Hardoi News: स्मृति शेष वेद प्रकाश शुक्ला की द्वितीय पुण्यतिथि पर हुआ काव्यांजलि का आयोजन।
युवा गीतकार दिव्यांशु शुक्ल को वेद प्रकाश शुक्ल स्मृति सम्मान से किया गया सम्मानित...
हरदोई। मां आशा फाउंडेशन के तत्वावधान में मंगलवार के शाम शहर के वैभव लॉन में काव्यांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें कवियों ने स्मृतिशेष वेद प्रकाश शुक्ला जी को शब्द पुष्प भेंट कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का शुभारंभ ने मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्र मधुर व विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर सौरभ दयाल ने दीप प्रज्ज्वलन व मां शारदा एवं मां आशा फाउंडेशन के संरक्षक स्वर्गीय वेद प्रकाश शुक्ला के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
काव्यांजलि की शुरुआत कवयित्री गीता गुप्ता 'मन' की वाणी वंदना से हुई। युवा कवि अनमोल शुक्ला ने 'पिता गर साथ हो तो जमाना भाव देता है' कविता पढ़ वाहवाही लूटी।कवयित्री आकांक्षा गुप्ता ने 'शांति है तो शांति भी करो न कभी भंग किंतु,युद्ध है तो युद्ध भी प्रचंड होना चाहिए' कविता पढ़ तालियां बटोरी l कवि हर्षित श्रीवास्तव की 'हमारी मां के हाथो का हमारे सिर पर पहरा है,पिता जब साथ में हो फिर तो ये जीवन सुनहरा है'कविता सराही गई। कवि आदर्श गौर ने'मेरी आंखों को जिसने दृष्टि दी,पहचान जीवन में ,हमारी हार में भी खुश उन्हीं का नाम हैं पापा' कविता पढ़ सभी को भावुक कर दिया।
कवि वैभव शुक्ला ने 'दुनिया वालों ने घर सिर्फ जिसको कहा स्वर्ग उसको बनाया है मां बाप ने' गीत पढ़ वाहवाही लूटीlगीतकार दिव्यांशु शुक्ला ने "कर्म तजकर कल्पना ही कर रहे हैं, बुद्ध के चातुर्य का दम भर रहे हैं " गीत पढ वाहवाही लूटी।युवा कवि तेजस्वी अवस्थी की रचना ' भारत के गौरव का गण करती रही जो ,उस महाराणा की जवानी को प्रणाम है' सराही गई।गीतेश दीक्षित की रचना ' पिता परिश्रम से ही मिलता हमको प्रत्येक निवाला है' पसंद की गई। विकास चौहान 'देखकर राम की छवि जनक नंदिनी, नेह के गेह में थी सिमटने लगी' गीत पढ़ समां बांधा।कवि अनिल अनिकेत ने "घर, दुआर, देहरी पिता, अरु बरगद की छाँव lतिंहुपुर की जन्नत अनिल, बसती पितु के पाँव' कविता पढ़ी।संचालन कर रहे कवि अंकित काव्यांश ने "दिए जलाना शुरू करो सब अपने मन की नगरी में,चौदह वर्ष बाद में होंगे पहले राम पधारेंगे" कविता पढ़ वाह वाही लूटी।
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कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि अनमोल शुक्ल अनमोल ने की। कवि उदयराज सिंह,अवलोक अवी, वैभव नारायण, लकी रस्तोगी,आदर्श द्विवेदी, रामकिशोर मस्ताना, डॉ. श्वेता सिंह गौर, आकाश सोमवंशी ने भी काव्यपाठ किया। स्वo वेद प्रकाश शुक्ल के पुत्र संस्थाध्यक्ष अजीत शुक्ल ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर युवा गीतकार दिव्यांशु शुक्ल को वेद प्रकाश शुक्ल स्मृति युवा कवि सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम समापन पर वरिष्ठ कवि सतीश शुक्ल के पिता नागेश्वर प्रसाद शुक्ल के गोलोकवासी होने पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गईl इस अवसर पर अमिताभ शुक्ल 'मोनू',श्याम गुप्ता,दीपक शुक्ला, प्रदीप त्रिवेदी,अमित शुक्ल,विभु शुक्ल आदि उपस्थित रहे।
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