गाजीपुर न्यूज़: डीएम-एसपी ने कहा जिला के सभी जगहों पर मोहर्रम पर्व सकुशल सम्पन्न।
रिपोर्ट- महताब आलम
- मोहर्रम के पर्व पर डीएम-एसपी की मौजूदगी में रजदेपुरचौकी के पास रजदेपुर सुजावलपुर ताजिया की हुई मिलनी, साथ अन्य मोहल्ले के ताजिया भी मिलनी में रही शामिल
- मुस्लिम धर्म में रमजान के बाद दूसरा सबसे पवित्र माह मुहर्रम का होता है।
- हजरत इमाम हुसैन की शहादत मुहर्रम के 10वें दिन यानि आशूरा को हुई थी।
गाजीपुर। मुस्लिम धर्म में रमजान के बाद दूसरा सबसे पवित्र माह मोहर्रम का होता है। मोहर्रम माह से ही इस्लामिक कैलेंडर का आगाज होता है। यह इस्लामिक कैलेंडर वर्ष का पहला महीना है। मुहर्रम का 10वां दिन या 10वीं तारीख यौम-ए-आशूरा के नाम से जानी जाती है।
यह दिन मातम का होता है। इस दिन मुस्लिम समुदाय मातम मनाता है। इसी के तहत गाजीपुर के रजदेपुर चौकी के पास रजदेपुर और सुजावलपुर की ताजिया का मिलनी काफी शुमार है। रजदेपुर व सुजावलपुर की ताजिया के साथ अन्य आस पास के मोहल्ले की ताजिया भी इस मिलनी में शामिल होता है। ताजिया मिलनी को लेकर गाजीपुर डीएम आर्यका अखौरी, एसपी इरज राजा खुद भारी फोर्स के साथ मौजूद रहे। इस दौरान डीएम- एसपी ने बताया कि जिला के लगभग सभी स्थानों पर मोहर्रम का पर्व सकुशल सम्पन्न हो गया है। अभी शहर के रजदेपुर में रजदेपुर और सुजावलपुर के ताजिया की मिलनी हुई है। साथ अन्य मोहल्ले से भी ताजिया मिलनी में शामिल हुए है।
बता दें कि गाजीपुर के सदर कोतवाली इलाके में आज मुहर्रम के दसवीं को इमाम बाड़े की कर्बला में ताजिया और दुलदुल के घोड़े के प्रतीक को दफनाया गया। इस दौरान जगह जगह नहवा और मातम करते हुए इमामबाड़े तक पहुंचे। वहीं ताजियादारों ने बताया कि मुहर्रम के मातम और नहवा को कयामत तक मनाते रहेगें।
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जानकारी के मुताबिक इस्तकेबाल अजा की चांद का दिदार होने के बाद गमो का माह मुहर्रम का आगाज हो जाता है जो लगातार 10 दिनो तक चलता है। इस दौरान मुस्लिम समाज पुरी तरह से गम मे डुबा नजर आता है। इन 10 दिनो के दौरान जिले के अलग अलग अंजुमन कमेटियो के द्वारा ताजिया निकाला जाता है और नौहा पढकर लोग मातम भी करते है। आज मुहर्रम की 10 तारीख जब यजीदो ने रेगिस्तानी के जलती रेत मे ईमामे हुसैन के साथ ही उनके 72 साथियो की बडे ही निमर्मता से कत्ल कर दिया था। आज उन्ही के याद मे जिले के विभिन्न क्षेत्रो मे ताजीया निकलने का क्रम जारी रहता है।
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