चुनाव अधिकारी और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। नामांकन की समयसीमा दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक रखी गई है, और जांच प्रक्रिया उसी दिन दोपहर 3 बजे से 4 बजे तक पूरी की जाएगी। यदि एक से अधिक नामांकन होते हैं तो मतदान की व्यवस्था है, लेकिन पार्टी की परंपरा के अनुसार आमतौर पर सर्वसम्मति से चयन होता है।
वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कार्यकाल अगस्त 2022 से चल रहा है, जो पूर्व अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के बाद पद संभाला था। नए अध्यक्ष के चयन को लेकर महीनों से अटकलें लगाई जा रही थीं, और अब यह प्रक्रिया 2027 विधानसभा चुनावों की तैयारी के मद्देनजर महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नामांकन के लिए लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, जहां केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े की उपस्थिति में प्रक्रिया संपन्न होगी। यदि केवल एक नामांकन होता है तो 14 दिसंबर को पीयूष गोयल द्वारा नाम की घोषणा की जाएगी। पार्टी ने मतदाता सूची भी जारी कर दी है, जिसमें सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य और जिला तथा क्षेत्रीय अध्यक्ष शामिल हैं। कुल 403 विधानसभा क्षेत्रों से प्रांतीय परिषद सदस्यों का चयन पहले ही हो चुका है। चयन प्रक्रिया में कई नामों की चर्चा चल रही है, जिनमें केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी सबसे आगे बताए जा रहे हैं। पंकज चौधरी महराजगंज से सात बार सांसद रह चुके हैं और ओबीसी समुदाय से आते हैं। उनके अलावा राज्या सभा सांसद बीएल वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, राम शंकर कठेरिया, धर्मपाल सिंह, स्वतंत्र देव सिंह और अन्य नेताओं के नाम भी रेस में हैं। कई नाम ओबीसी वर्ग से हैं, जो पार्टी की रणनीति का हिस्सा माने जा रहे हैं। नामांकन के दिन यदि एक ही प्रस्ताव आता है तो अनौपचारिक रूप से नाम का खुलासा हो सकता है, अन्यथा 14 दिसंबर को औपचारिक ऐलान होगा। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि मतदान की जरूरत पड़ी तो पांच सांसद, आठ विधान परिषद सदस्य, 28 विधायक और 425 जिला तथा क्षेत्रीय अध्यक्ष मतदान करेंगे।
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाला राज्य होने के कारण बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का पद राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। नए अध्यक्ष को 2025 पंचायत चुनाव, 2026 निकाय चुनाव और 2027 विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी संभालनी होगी। संगठनात्मक चुनावों के तहत जिला स्तर पर अध्यक्षों का चयन पहले ही हो चुका है, और अब राज्य स्तर की यह प्रक्रिया अंतिम है। पार्टी मुख्यालय में नामांकन के लिए सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चुनाव अधिकारी महेंद्र नाथ पांडेय ने कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें सभी वरिष्ठ नेताओं को सूचित किया गया है। नामांकन प्रक्रिया को लेकर लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है, और 14 दिसंबर को नए अध्यक्ष के स्वागत की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। यदि सर्वसम्मति होती है तो प्रक्रिया शांतिपूर्ण रहेगी, जैसा कि पार्टी में आमतौर पर होता है। कई नेताओं ने इस प्रक्रिया को पार्टी की लोकतांत्रिक परंपरा का हिस्सा बताया है। चयन में क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखा जा रहा है। पंकज चौधरी का नाम सबसे मजबूत माना जा रहा है, लेकिन अंतिम फैसला नामांकन के बाद ही स्पष्ट होगा।
प्रक्रिया की घोषणा के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बैठकें कीं, जिसमें राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष ने हिस्सा लिया। वर्तमान अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महासचिव संगठन धर्मपाल सिंह और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। नामांकन के लिए केंद्रीय नेतृत्व के पर्यवेक्षक लखनऊ पहुंच रहे हैं। यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो मतदान उसी दिन या अगले दिन हो सकता है। पार्टी ने मतदाता सूची प्रकाशित कर दी है, जो प्रक्रिया की पारदर्शिता दर्शाती है। उत्तर प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष का चयन राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव की दिशा में भी एक कदम है, क्योंकि आधे से अधिक राज्यों में अध्यक्ष चयन के बाद ही राष्ट्रीय स्तर की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल विस्तार पर चल रहा है। यूपी में नए अध्यक्ष को संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों की तैयारी की जिम्मेदारी मिलेगी। नामांकन के दिन यदि सरप्राइज होता है तो चर्चाएं और बढ़ जाएंगी। प्रक्रिया में शामिल सभी नाम अनुभवी नेताओं के हैं, जो पार्टी के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं। नामांकन के बाद जांच और यदि जरूरी हुआ तो मतदान की व्यवस्था है। 14 दिसंबर को लखनऊ में बड़े आयोजन की संभावना है, जहां नए अध्यक्ष की घोषणा होगी। पार्टी ने सभी जिला और क्षेत्रीय इकाइयों को सूचित कर दिया है।
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