अनुष्का शंकर का एयर इंडिया पर गुस्सा, ट्रैवल के दौरान उनका सितार टूट गया, सोशल मीडिया पर लिखा- आप ही वह देश हैं, जिसका....
अनुष्का शंकर, दिवंगत सितार वादक पंडित रवि शंकर की बेटी और खुद एक प्रसिद्ध सितार वादक, ने सोशल मीडिया पर एयर इंडिया
अनुष्का शंकर, दिवंगत सितार वादक पंडित रवि शंकर की बेटी और खुद एक प्रसिद्ध सितार वादक, ने सोशल मीडिया पर एयर इंडिया एयरलाइंस के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें बताया कि यात्रा के दौरान उनका सितार क्षतिग्रस्त हो गया। यह घटना 3 दिसंबर 2025 को शाम को सामने आई, जब अनुष्का ने वीडियो साझा किया। वीडियो में उन्होंने सितार पर लगे गहरे दरारें दिखाईं और कहा कि यह उनके 15-17 वर्षों के करियर में पहली बार हुआ है। अनुष्का ने उल्लेख किया कि उन्होंने एयर इंडिया को पहली बार लंबे समय बाद चुना था, और विशेष हैंडलिंग फीस भी चुकाई थी, फिर भी ऐसा नुकसान हुआ। उन्होंने कैप्शन में लिखा कि वे इससे व्यथित और गहराई से आहत हैं, और पूछा कि बिना जानबूझकर लापरवाही के ऐसा कैसे संभव है। यह घटना संगीतकारों के लिए वाद्ययंत्रों की यात्रा सुरक्षा पर बहस छेड़ने वाली साबित हुई।
अनुष्का शंकर ने वीडियो में विस्तार से बताया कि सितार को खोलने पर उन्हें सबसे पहले लगा कि यह सुर से बाहर है। उन्होंने इसे सुर सेट करने की कोशिश की, लेकिन जब उठाया तो दरारें नजर आईं। वीडियो में साफ दिखा कि सितार के ऊपरी हिस्से पर लंबी दरारें हैं, जो वाद्ययंत्र की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह उनका पहला अनुभव था एयर इंडिया के साथ लंबे अंतराल के बाद, और यह संगीत जिस देश का है, वहां की एयरलाइन से ऐसी उम्मीद नहीं थी। अनुष्का ने जोर दिया कि अन्य एयरलाइंस के हजारों उड़ानों में कभी ऐसा नहीं हुआ, यहां तक कि सितार का कोई पीन भी ढीला नहीं पड़ा। उन्होंने हार्ड केस का जिक्र किया, जिसमें सितार पैक था, और फीस भी चुकाई गई थी, फिर भी नुकसान हुआ। वीडियो के अंत में उन्होंने एयर इंडिया से सीधे सवाल किया कि उन्होंने ऐसा कैसे किया। यह पोस्ट जल्दी ही वायरल हो गई, और संगीत जगत से कई लोगों ने इसे साझा किया। अनुष्का शंकर का जन्म 9 जून 1981 को हुआ था, और वे पंडित रवि शंकर की सबसे छोटी बेटी हैं। उन्होंने बचपन से ही सितार की शिक्षा ली और 13 वर्ष की उम्र में पहली बार मंच पर प्रदर्शन किया। उनके करियर में 11 ग्रैमी अवॉर्ड नामांकन हैं, जो उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रमुख कलाकार बनाते हैं। हाल ही में नवंबर 2025 में उनके एल्बम 'Chapter III: We Return to Light' को बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम श्रेणी में नामांकन मिला, जबकि 'Daybreak' ट्रैक को बेस्ट ग्लोबल परफॉर्मेंस में। यह ट्रैक उनके चचेरे भाई आलम खान और परक्यूजनिस्ट सरथी कोरवार के साथ सहयोग था। अनुष्का ने विभिन्न शैलियों में काम किया है, जिसमें जॉर्ज हेरिसन और स्टिंग जैसे कलाकारों के साथ सहयोग शामिल है। वे ब्रिटिश-अमेरिकन नागरिक हैं और लंदन में रहती हैं, लेकिन भारत से गहरा जुड़ाव रखती हैं। उनका सितार यात्रा का अटूट हिस्सा है, क्योंकि वे विश्वभर में प्रदर्शन करती हैं।
घटना के बाद एयर इंडिया ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। अनुष्का ने पोस्ट में एयरलाइन को टैग किया, लेकिन प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही हैं। संगीतकारों के बीच ऐसी घटनाएं नई नहीं हैं। पहले भी भारतीय कलाकारों ने वाद्ययंत्र क्षतिग्रस्त होने की शिकायत की है, खासकर जब इन्हें कार्गो में चेक-इन करना पड़ता है। उदाहरण के लिए, सरोद वादक अर्नब भट्टाचार्य ने अबू धाबी उड़ान में अपने वाद्ययंत्र को क्षतिग्रस्त पाया था। अनुष्का ने भी उल्लेख किया कि सितार जैसे नाजुक भारतीय वाद्ययंत्रों को कैबिन में ले जाना चाहिए, लेकिन आकार के कारण ऐसा संभव नहीं होता। एयरलाइंस की नीतियां हैंडलिंग फीस लेती हैं, लेकिन क्षतिग्रस्त होने पर मुआवजा प्रक्रिया जटिल होती है। अनुष्का ने कहा कि यह नुकसान केवल आर्थिक नहीं, बल्कि भावनात्मक भी है, क्योंकि सितार उनके पिता की विरासत का प्रतीक है।
पोस्ट के बाद संगीत समुदाय से प्रतिक्रियाएं आईं। कई कलाकारों ने सहानुभूति जताई और एयर इंडिया से मांग की कि वे क्षतिग्रस्त वाद्ययंत्रों के लिए बेहतर प्रक्रिया अपनाएं। अनुष्का के चचेरे भाई आलम खान ने भी समर्थन दिया। यह घटना संगीतकारों की यात्रा चुनौतियों को उजागर करती है, जहां वाद्ययंत्र जीवन का हिस्सा होते हैं। अनुष्का ने कहा कि वे अब सितार की मरम्मत पर ध्यान देंगी, लेकिन एयर इंडिया से जवाब की अपेक्षा रखती हैं। एयरलाइन ने अतीत में ऐसी शिकायतों पर मुआवजा दिया है, लेकिन अनुष्का का मामला उच्च प्रोफाइल होने से ध्यान आकर्षित कर रहा है। अनुष्का का सितार विशेष रूप से तैयार किया गया है, जो लकड़ी से बना होता है और नाजुक तारों से सजा होता है। दरारें आने से इसकी ध्वनि प्रभावित हो सकती हैं, और मरम्मत में महीनों लग सकते हैं। उन्होंने वीडियो में दिखाया कि दरारें गहरी हैं, जो केस के अंदर से ही आई लगती हैं। एयर इंडिया की बैगेज पॉलिसी में संवेदनशील सामान के लिए विशेष प्रावधान हैं, लेकिन अनुष्का ने कहा कि फीस के बावजूद लापरवाही हुई। यह घटना एयरलाइंस को संगीत वाद्ययंत्रों की हैंडलिंग पर पुनर्विचार करने का संकेत देती है। कई देशों में नियम हैं कि कलाकार अपने यंत्र कैबिन में ले जा सकें, लेकिन भारत में यह सीमित है। अनुष्का ने कहा कि यह विशेष रूप से दुखद है क्योंकि एयर इंडिया भारतीय संगीत का प्रतिनिधित्व करती है।
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