दिल्ली के लुटियंस जोन में कांग्रेस सांसद आर सुधा की सोने की चेन छीनी- गृह मंत्री को लिखा पत्र, जांच शुरू।
Delhi Political News: दिल्ली के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले लुटियंस जोन के चाणक्यपुरी इलाके में 4 अगस्त 2025 को एक सनसनीखेज घटना ने सबको चौंका...
दिल्ली के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले लुटियंस जोन के चाणक्यपुरी इलाके में 4 अगस्त 2025 को एक सनसनीखेज घटना ने सबको चौंका दिया। तमिलनाडु की मयिलादुतुराई लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद आर सुधा की सोने की चेन एक बाइक सवार बदमाश ने सुबह की सैर के दौरान छीन ली। यह घटना पोलैंड दूतावास के गेट नंबर 3 और 4 के पास सुबह 6:15 से 6:20 बजे के बीच हुई। इस हमले में सांसद को गर्दन पर चोटें आईं और उनके कपड़े फट गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए सांसद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई और अपराधी को पकड़ने की मांग की। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। यह घटना संसद के मॉनसून सत्र के दौरान हुई, जब चाणक्यपुरी जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में कड़ी निगरानी होती है। इसने दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
4 अगस्त 2025 को सुबह करीब 6:15 बजे, सांसद आर सुधा तमिलनाडु भवन से अपनी नियमित सुबह की सैर के लिए निकली थीं। उनके साथ डीएमके की राज्यसभा सांसद राजथी सलमा भी थीं। दोनों पोलैंड दूतावास के गेट नंबर 3 और 4 के पास नीति मार्ग राउंडअबाउट के करीब चल रही थीं। तभी सामने से एक स्कूटी सवार व्यक्ति आया, जिसने पूरा चेहरा ढकने वाला हेलमेट पहना था। उसने धीरे-धीरे स्कूटी चलाते हुए सांसद सुधा के पास पहुंचकर उनकी सोने की चेन (लगभग 32 ग्राम, चार सोने से अधिक) छीन ली और तेजी से भाग गया।
सांसद सुधा ने अपने पत्र में लिखा, “वह धीरे-धीरे आ रहा था, इसलिए मुझे कोई शक नहीं हुआ। अचानक उसने मेरी चेन खींची, जिससे मेरी गर्दन पर चोट आई और मेरा चूड़ीदार फट गया। मैं किसी तरह गिरने से बची। हम दोनों ने मदद के लिए चिल्लाया, लेकिन आसपास के लोग, जो सैर या जॉगिंग कर रहे थे, मदद के लिए नहीं आए।” इसके बाद, उन्होंने पास ही मौजूद दिल्ली पुलिस की गश्ती गाड़ी को रोका और घटना की जानकारी दी। पुलिस ने उन्हें स्थानीय थाने में लिखित शिकायत दर्ज करने की सलाह दी।
सांसद ने तुरंत चाणक्यपुरी थाने में शिकायत दर्ज की और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा। उन्होंने लिखा, “एक महिला सांसद पर चाणक्यपुरी जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में, जहां कई दूतावास और सरकारी इमारतें हैं, इस तरह का हमला बेहद चौंकाने वाला है। अगर इस क्षेत्र में एक महिला सुरक्षित नहीं है, तो देश में और कहां सुरक्षित हो सकती है?” उन्होंने गृह मंत्री से अनुरोध किया कि क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराधी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उनकी चेन बरामद की जाए।
दिल्ली पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई शुरू की। चाणक्यपुरी थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 356 (छिनतई) और 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “हमने कई टीमें गठित की हैं जो सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं। संदिग्ध दक्षिण दिल्ली की ओर भागा, क्योंकि वह जिस रास्ते से गया, वह उसी दिशा में जाता है।” पुलिस ने तमिलनाडु भवन और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ शुरू की है।
पुलिस ने यह भी बताया कि वे मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं ताकि सांसद की चोटों की गंभीरता का आकलन किया जा सके। प्रारंभिक जांच में पता चला कि अपराधी ने सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया, क्योंकि उसने हेलमेट पहनकर अपनी पहचान छिपाई थी। पुलिस को उम्मीद है कि चाणक्यपुरी जैसे क्षेत्र में लगे कई सीसीटीवी कैमरों से अपराधी की पहचान हो जाएगी।
इस घटना ने विपक्षी दलों को केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर हमला करने का मौका दिया। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, “यह सिर्फ एक चेन की चोरी का मामला नहीं है। यह लुटियंस दिल्ली में हुआ, जहां तमिलनाडु भवन है। अगर एक सांसद यहां सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक का क्या हाल होगा? गृह मंत्री बिहार में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, जबकि दिल्ली की कानून व्यवस्था चरमरा रही है।”
