Kasganj: सांप्रदायिक रंग ले रहा मोहिनी तोमर हत्याकांड, हिंदू संगठनों ने किया बाजार बंद
- मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज उठाई आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग।
- भाजपा एमएलसी रजनीकांत माहेश्वरी के आह्वाहन पर दोपहर बाद खुला बाजार।
INA News Kasganj.
कासगंज का वकील मोहिनी तोमर(Mohini Tomar) हत्याकांड धीरे धीरे सांप्रदायिकता की ओर बढ़ रहा है , चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हिंदू संगठनों ने शनिवार देर रात्रि शहर के गंगादेवी धर्मशाला में बैठक कर बाजार बंदी का एलान कर दिया था। बैठक में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल समेत आरएसएस के नेता भी सम्मिलित हुए थे जिसके बाद रविवार को सुबह से ही व्यापारियों ने दुकानों को बंद रखा और तकरीबन 11 बजे बारहद्वारी पर हिंदू संगठन और महिलाओं समेत व्यापारी सम्मलीत हुए, जहां एकजुट होकर मोहिनी तोमर(Mohini Tomar) के हत्यारों को फांसी की सजा देने , मृतका के परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा तथा बेटे को सरकारी नौकरी देने की मांग उठाई तथा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम संजीव कुमार को सौंपा, इस दौरान प्रदर्शन मैं शामिल भाजपा एमएलसी रजनीकांत माहेश्वरी के आश्वासन पर दोपहर बाद व्यापारियों ने दुकानों को खोल दिया।
आपको बता दें कि बीती तीन सितंबर को गायब हुई महिला वकील मोहिनी तोमर(Mohini Tomar) का शव अगले दिन नहर से बरामद हुआ था , जिसके बाद महिला वकील के पति ब्रजतेंद्र तोमर ने कासगंज न्यायालय में ही वकालत कर रहे सोरों निवासी अधिवक्ता मुस्तफा कामिल , उनके बेटे असद मुस्तफा, सलमान मुस्तफा , हैदर मुस्तफा केशव मिश्रा तथा कासगंज निवासी अधिवक्ता मुनाजिर के खिलाफ पत्नी का अपहरण कर हत्या करने की रिपोर्ट लिखवाई। चौतरफा वकीलों के दवाब में घिरी पुलिस ने शनिवार को सोरों में दविश देकर आरोपी मुस्तफा कामिल और उनके तीनो बेटों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था तथा शेष आरोपियों की तालाश मैं पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
गिरफ्तारी मैं समुदाय विशेष के अधिवक्ताओं पर आरोप लगने और उन्हें जेल भेजने के बाद शनिवार देर शाम आरएसएस के नेता कासगंज पहुंचे और हिंदू संगठनों तथा व्यापारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाई तथा रविवार को बाजार बंद करने का निर्णय लिया जिसके बाद रविवार को व्यापारियों ने अपनी दुकानों के शटर नहीं खोले। व्यापारियों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बारहद्वारी से पैदल मार्च शुरू किया जिसमें जमकर नारेबाजी की। पैदल मार्च शहर के गांधी मूर्ति पर आकर समाप्त हुआ , जहां पर भाजपा एमएलसी रजनीकांत माहेश्वरी भी अपना समर्थन देने पहुंचे और एसडीएम संजीव कुमार को व्यापारियों का ज्ञापन सौंपा तथा उसके बाद अपील की कि सभी व्यापारी अपने दुकान और प्रतिष्ठान खोल लें जिसके बाद व्यापारियों ने दुकानें खोल लीं।
मृतका की बहन बोली! आरोपियों ने क्यों मारा, पुलिस बताए?
कासगंज: हिंदू संगठनों और व्यापारियों द्वारा निकाले गए पैदल मार्च मैं मृतक अधिवक्ता मोहिनी तोमर(Mohini Tomar) की बहन रजनी तोमर भी शामिल हुई , वे अपनी बहन की फोटो लेकर आगे चल रही थी। मीडियाकर्मियों के सवाल पूछने पर उन्होंने प्रशासन से सवाल पूछ,उनका कहना कहना है कि पुलिस उन्हें ये बताए कि उनकी बहन को हत्यारों ने क्यों मारा ? कहां मारा? कैसे मारा? ये प्रशासन हमें बताएं तथा उनके बेटे के भविष्य को सुरक्षित करने हेतु उसे सरकारी नौकरी दें और परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद प्रदान करें।
बंद के आह्वाहन पर अलर्ट रहा प्रशासन , सोरों गेट पर डटे रहे एडीएम और एएसपी...
कासगंज: हिंदू संगठनों और व्यापारियों के बंद वाले आह्वाहन के बाद जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए, शहर में जगह जगह पुलिस तैनात की गई तथा खुद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक लोकेश भाटी ने दो अन्य इंस्पेक्टरों के साथ पैदल मार्च की कमान संभाली। किसी भी हलचल की जानकारी लेने तथा पैदल मार्च खत्म होने तक एडीएम राकेश पटेल तथा एएसपी राजेश भारतीय सोरों गेट पर डेरा डाले रहे , जब पैदल मार्च खत्म हो गया तब प्रशासन ने राहत की सांस ली।
What's Your Reaction?