कांग्रेस सांसद और पार्टी व्हिप मणिकम टैगोर ने भी इस घटना की निंदा की। उन्होंने बताया कि सांसद सुधा ने उनसे संपर्क किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज करने में मदद की। सांसद सुधा ने प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मुलाकात की, जिन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को इस मामले की शिकायत की और कार्रवाई का आश्वासन प्राप्त किया।
केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल ने सरकार का बचाव करते हुए कहा, “पहले की तुलना में दिल्ली की स्थिति अब काफी बेहतर है।” हालांकि, विपक्ष ने इस बयान को खारिज करते हुए दिल्ली में बढ़ते अपराधों पर सवाल उठाए।
यह घटना दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से सामने लाती है। चाणक्यपुरी, जहां कई विदेशी दूतावास, सरकारी भवन, और वीआईपी आवास हैं, को दिल्ली का सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है। यहां 24 घंटे पुलिस गश्त और सीसीटीवी निगरानी होती है। फिर भी, एक सांसद के साथ इस तरह की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दिल्ली में चेन छिनतई और छोटे-मोटे अपराध बढ़ रहे हैं। एक दिल्लीवासी ने मजाक में कहा, “अगर जिंदगी से प्यार है, तो चेन घर पर छोड़कर निकलें।” कई महिलाएं सुबह की सैर के दौरान गहने पहनने से बचती हैं, क्योंकि उन्हें ऐसी घटनाओं का डर रहता है। एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “दिल्ली पुलिस में कर्मचारियों की कमी है, और ज्यादातर पुलिसकर्मी वीआईपी सुरक्षा या राजनीतिक कार्यों में व्यस्त रहते हैं। इससे आम जनता की सुरक्षा प्रभावित हो रही है।”
सांसद सुधा का बयान और आघात
सांसद आर सुधा ने न्यूज18 से बात करते हुए कहा, “मैं चिल्लाती रही कि वह मेरी चेन ले रहा है, लेकिन आसपास के लोग मदद के लिए नहीं आए। यह इलाका सुरक्षित माना जाता है, फिर भी ऐसा हुआ।” उन्होंने बताया कि वह पिछले एक साल से तमिलनाडु भवन में रह रही हैं, क्योंकि उनकी आधिकारिक आवासीय व्यवस्था अभी पूरी नहीं हुई है। वह संसद के मॉनसून सत्र और संसदीय समितियों की बैठकों के लिए दिल्ली में हैं और जब भी समय मिलता है, सुबह की सैर करती हैं।
इस घटना ने उन्हें मानसिक रूप से आहत किया है। उन्होंने कहा, “मैं इस हमले से बहुत परेशान हूं। मेरी चेन, जो चार सोने से अधिक की थी, छीन ली गई, और मेरी गर्दन पर चोट आई है।” उन्होंने दिल्ली पुलिस की प्रतिक्रिया पर भी सवाल उठाए और कहा कि पास की गश्ती गाड़ी ने तुरंत कोई मदद नहीं की।
दिल्ली में चेन छिनतई की घटनाएं असामान्य नहीं हैं। हाल के महीनों में कई ऐसी वारदातें सामने आई हैं। मार्च 2025 में, द्वारका में एक 60 वर्षीय महिला की चेन छिनतई के दौरान चोटें आई थीं। जनवरी 2025 में, रोहिणी में एक बाइक सवार ने एक स्कूल शिक्षिका की चेन छीन ली थी। इनमें से कई मामलों में पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं की, क्योंकि उन्हें कार्रवाई की उम्मीद कम थी। हालांकि, सांसद के साथ हुई इस घटना ने पुलिस पर दबाव बढ़ा दिया है।
यह घटना दिल्ली में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है। चाणक्यपुरी जैसे क्षेत्र, जहां विदेशी दूतावास और वीआईपी आवास हैं, में ऐसी वारदात ने पुलिस की तैयारियों और निगरानी प्रणाली की कमियों को उजागर किया है। विपक्ष ने इस घटना को केंद्र सरकार की नाकामी से जोड़ा है, जबकि सरकार का कहना है कि वह अपराध नियंत्रण के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
सोशल मीडिया पर भी इस घटना की खूब चर्चा हुई। एक X यूजर ने लिखा, “दिल्ली के सबसे सुरक्षित इलाके में सांसद के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम आदमी का क्या हाल होगा?” एक अन्य यूजर ने कहा, “सीसीटीवी कैमरों का क्या फायदा, जब अपराधी बेखौफ होकर वारदात कर रहे हैं?”
दिल्ली के चाणक्यपुरी जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में कांग्रेस सांसद आर सुधा के साथ हुई चेन छिनतई की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सांसद ने गृह मंत्री अमित शाह से अपराधी को पकड़ने और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही अपराधी को पकड़ने का दावा किया है। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था की कमियों को दर्शाती है, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस की जवाबदेही पर भी सवाल उठाती है। इस मामले की जांच से यह स्पष्ट होने की उम्मीद है कि इतने सुरक्षित क्षेत्र में ऐसी वारदात कैसे हो गई और भविष्य में इसे कैसे रोका जा सकता है।
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